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पगड़ी पर टोपी रखने पर पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने मांगी माफी, सिख संगठनों द्वारा जताया गया था विरोध

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पगड़ी पर टोपी रखने पर पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने मांगी माफी, सिख संगठनों द्वारा जताया गया था विरोध

हिमाचल प्रदेश के दौरे पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने सचिवालय में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित मंत्रिमंडल के सदस्यों से शिष्टाचार की मुलाकात की। यह दौरा विवाद से जुड़ गया। इस दौरान मुख्यमंत्री व सरकार के सदस्यों द्वारा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री को शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया। यह हिमाचल की परंपरा है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी जिन्होंने पगड़ी लगाई हुई थी, सम्मान के रूप में हिमाचली टोपी पगड़ी के ऊपर रखी गई, कुछ क्षणों के लिए और उसमें लिया गया फोटो वायरल हो गया और पंजाब के सिख संगठनों ने इस पर आपत्ति व्यक्त की ।वहीं भाजपा हिमाचल ने भी इस फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए व्यवस्था परिवर्तन की संज्ञा दी की पगड़ी के ऊपर टोपी रखी है ।

हालांकि प्रदेश के कांग्रेस के नेताओं ने इसे सामान्य करार दिया और सम्मान करार दिया, हिमाचली संस्कृति हिमाचली पहचान टोपी है उससे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया है, इसको लेकर के पक्ष विपक्ष की बात चलती रही ,लेकिन पंजाब के कुछ संगठनों द्वारा उठाए गए मसले के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कुशलता दिखाते हुए इस विवाद में माफी मांगते हुए पूरे मसले को समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि किसी की भावनाएं आहत हुई हैं उसके लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मान के रूप में हिमाचल के नेतृत्व द्वारा उनका सम्मान किया गया । उन्होंने कहा कि जो फोटो वायरल हुआ है उसको भी हम सोशल मीडिया से हटा रहे हैं ,हटा दिया गया है ,कुछ वायरल फोटो हुए हैं कुछ लोग डाल रहे हैं वह उनके ऊपर है ।लेकिन जहां जहां अधिकारिक रूप से फोटो डाला है उसे हटाने के लिए कहा गया है ।पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि माफी के बाद अब विवाद नहीं होना चाहिए क्योंकि उन्होंने इस पूरे मामले में माफी मांग ली है और अमृतसर स्वर्ण मंदिर में पहुंचकर अकाल तख्त पर जत्थेदार करके इस पर अपनी बात करेंगे।

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