दूध व दुग्ध सह उत्पाद से लेकर गोबर, गोमूत्र तक का होगा व्यावसायिक उपयोग
दूध व दुग्ध सह उत्पाद से लेकर गोबर, गोमूत्र तक का होगा व्यावसायिक उपयोग
मंत्री ने बताया कि गौशाला में प्राकृतिक वातावरण होगा। मनरेगा, पंचायतीराज, वन व पेयजल विभाग के सहयोग से यहां चारा, पानी, चहारदीवारी, शेड, पशुओं के इलाज व मानव संसाधन सहित सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सभी तरह के गोवंश साथ-साथ रखे जाएंगे। गायों के दुग्ध व दुग्ध सह उत्पाद से गौशाला की आय बढ़ेगी। दूध से लेकर गोबर व गोमूत्र तक का उपयोग किया जाएगा।
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