एक अध्यापक भी बच्चों से पूरे जीवन सीखता है: वर्षा रूस्तगी
एक अध्यापक भी बच्चों से पूरे जीवन सीखता है: वर्षा रूस्तगी
मोबाइल, ड्रम्स, जुआ आदि कुरीतियों पर लघु नाटक मंचित
अध्यापक वह शक्ति है जो मिट्टी को भी सोना बना सकता
फतह सिंह उजाला
पटौदी। डी.डी. आर. ग्रुप ऑफ कॉलेज में धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का श्रीगणेश कॉलेज के डॉरेक्टर डॉ. राजेन्द्र रुस्तगी तथा चेयरमैन डॉ. अनिता रुस्तगी द्वारा द्वीप प्रज्जवलित के साथ किया गया। वर्षा रूस्तगी ने बताया कि एक अध्यापक भी बच्चों से पूरे जीवन सीखता रहता है। छात्रा संजू देवी ने हरियाणा नृत्य पर दर्शकों का मन मोह लिया। बी.एड. छात्रा वर्षा ने कहा कि मेरे माता-पिता प्रथम गुरु है , उन्होंने मुझे चलना सिखाया है और गुरूओं ने कहीं और कैसे चलना सिखाया है। एम.एड. छात्रा अलका यादव ने अपने भाषण में कहा कि अध्यापक ही वह शक्ति है जो मिट्टी को भी सोना बना सकता है।
बी. फार्मेसी छात्रा टीना शर्मा ने शिक्षक के गुणों का बखान किया। बी. फार्मेसी के
छात्रों ने आज के समय में छात्रों में पाई जाने वाली आदतें जैसे मोबाइल, ड्रम्स,
जुआ आदि कुरीतियों पर एक लघु नाटक किया। बी. फार्मेसी के छात्र मोहित ने गुरू
के गुणों से अवगत कराया। बी.बी.ए. छात्रा वर्षा न हरियाणी नृत्य गज का दामन
पहन मैं तो चली की प्रस्तुति दी।
चेयरमैन डॉ. अनिता रूस्तमी ने कॉलेज के शिक्षों की गुणवत्ता का बखान किया। कॉलेज के डॉरेक्टर डॉ. राजेन्द्र रूस्तगी तथा चेयरमैन डॉ. अनिता रुस्तगी ने सभी शिक्षकों को प्रशसा-पत्र एक मोमन्टो देकर सम्मानित किया। वाइस प्रिंसिपल डॉ. सुनीता गोदारा ने सभी शिक्षकों के गुणों को उजागर किया।
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