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ड्रेस कोड में भेदभाव को लेकर नर्सिंग स्टाफ में रोष

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ड्रेस कोड में भेदभाव को लेकर नर्सिंग स्टाफ में रोष

मेल नर्सिंग ऑफिसर की वर्दी का कलर बदलने की मांग

रेवाड़ी।

ड्रेस कोड लागू करते समय नर्सिंग स्टाफ के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन में भारी रोष है। इसी को लेकर नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य डीजीएचएस डॉ सोनिया त्रिखा मिले और उन्होंने मेल नर्सिंग ऑफिसर की वर्दी का कलर बदलने की मांग की, परंतु सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के ड्रेस कोड को हटाने से मना कर दिया।

एसोसिएशन की जिला प्रधान नर्सिंग ऑफिसर निर्मला ने बताया कि सीनियर नर्सिंग ऑफिसर एसएनओ, जोकि पिछले 20 से 30 सालों तक वर्दी में ड्यूटी करने के बाद प्रमोट होती है, जिसके बाद एसएनओ का ड्रेस कोड फॉर्मल ड्रेस के साथ वाइट एप्रन विद नेम प्लेट होता है, परंतु अब सरकार के द्वारा एसएनओ की गुलाबी वर्दी लगा दी गई है तथा किसी भी अन्य पैरामेडिकल व मेडिकल स्टाफ की वर्दी नहीं लगाई गई है, जोकि उनके साथ सरासर नाइंसाफी है।

इन कर्मचारियों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि एसएनओ एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्ट है, जोकि वार्ड मैनेजमेंट देखती है। इसलिए एसएनओ का फॉर्मल ड्रेस कोड के साथ एप्रेन विद नेम प्लेट लागू किया जाए। इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ के लिए ड्रेस कोड सलवार, कमीज जूते, जुराब, काली स्वेटर, वॉटर बाल बंधे हुए, यह नियम लागू किए जाएं और यह नियम अन्य मेडिकल पैरामेडिकल, टेक्नीशियन व फार्मेसी व अन्य पर भी लागू किया जाए।

जिला प्रधान निर्मला ने कहा कि इस मामले में उनके साथ पूर्णतया पक्षपात किया जा रहा है। नर्सिंग एसोसिएशन इसका पूरी तरह विरोध करती है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह जल्द ही स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष भी अपनी बात रखेंगे।

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