गहलोत बोले- मोदी और अमित शाह घमंड में हैं:कहा- राहुल गांधी को पॉलिटिकल टिप्पणी पर सजा मिली, ऐसे कमेंट तो चलते रहते हैं
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने जिस तरह का कमेंट किया है, इस तरह के पॉलिटिकल कमेंट तो चलते रहते हैं। हम तो 40-50 साल से देख रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने तो इस तरह के पॉलिटिकल कमेंट जाने कितने ही किए होंगे, कोई सोच भी नहीं सकता।
गहलोत गुरुवार को भरतपुर में जॉब फेयर के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि वो जमाना और था, यह जमाना और है। बस इतना ही फर्क है उस समय इस तरह के कोर्ट केस नहीं हुआ करते थे।
गहलोत ने कहा कि यह आरोप हम हमेशा लगाते हैं कि देश किस दिशा में जा रहा है और किस दिशा में जाएगा कोई नहीं जानता। डेमोक्रेसी को लेकर क्या-क्या हो रहा है, हम यह क्यों कह रहे हैं कि लोकतंत्र खतरे में है। आज इलेक्शन कमीशन पर दबाव है। ईडी, इनकम टैक्स, CBI जैसी एजेंसियों की बड़ी क्रैडिबिलिटी हुआ करती थी। आज इनका जमकर दुरुपयोग हो रहा है। जब ऐसा माहौल बनता है, तो ऐसे फैसले होते हैं। हर फैसला प्रभावित होता है। वही माहौल बन गया है।
राहुल गांधी ने किया था पॉलिटिकल कमेंट
गहलोत ने कहा- मोदी नाम के लोग जो हैं, उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री हमारा आदमी है। हमें बचा लेगा। हमारा कौन क्या बिगाड़ लेगा? गहलोत ने कहा- राहुल गांधी ने जब टिप्पणी की तो यह एक पॉलिटिकल आरोप था। उसे कोर्ट में ले जाना ठीक नहीं है। मुझे ज्यूडिशियरी पर पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में सही फैसला होगा। इन्होंने जिस प्रकार से मैसेज देने की कोशिश की है, उसमें यह कामयाब नहीं होंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार सभी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
NDA गवर्नमेंट से मुकाबला करने में राहुल गांधी सक्षम
गहलोत ने कहा- राहुल गांधी साहसी और हिम्मत वाले हैं। मोदी जी से मुकाबला वही कर सकते हैं। NDA गवर्नमेंट से मुकाबला करने में राहुल गांधी सक्षम हैं। वह अकेले मुकाबला कर रहे हैं। राहुल गांधी ने अकेले देशभर में लंबी यात्रा निकाली। महंगाई, बेरोजगारी, हिंसा, अमीर और गरीब की खाई चारों मुद्दे बहुत महत्वपूर्ण हैं, उस पर तो ध्यान जाता नहीं है मोदी और अमित शाह जी का। इनका ध्यान जाता है, बदला लेने पर।
राहुल गांधी मामले में बीजेपी की हो रही निंदा
मुख्यमंत्री ने कहा- इसकी पूरा देश घोर निंदा कर रहा है। इनके समझ नहीं आ रही है। मोदी जी और अमित शाह जी अभी बहुत घमंड में चल रहे हैं। इनकी पार्टी में भी यह बहस शुरू हो गई है। पार्टी की ये क्यों मजाक उड़वा रहे हैं? लेकिन किसी की मोदी जी के सामने जाने की हिम्मत नहीं है।
गहलोत ने कहा- राजस्थान से 25 पार्लियामेंट के मेंबर हैं। वह ERCP को लेकर मोदी जी को कहने की हिम्मत नहीं कर सकते हैं। गजेंद्र सिंह सिंह शेखावत की इतनी हैसियत नहीं रही है कि वह राजस्थान के बारे में सच्चाई बता सकें, तो इनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं? इनकी पार्टी में भी तानाशाही रवैया हो गया। कोई बोल नहीं पा रहे हैं, इसलिए हालात बड़े गंभीर हैं।
मुख्यमंत्री ने स्टॉल पर जाकर युवाओं से बात की। इस दौरान युवक-युवतियों ने उनके साथ सेल्फी भी ली।
मुख्यमंत्री ने स्टॉल पर जाकर युवाओं से बात की। इस दौरान युवक-युवतियों ने उनके साथ सेल्फी भी ली।
संबित पात्रा राहुल गांधी को कहते हैं मीर जाफर
गहलोत ने कहा कि संबित पात्रा क्या भाषा का उपयोग करते हैं, किस निम्न स्तर पर जाते हैं, इतने घटिया स्तर के कमेंट करते हैं, वह बीजेपी का चेहरा हैं, बीजेपी हेडक्वार्टर में बैठकर राहुल गांधी को कहते हैं कि वह मीर जाफर हैं। इतिहास गवाह है कि मीर जाफर ने जो कारनामे किए थे, वह कारनामे RSS के लोगों ने और वीर सावरकर ने किए थे।
गहलोत ने कहा- जब देश आजादी की लड़ाई लड़ रहा था तो पंडित नेहरू, महात्मा गांधी जैसे बड़े-बड़े नेता जेल में बंद थे। उस दौरान वीर सावरकर भी जेल में बंद रहे। सावरकर ने कई बार लिखित में माफी मांगी। जब अग्रेजों के खिलाफ युद्ध चल रहा था। उस समय इन्होंने अंग्रेजों का साथ दिया।
गहलोत बोले- अंग्रेजों की पक्ष की सेना में लोगों को भर्ती करवाया। जब 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की बात चल रही थी। तब RSS के एक भी व्यक्ति ने आजादी की लड़ाई में भाग नहीं लिया, इनको शर्म आनी चाहिए मीर जाफर की भूमिका तो इन लोगों ने निभाई थी। 40 साल से नागपुर में RSS का हेड क्वार्टर है। उस पर कभी तिरंगा झंडा भी नहीं लगाया। अब लगाने लगे हैं।
नगर के राजकीय महाविद्यालय का नामकरण जीतराम गुर्जर के नाम पर करने पर वीरांगना सुंदरी देवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया।
नगर के राजकीय महाविद्यालय का नामकरण जीतराम गुर्जर के नाम पर करने पर वीरांगना सुंदरी देवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया।
वीरांगनाओं को किरोड़ी लाल मीणा ने किया गुमराह
गहलोत ने कहा- किरोड़ी लाल मीणा ने वीरांगनाओं को गुमराह किया है। यहां वीरांगना मेरे से मिलने आईं तो मैं उनका शुक्रिया करता हूं। गहलोत ने कहा कि कारगिल के समय मैं मुख्यमंत्री था तो एक शहीद के यहां भरतपुर आया था। उस समय हमने कारगिल का शानदार पैकेज दिया, जिसमें कॉलेज का नामांकन भी शामिल है। नौकरी भी शामिल है। अब चुनावी साल आ गया है तो किरोड़ी लाल मीणा जी और यह सब लोग वीरांगनाओं को गुमराह करके जयपुर ले आए और धरना-प्रदर्शन करने लगे।
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