दिल्ली में फर्जी सेंटर पकड़ाया, 4 गिरफ्तार
दिल्ली में फर्जी सेंटर पकड़ाया, 4 गिरफ्तार:मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी लगवाने के नाम पर फ्रॉड करते थे, 250 इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को ठगा
🌸🌾दिल्ली पुलिस ने फेक कॉल सेंटर चलाने वाले ग्रेजुएट इंजीनियर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि एक साल में करीब 250 स्टूडेंट्स के साथ मल्टी नेशनल कंपनी और आईटी कंपनी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी की है। उनके पास से 10 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 7 सिम कार्ड, पासबुक, चैक बुक समेत कुछ डॉक्यूमेंट मिले हैं। आरोपियों के नाम आमिर जीशाम (31), राहुल सिंह राजावत (31), रेखा (25) और शिवम शर्मा(23) हैं।
🥀पुलिस के मुताबिक आरोपी स्टूडेंट्स का ऑनलाइन टेस्ट और इंटरव्यू लेते थे, फिर उनसे नौकरी का ऑफर लेटर दिलवाने के नाम पर तीन महीनों की सैलरी जितना पैसा मांगते थे। जीशाम कंप्यूटर सांइन्स से बी.टेक करने के बाद कुछ कंपनियों में काम कर चुका था। जहां उसने लोगों को नौकरी पर रखे जाने का तरीका सीख लिया और 2021 में नौकरी छोड़ दी। आरोपी करीब 3 लाख रुपए महीने की कमाई कर लेते थे।
🥀आरोपियों के नाम आमिर जीशाम, राहुल सिंह राजावत, रेखा और शिवम शर्मा हैं। उनके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कुछ सिम कार्ड मिले हैं।
आरोपियों के नाम आमिर जीशाम, राहुल सिंह राजावत, रेखा और शिवम शर्मा हैं। उनके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कुछ सिम कार्ड मिले हैं।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा…
दिल्ली के शकरपुर इलाके में रहने वाले मनीष गुप्ता (21) ने नौकरी तलाश करते हुए एक ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स पर अप्लाई किया था। कुछ दिनों बाद उसके पास एक फोन आया जिसमें उसे एचडीएफसी बैंक में अकाउंटेंट की नौकरी देने की बात कही गई। इसके लिए रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर उससे 1500 रुपए मांगे गए। जिसे मनीष ने ट्रांसफर कर दिए।इसके बाद ठगों ने उसका ऑनलाइन टेस्ट एवं फोन पर इंटरव्यू लिया और फिर ईमेल के जरिए उसे ऑफर लेटर भेज दिया।
कुछ दिनों बाद उसे एक साल के बाद रिफंड किए जाने का कहकर लैपटॉप चार्ज, सैलरी अकाउंट, हेल्थ इंश्योरेंस, ड्रेस और जूतों के नाम पर करीब 18500 रुपए एक बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए। लेकिन जब पार्सल डिस्पैच करने के नाम पर उससे 22500 रुपए मांगे गए तो उसे शक हुआ की उसके साथ धोखा हुआ है तो उसने मामले की शिकायत पुलिस से की। इस दौरान ठगों ने मनीष से 69 हजार रुपए ले लिए थे।
दिल्ली के द्वारका नगर से चल रहा था कॉल सेंटर
दिल्ली पुलिस के डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि 3 जनवरी को साइबर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत मिली थी। जिसके बाद उन्होंने जांच शुरु कर दी। उन्हें पता चला कि द्वारका नगर सेक्टर 7 से यह फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। इसके बाद उन्होंने छापेमारी की आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
15 हजार रुपए का फ्लैट किराए पर लिया था
जांच में पता चला है कि आरोपियों ने 15 हजार रुपए का फ्लैट किराए पर ले रखा था। जिसमें वे पिछले 6 महीनों से कॉल सेंटर चला रहे थे। जीशाम और राहुल राजावत दोनों ही पार्टनर थे। रेखा और शिवम को उन्होंने नौकरी पर रखा था। रेखा कमिशन पर सिम कार्ड और बैंक अकाउंट अरेंज करवाती थी।
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