Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

सुंदरकाण्ड से जुड़ी पांच मुख्य बातें

23

सुंदरकाण्ड से जुड़ी पांच मुख्य बातें 👌🎈

💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓

               अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं
             दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्‌।
              सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
             रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥

भावार्थ : – अतुल बल के धाम, सोने के पर्वत (सुमेरु) के समान कान्तियुक्त शरीर वाले, दैत्य रूपी वन को ध्वंस करने के लिए अग्नि रूप, ज्ञानियों में अग्रगण्य, संपूर्ण गुणों के निधान, वानरों के स्वामी, श्री रघुनाथजी के प्रिय भक्त पवनपुत्र श्री हनुमान्‌जी को मैं प्रणाम करती हूँ॥

         ♦️  क्यों रखा गया सुंदरकांड नाम ❓

हनुमानजी, सीताजीकी खोज में लंका गए थे और लंका त्रिकुटाचल पर्वत पर बसी हुई थी। त्रिकुटाचल पर्वत यानी यहां तीन पर्वत थे। पहला सुबैल पर्वत, जहां के मैदान में युद्ध हुआ था। दूसरा नील पर्वत, जहां राक्षसों के महल बसे हुए थे और तीसरे पर्वत का नाम है सुंदर पर्वत, जहां अशोक वाटिका निर्मित थी। इसी अशोक वाटिका में हनुमानजी और सीताजीकी भेंट हुई थी। इस काण्ड की यही सबसे प्रमुख घटना थी, इसलिए इसका नाम सुंदरकाण्ड रखा गया है।

  ♦️ शुभ अवसरों पर ही सुंदरकांड का पाठ क्यों ❓

जब भी किसी व्यक्ति के जीवन में ज्यादा परेशानियां हों, कोई काम नहीं बन रहा हो, आत्मविश्वास की कमी हो या कोई और समस्या हो, सुंदरकांड के पाठ से शुभ फल प्राप्त होने लग जाते हैं। कई ज्योतिषी और संत भी विपरीत परिस्थितियों में सुंदरकांड का पाठ करने की सलाह देते हैं।

♦️ विशेष रूप से क्यों किया जाता है सुंदरकांड का पाठ❓

माना जाता है कि सुंदरकाण्ड के पाठ से हनुमानजी प्रसन्न होते हैं। इस काण्ड में हनुमानजी ने अपनी बुद्धि और बल से सीता की खोज की है। इसी वजह से सुंदरकाण्ड को हनुमानजी की सफलता के लिए याद किया जाता है।

 🤏  इसके पाठ से मिलता है मनोवैज्ञानिक लाभ 👌

संपूर्णश्रीरामचरितमानस भगवान श्रीराम के गुणों और उनके पुरुषार्थ को दर्शाती है। सुंदरकांड एकमात्र ऐसा अध्याय है जो श्रीराम के भक्त हनुमान की विजय का कांड है। मनोवैज्ञानिक नजरिए से देखा जाए तो यह आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति बढ़ाने वाला कांड है।

        👉 और मिलता है धार्मिक लाभ भी  👇

सुंदरकांड के लाभ से मिलता है धार्मिक लाभ। हनुमान जी की पूजा सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली मानी गई है। बजरंग बली बहुत जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading