चौथी संतान जन्मी कन्या, किया कन्या का कुआं पूजन
चौथी संतान जन्मी कन्या, किया कन्या का कुआं पूजन
हंसराज एवं रीना दंपत्ति के घर पर चौथी संतान भी कन्या जन्मी
वह दिन आ चुका समाज में बेटियों को भी पूरा सम्मान मिल रहा
फतह सिंह उजाला
पटौदी। रीना ने चौथी संतान के रूप में नन्ही मासूम बच्ची को जन्म दिया। हंसराज एवं रीना दंपत्ति के घर पर चौथी संतान के रूप में भी बच्ची ने ही जन्म लिया। इस परिवार ने पहले से ही तय किया हुआ था कि संतान के रूप में बच्ची हो या फिर बेटा, कन्या होने पर इस बार वे बेटा के जन्म पर होने वाली सभी रस्मों को निभाएंगें। रीना के घर में जन्मी बेटी के कुआं पूजन का शूभ मूहूर्त 5 दिसबर का पंडितों के द्वारा बताया गया। हंसराज एवं रीना ने अपनी चौैथसी संतान कन्या के कुआं पूजन की सारी तैयारियां की। घर पर महिला संगीत का आयोजन करने के साथ-साथ लोगों को लड्डू वितरित किए। महिलाओं न्यौैता दिया गया। सभी धर्मों एवं वर्गों के लोग हंसराज एवं रीना की बेटी के कुआं पूजन में शामिल होकर घर की नई नन्हीं लक्ष्मी को आशीर्वाद दिया।
नन्हीं लक्ष्मी रूपी कन्या के घर पर आने पर इस परिवार ने न केवल बैंड़बाजे के साथ कुआं पूजन किया बल्कि लोगों को मिठाईयां भी वितरित की। यह कार्यक्रम दादा मुख्तार सिंह व दादी हंसकोर को चौथी पोती होने पर किया गया। इस कुआ पूजन में गांव की सैकड़ों महिलाएं शामिल हुईं। इतना ही नहीं कुआं पूजन के लिए बाकायदा गांव में महिलाओं को न्यौता दिया गया। बैंड़बाजे के साथ महिलाएं रीना की उसकी बेटी का कुआं पूजन करवाने के लिए ले गए। गांव में सभी समुदाय के लोग इस बात को कहने लगे कि हंसराज एवं रीना की तरह से यदि प्रत्येक व्यक्ति अपनी बेटी को बेटे के बराबर समझकर सारे काम करे तो वह दिन दूर नहीं जबकि समाज में बेटियों को भी पूरा सम्मान मिलेगा।
हंसराज एवं रीना ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से लगातार जागरूकता बढ रही हैं। उन्होंने भी इस योजना से प्रेरित होकर बेटी में कोई फर्क नहीं समझा और उसके जन्म पर बेटे के जन्म की तरह ही आयोजन किए गए।इस अवसर पर नाना राजवीर दादा मुख्तयार सिंह, महेंद्र सिंह,संतराम, नम्बरदार बस्तीराम संग आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कमलेश आशा वर्कर ज्योती एवं गांव की काफी महिलाएं एवं पुरुष मौजूद थे।
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