ईडीसी का पूरा पैसा अब जीएमडीए तथा एफएमडीए को मिलेगा: सीएम
ईडीसी का पूरा पैसा अब जीएमडीए तथा एफएमडीए को मिलेगा: सीएम
सीएम खट्टर बोले स्टाम्प ड्यूटी मंे भी आधा हिस्सा जीएमडीए को जाएगा
सीएम की अध्यक्षता में आयोजित जीएमडीए की 8वीं बैठक में अहम निर्णय
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम । गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की 8वीं बैठक सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में लोक निर्माण विश्रामगृह में आयोजित की गई । जिसमें निर्णय लिया गया कि एक अपै्रल से एक्सटर्नल डिवलेपमंेट चार्जिज (ईडीसी) का जो भी पैसा गुरूग्राम जिला से जमा होगा, वह सारा पैसा जीएमडीए को मिलेगा। इसी प्रकार, फरीदाबाद जिला से जमा होने वाला ईडीसी का पैसा फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) को मिलेगा। इस पैसे पर जीएमडीए अथवा एफएमडीए का ही कंट्रोल रहेगा। बैठक में गत दिसंबर में हुई जीएमडीए की 7वीं बैठक मंे लिए निर्णयों पर एक्शन टेकन रिपोर्ट प्रस्तुत कर अनुमोदित की गई। बैठक में जीएमडीए की आय बढाने का एक और अहम फैसला यह लिया गया कि स्टाम्प ड्यूटी का आधा पैसा अब जीएमडीए को मिलेगा अर्थात् जमीन या प्लाॅट की रजिस्टरी करवाते समय जो दो प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी लगती है उसमें से एक प्रतिशत राशि जीएमडीए को मिलेगी। इस मद से भी जीएमडीए को एक साल में लगभग 250 करोड़ रूपए की आय होने की उम्मीद है। इसके अलावा आज की बैठक में दिल्ली मैट्रो रेल काॅर्पोरेशन (डीएमआरसी), गुरूग्राम रैपिड मैट्रो तथा द्वारका एक्सपै्रस-वे मैट्रो की लाईनों को आपस में कनैक्ट करने पर भी विचार विमर्श हुआ। बताया गया कि गुरूग्राम मैट्रो को साईबर सिटी के पास रैपिड मैट्रो रूट जोड़ने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया है। इस अवसर पर सीएम के अलावा, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, मेयर मधु आजाद, गुरूग्राम के चारों विधायक सुधीर सिंगला, एडवोकेट एसपी जरावता, संजय सिंह, राकेश दौलताबाद, पर्यावरण विभाग की एसीएस धीरा खंडेलवाल, मेदांता से डा. नरेश त्रेहन, डीएलएफ से राजीव सिंह सहित प्राधिकरण के सभी सरकारी तथा मनोनित सदस्य व्यक्तिगत रूप से या आॅनलाईन उपस्थित रहे। बैठक में जीएमडीए का वर्ष 2021-22 का बजट प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसके अनुसार इस वित्त वर्ष में प्राधिकरण को विभिन्न मदों से लगभग 1213.79 करोड़ रूप्ए की आमद होगी। वित्त वर्ष में प्राधिकरण ने विभिन्न विकास कार्यों तथा सेवाओं पर लगभग 1848.24 करोड़ रूपए के खर्च का अनुमान पेश किया है। इस लिहाज से लगभग 634.45 करोड़ रूपए के घाटे का बजट प्रस्तुत किया गया है।
एसपीआर माॅडल रोड़, बख्तावर चैक पर फलाईओवर
बैठक में वर्तमान मंे चल रहे विकास कार्यों की प्रगति का भी लेखाजोखा रखा गया। श्री राजपाल ने बताया कि सैक्टर 58 से 67 तक के सैक्टरों की विभाजक सड़कों को सुदृढ़ करने का कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि गांव घाटा से वाटिका चैक होते हुए खेड़की दौला तक सदर्न पैरिफेरियल रोड़ (एसपीआर) को माॅडल रोड़ के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि गुरूग्राम शहर में एक प्रकार से बनी इंटरनल रिंग रोड़ पर केवल बख्तावर चैक पर ही फलाईओवर नहीं बना है। अतः जीएमडीए की आज की बैठक में बख्तावर चैक पर भी फलाईओवर बनाने को भी मंजूरी दी गई जिस पर लगभग 68 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इसके अलावा, शहर मे लगभग 280 करोड़ रूपए की लागत से चल रहे चार प्रोजेक्ट के निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गई जिसमें बताया गया कि ये चारो प्रोजेक्ट इस वर्ष अक्तुबर माह के अंत तक पूरे हो जाएंगे। इनमें उमंग भारद्वाज चैक से द्वारका एक्सपै्रस-वे तक सड़क सुधारीकरण कार्य, हुडा सिटी सैंटर चैक का सुधार, अतुल कटारिया चैक तथा महावीर चैक के सुधारीकरण के कार्य शामिल हैं।
मोनसर में फायर स्टेशन को ढाई एकड़ जमीन की स्वीकृति
बैठक में मानेसर नगर निगम को फायर स्टेशन के निर्माण के लिए सेक्टर 92 में लगभग ढाई एकड़ जमीन निःशुल्क ट्रांसफर करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके अलावा, बताया गया कि जीएमडीएम द्वारा गांव सकतपुर और गैरतपुरबास में लगभग 5 करोड़ रूपए की लागत से जलाशयों को जीर्णोद्धार किया जाएगा। इससे भूमिगत जल रिचार्ज होगा। यह कार्य इस वर्ष जून के अंत तक पूर्ण होगा। यही नहीं, बैठक में शहर का हरित क्षेत्र बढाने पर भी विचार किया गया। श्री राजपाल ने बताया कि सीएसआर और एनजीओ के सहयोग से गांव सिंकदरपुर तथा चक्करपुर की अरावली की पहाड़ियांे में नगर वन विकसित करने की योजना है।
नया जीआईएस प्रोजेक्ट होगा लागू
बैठक में नए जीआईएस प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की गई जिसमें बताया गया कि जीएमडीए इस प्रोजेक्ट के तहत ड्राॅन कैमरा की मदद से लाईव मोनिटंरिंग सिस्टम विकसित करेगा। यही नहीं, इससे जहां एक ओर अवैध काॅलोनियां विकसित होने के कार्यों पर नजर रखी जा सकेगी वहीं, पर्यावरण प्रदूषण के स्तर की भी निगरानी हो सकेगी। श्री राजपाल ने बताया कि इस प्रोजैक्ट के तहत गुरूग्राम मेें विभिन्न स्थानों पर प्रदूषण मापक सैन्सर लगाए जाएंगे और इसे नागरिको के साथ सांझा किया जाएगा ताकि वे अपने क्षेत्र के प्रदूषण के स्तर पर नजर रख सकें और उसके कारणों को कम करने के लिए स्वयं आगे आएं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए नागरिको का जागरूक होना जरूरी है। उनके पर्यावरण सुधार के इस प्रस्ताव को भी बैठक में स्वीकृति प्रदान की गई।
Comments are closed.