भारत दौरे पर पहुंचे फ्रांसीसी नौसेना के पोत, संयुक्त सैन्य अभ्यास में भी लेंगे हिस्सा
भारत दौरे पर पहुंचे फ्रांसीसी नौसेना के पोत, संयुक्त सैन्य अभ्यास में भी लेंगे हिस्सा
भारत और फ्रांस की सेनाओं के बीच केरल के तिरुवनंतपुरम में चल रहे पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘फ्रिंजेक्स-23’ के बीच फ्रांसीसी नौसेना के हेलीकॉप्टर वाहक पोत एफएस डिक्समुडे और युद्धपोत ला फेयेट इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। दोनों फ्रांसीसी पोत नौसेना के कोच्चि स्थित दक्षिण नौसेना कमान प्रशिक्षण कमान पहुंचे हैं। भारत और फ्रांस की सेनाएं पहली बार इस संयुक्त अभ्यास में शामिल हो रही हैं। 10 मार्च तक भारत के दौरे पर रहने के दौरान युद्धपोतों पर सवार फ्रांस की नौसेना भारतीय सेना के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास भी करेगी। फ्रांसीसी युद्धपोतों की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग बढ़ाने के लिए पहल
फ्रांसीसी नौसेना के युद्धपोत 06 मार्च को कोच्चि पहुंचे थे और 10 मार्च तक भारत दौरे पर हैं। यह यात्रा सर्कविगेशन मिशन, जीन डी’आर्क के हिस्से के रूप में की जा रही है। रियर एडमिरल इमैनुएल सालार्स (एलिंडियन), कैप्टन इमैनुएल मोकार्ड और लेफ्टिनेंट कमांडर जिसलेन डेलेप्लांक ने 06 मार्च को दक्षिणी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ रियर एडमिरल जे सिंह से मुलाकात की। नौसैन्य अधिकारियों के बीच दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग बढ़ाने के मुद्दों पर बातचीत हुई।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक दृष्टि से अहम
वर्तमान यात्रा के दौरान फ्रांसीसी दल पेशेवर प्रशिक्षण संस्थानों और दक्षिणी नौसेना कमान के युद्धपोतों का दौरा कर रहा है। क्रॉस ट्रेनिंग विजिट, स्पोर्ट्स फिक्स्चर सहित पेशेवर व असैन्य विचार-विमर्श भी इस यात्रा के अन्य कुछ मुख्य आकर्षण हैं। युद्धपोतों पर सवार फ्रांस की नौसेना भारतीय सेना के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास भी करेगी। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा और स्थिरता को सशक्त करने के लिए भारत-फ्रांस नौसेना सहयोग इस दिशा में एक प्रमुख कार्यक्रम है।
फ्रांसीसी सेना के साथ चल रहा संयुक्त सैन्य अभ्यास
गौरतलब है कि भारत और फ्रांस की सेना के बीच पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास, ‘फ्रिंजेक्स-23’, केरल के तिरुवनंतपुरम के पंगोडे सैन्य स्टेशन में शुरू हुआ। यह अभ्यास मानवीय सहायता और आपदा राहत पर केंद्रित है। यह संयुक्त अभ्यास फ्रांस के साथ रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा जो समग्र भारत-फ्रांस कूटनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख पहलू है। संयुक्त अभ्यास सामरिक स्तर पर भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगा और शांति और सद्भाव के लिए सहयोग करने के लिए दोनों देशों के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा।
रक्षा क्षेत्र होगा मजबूत
संयुक्त अभ्यास फ्रांस के साथ रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा, जो समग्र भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख पहलू है। गौरतलब है कि यह पहली बार है जब दोनों देशों की सेनाएं इस प्रारूप में तिरुवनंतपुरम स्थित भारतीय सेना के सैनिकों और फ्रांस की 6वीं लाइट आर्मर्ड ब्रिगेड के एक-एक कंपनी समूह के प्रत्येक दल के साथ शामिल हो रही हैं। संयुक्त अभ्यास फ्रांस के साथ रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा, जो समग्र भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख पहलू है।
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