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गौरीकुंड हेली हादसा एप्पल वॉच, कंगन, चेन और अंगूठी से हुई मृतकों की पहचान, पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपे शव

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गौरीकुंड हेली हादसा: एप्पल वॉच, कंगन, चेन और अंगूठी से हुई मृतकों की पहचान, पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपे शव
रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी लौट रहे आर्यन कंपनी के हेलीकॉप्टर हादसे में मृतक पायलट समेत सभी सात लोगों का जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम किया गया. जिसके बाद शवों को परिजन अंतिम संस्कार के लिए अपने साथ ले गए. परिजनों को पोस्टमार्टम के दौरान कोई दिक्कत ना हो इसके लिए जिला चिकित्सालय में मुख्य चिकित्साधिकारी, एसडीएम सदर और कोतवाली निरीक्षक समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
गौरी खर्क के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद उसमें सवार सभी शवों को एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय लाया गया था, जहां पायलट समेत अन्य शवों की परिजनों द्वारा शिनाख्त के बाद डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. हेली के पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह चौहान के शव की पहचान उनके हाथ में एप्पल की वॉच से की गई, उनकी पहचान उनके भाई चंद्रवीर चौहान ने की.
जबकि बिजनौर यूपी के 66 वर्षीय विनोद देवी और 19 वर्षीय तुष्टि सिंह की शिनाख्त उनके परिजनों ने की. रांसी ऊखीमठ रुद्रप्रयाग के 46 वर्षीय विक्रम सिंह की शिनाख्त कमर में बंधी कपड़े की बेल्ट से हुई, उनकी पहचान में कोई दिक्कत नहीं हुई. इधर, नंदीपेरा रोड साईं मंदिर महाराष्ट्र के 41 वर्षीय राजकुमार सुरेश जायसवल और उनकी पत्नी 35 वर्षीय श्रद्धा राजकुमार जायसवल की पहचान गले की चेन से हुई. जबकि मृतक बच्ची की पहचान पूर्व में हो गई थी.

जिला अस्पताल में प्रशासन की ओर से परिजनों की सहायता के लिए तैनात एसडीएम सदर आशीष चन्द्र घिल्डियाल ने बताया कि सभी शवों की पहचान परिजनों द्वारा कर ली गई है. पोस्टमार्टम के बाद सभी शवों को परिजन ले गए हैं. कोतवाली निरीक्षक मनोज नेगी ने बताया कि परिजनों द्वारा शव पहचानने से डीएनए जांच कराने की नौबत नहीं आई. बताते चलें कि रविवार को केदारनाथ धाम से यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी लौट रहे आर्यन कंपनी का हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास गौरीखर्क में क्रैश हो गया, जिसमें सवार 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी.

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