गुरुग्राम के सार्वजनिक स्थान महिलाओं के लिए अधिक सुरक्षित बने इस लक्ष्य से फ्री फॉर सेफ्टी कैम्पेन लांच
गुरुग्राम के सार्वजनिक स्थान महिलाओं के लिए अधिक सुरक्षित बने इस लक्ष्य से फ्री फॉर सेफ्टी कैम्पेन लांच
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्रामः फ्री फ़ॉर सेफ्टी ने गुरुग्राम में महिला सुरक्षा बढ़ाने के लक्ष्य से दो महीनों का लंबा कैम्पेन शुरू किया है। यह एक ग्लोबल मोबाइल एप्लिकेशन है जो रियल टाइम में ग्राहक सुरक्षा रेटिंग का लाभ देता है। फ्री फॉर सेफ्टी ऐप का प्रभावीपन दिखाने के लिए साइबरहब में एक एक्टिवेशन इवेंट के साथ कैम्पेन शुरू किया गया और यह भी दिखाया गया कि गुरुग्राम के सार्वजनिक स्थानों को कितना सुरक्षित बनाया जा सकता है। गुरुग्राम में बड़ी संख्या में कॉरपोरेट संगठन कार्यरत हैं जिनमें महिलाएं बड़ी संख्या में काम करती हैं और फ्री फ़ॉर सेफ्टी का एजेंडा शहर और आसपास महिलाओं की सुरक्षा पर केंद्रित है।
हाल में हर जगह महिलाओं के खिलाफ अपराध तेजी से बढ़े हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुल 371,503 मामले और अकेले गुरुग्राम में 221 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए।
गुरुग्राम में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों ने फिल्म निर्माता मधुरिता आनंद को फ्री फ़ॉर सेफ्टी मोबाइल ऐप लॉन्च करने के लिए प्रेरित किया जिसकी मदद से यूजर सुरक्षा के दृष्टिकोण से स्थानों की रेटिंग कर पाएंगे – इस तरह महिलाओं के लिए एक सुरक्षित माहौल बनेगा।
सफलतापूर्वक ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन के लिए 18-25 वर्ष के आयु वर्ग की 20 महिलाएं मौजूद थीं। उन्होंने फ्री फ़ॉर सेफ्टी टी-शर्ट पहनी थी और स्मार्टफ़ोन उपयोग करने वालों को फ्री फ़ॉर सेफ्टी मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और फिर साइबरहब/साइबरसिटी के सुरक्षित और असुरक्षित स्थानों को चिह्नित करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए इसकी सुविधा दी और प्रचार-प्रसार भी किया। लोग किसी स्थान को सुरक्षित या असुरक्षित क्यों मानते हैं इसके कारण जानने के लिए उन्होंने एक सर्वे भी किया। प्राप्त डेटा को ऐप में फीड किया गया ताकि यूजर इसका लाभ लें।
इस लॉन्च पर फाउंडर मधुरिता आनंद, एक पुरस्कृत फिल्म निर्माता, ने बताया कि किशोर उम्र की अपनी बेटी और पूरे शहर की महिलाओं की दुनिया सुरक्षित बनाने के लक्ष्य से उन्होंने फ्री फ़ॉर सेफ्टी ऐप की परिकल्पना की।
“फ्री फॉर सेफ्टी ऐप का मकसद महिलाओं को संपूर्ण सुरक्षा देना है। इसकी शुरुआत गुड़गांव से की गई है जहां के असुरक्षित परिवेश को देखते हुए मैंने फ्री फ़ॉर सेफ्टी ऐप लांच करने का निर्णय लिया। यह एक संुदर संयोग है कि हम ऐप को पॉप्युलेट करने का सफर यहीं से शुरू कर रहे हैं और इसका चलन बढ़ा कर गुड़गांव को सुरक्षित बनाना चाहते हैं। मुझे मेरे सपने साकार करने में छह साल लग गए और अब खुशी है कि आने वाले वर्षों में लाखों लोगों को इसका लाभ मिलेगा।’’
‘‘हम अथक प्रयास से कैम्पेन सफल बनाने में लगे हैं। यह हम सभी महिलाओं के लिए बड़ी जीत है। ऐप इस्तेमाल करने वाले महिला/पुरुष समुदाय ऐप में स्थानों की रेटिंग करेंगे। महिलाएं एरिया और संगठनों की रेटिंग करेंगी कि उन्हें ये कितने सुरक्षित लगते हैं। साथ ही, सुरक्षित आने-जाने के रास्ते और परिवहन के साधन भी सुझाएंगी। यह ऐप यूजरों को एक दूसरे के आकलन में भी काम आएगा। महिलाएं निजी या किसी अन्य के अनुभवों, सुरक्षा के बारे में उनकी धारणा के आधार पर यह काम करेंगी,’’ उन्होंने बताया।
सीईओ एवं सह-संस्थापक श्री अशोक होला जो खुद मीडिया और फिल्म मनोरंजन जगत में 25 से अधिक वर्षों के अनुभवी हैं उन्होंने बताया, “ऐप का मकसद हमारे समाज की महिलाओं को अधिक सशक्त और आत्मविश्वास से भरपूर बनाना है। असुरक्षित स्थानों को लाल जबकि सुरक्षित स्थानों को नीले रंग से चिह्नित किया गया है और भूरे स्थानों की रेटिंग नहीं हुई है। ऐप में एसओएस का फीचर भी है। जल्द ही हम पुलिस विभाग जैसे प्राधिकारणों के साथ-साथ अन्य लोगों से चर्चा कर इसे 360 डिग्री समर्थन देने के लिए सहायोग करार करने के इच्छुक हैं।’’
फ्री फ़ॉर सेफ्टी का 6-सदस्यीय सलाहकार बोर्ड है जिसके सदस्य निवेश, टेक्नोलॉजी और सामाजिक प्रभाव के क्षेत्रों में व्यापक अनुभव रखते हैं।
फ्री फॉर सेफ्टी का परिचय
फ्री फ़ॉर सेफ्टी रियल टाइम में सुरक्षा रेटिंग का लाभ लेते हुए आपके परिवेश को अधिक सुरक्षित बनाने का एक ग्लोबल मोबाइल एप्लिकेशन है। ऐप को आधिकारिक तौर पर अगस्त 2020 में लॉन्च किया गया था और आज पूरी दुनिया में आईओएस ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। लोगों और समुदायों में इसकी तारीफ के साथ ही इसके प्रति अन्य लोगांे का आकर्षण सहज रूप से बढ़ रहा है।
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