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उद्दोगपतियों की जेब भरने  और मंहगाई को बढाने वाला बजट: पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय यादव

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उद्दोगपतियों की जेब भरने  और मंहगाई को बढाने वाला बजट: पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय यादव

-मध्यम वर्ग, किसान, मजदूर की जेब खाली करने वाला बजट

-मंहगाई, बेरोजगारी, किसानों, मनरेगा और स्वास्थ्य सेवाओं का नही रखा ध्यान

फतह सिंह उजाला                                   

गुरुग्राम । मोदी सरकार के वित्त मन्त्री सीता रमण ने देश के समक्ष बजट पेश किया जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि यह बजट मध्यम वर्ग, किसान, मजदूर की जेब खाली करने वाला बजट है और इस बजट से मंहगाई बढेगी और उद्दोगपतियों की जेब भरेगी। इस बजट में मध्यम वर्ग का बिल्कुल भी ध्यान नही दिया गया जो कि देश में सबसे ज्यादा टैक्स भरते हैं। साथ ही इस बजट मे अर्थव्यवस्था में सुधार एवं रोजगार पर कोई फोकस तो रहा ही नही किसानों और स्वास्थ्य सेवाओं को भी अनदेखा किया है। नौकरी पेशा लोगों को टैक्स में कोई खास छूट नही दी गई है। मात्र 3 लाख सालाना आय पर कोई टैक्स नही है लेकिन आज के समय में तो एक छोटी सी प्राईवेट कंपनी का कर्मचारी भी साल में 3 लाख से ज्यादा कमाता है। 15 लाख से उपर की आय पर 30 प्रतिशत का टैक्स देना होगा। इसमें ये बताएं जिसकी 16 लाख सालाना आय उसको भी 30 प्रतिशत टैक्स देगा होगा और जिसकी 10 करोड आय है उसको भी 30 प्रतिशत ही टैक्स देना होगा जोकि न्याय संगत नही है।

कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि देश की महंगाई को तो वित्त मंत्री भूल ही गई। महंगाई को काबू पाने के लिए सरकार क्या कदम उठाएगी। वहीं बजट में रक्षा खर्च बढाना चाहिए था लेकिन शायद सरकार को देश के जवानों की परवाह नही है। बेरोजगारों के लिए कोई ध्यान नही दिया गया जबकि बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ता दिया जाना चाहिए था। वहीं मनरेगा की ओर भी वित्त मंत्री ने ध्यान नही दिया। पिछले 8 साल में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा दोगुना हो गया है। इस बजट के बाद यह घाटा और बढने वाला है। अडानी की वजह से न जाने कितने लोगों का पैसा डूब गया सरकार ने शेयर होल्डरों के लिए भी कुछ प्रावधान नहीं कि

यादव ने कहा कि किसानों को बहूत उम्मीद थी कि उनके न्यूतम समर्थन मूल्य की ओर ध्यान दिया जाएगा और 2022 में किसानों की आय दोगुनी होनी थी उसके लिए सरकार ने कोई जवाब नही दिया। इस बजट के बाद किसानों के हाथ पहले की तरह खाली रहे गए। दूसरी तरफ मोदी सरकार के बजट में देश के करोडों प्रतिभावन छात्र-छात्राओं के लिए कुछ भी नही है। इसके अलावा अभी हाल ही में हुई कोरोना महामारी ने पोल खोल दी की हमारी स्वास्थ्य सेवाओं की क्या स्थिती है। उसके बावजूद भी इस बजट में स्वास्थ्य सेवाओं को कुछ नही दिया। इसलिए यह कह सकते हैं कि यह बजट दिशाहीन, निराश और अप्रगतिशील बजट है। श्री यादव ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की हिस्से में तो कुछ आया ही नही है। भाजपा को सिर्फ चुनाव दिखाई देते हैं, चुनाव के समय में तो लंबे चौडे वायदे कर लेते हैं लेकिन वोट लेने के बाद प्रदेश का भूल जाते हैं।

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