शिक्षा मंत्री ने कहा-लैपटॉप देना 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल; प्रदेश के सवा लाख स्टूडेंट्स को जल्द मिलेगा फायदा
शिक्षा मंत्री ने कहा-लैपटॉप देना 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल; प्रदेश के सवा लाख स्टूडेंट्स को जल्द मिलेगा फायदा
पांच साल से प्रदेश के सवा लाखमेधावी विद्यार्थी लैपटॉप/टैबलेट काइंतजार कर रहे हैं। पिछली सरकार नेमहिलाओं और बालिकाओं को फ्रीमोबाइल बांटे, लेकिन 10वीं -12वींबोर्ड के स्टूडेंट्स को 2019 से अब तकन लैपटॉप मिला न टैबलेट। कोरोना,राज्य सरकार की अस्पष्ट नीति औरफिर चुनाव के कारण प्रदेश के 1.21लाख अभ्यर्थियों व
2023 में टैबलेट देने का फैसला हुआ, वितरण से पहले लगी चुनावी आचार संहिता
- 2018 में सरकार बदलने केकारण 2018-19 बैच के छात्रोंको लैपटॉप नहीं मिल पाए थे।2019-20 में कोविड के कारणलैपटॉप का वितरण नहीं हुआ।2. 2020-21 में कोविड केकारण 10वीं व 12वीं बोर्ड कीपरीक्षा नहीं हुई थी। 2021-22 मेंबोर्ड परीक्षाओं के सिलेबस में 30प्रतिशत की कटौती की गई। ऐसे मेंबैकलॉग बढ़ गया।3. 2023 में मेधावी विद्यार्थियों कोलैपटॉप की जगह टैबलेट देने कानिर्णय हुआ लेकिन टेंडर होने सेपहले ही चुनाव आचार संहिता लगगई और इस कारण वितरण नही होसका।
घोषणा पत्र के सभी वादेपूरा करेंगे : दिलावर
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर नेभास्कर से कहा कि हमारी पार्टी नेविधानसभाचुनाव से पहलेजो वादे किएथे, उन सभी कोहम पूरा करेंगे।सीएम के निर्देशपर 100 दिन की कार्ययोजना तैयारकी है। इसमें लैपटॉप योजना भीशामिल है, जल्द ही मेधावी बच्चोंको लैपटॉप मिलेगा।
इधर, साइकिल के रंग पर होती रही है सियासत
प्रदेश के सरकारी स्कूलों की 9 से12वीं कक्षा की छात्राओं कोसाइकिल दी जाती है। कांग्रेससरकार काले रंग साइकिल वितरितकरती है। जबकि भाजपा साइकिलका रंग भगवा या केसरिया कर देतीहै। पिछली बार भाजपा को हराकरसत्ता मेंे आई कांग्रेस सरकार नेभगवा रंग की साइकिल का ऑर्डरकैंसिल कर दिया। इसके बाद बच्चोंको काले रंग की साइकिल दी गई।हालांकि दो साल से छात्राओं कोसाइकिल वितरण पेंडिंग है।
पहले कोविड, इसके बाद सरकार की अस्पष्ट गाइड लाइन के कारण पांच साल अटका रहा लैपटॉप/टैबलेट वितरण
जिले केकरीब 5 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों कोलैपटॉप नहीं मिल पाया।अब भाजपा सरकार ने इसे 100 दिनकी कार्य योजना में शामिल किया है।उम्मीद है कि बच्चों को जल्द लैपटॉपमिलेंगे। राज्य में नई सरकार के गठन केसाथ ही माध्यमिक व प्रारंभिक शिक्षानिदेशक बदल चुके हैं। नई सरकार केगठन के साथ ही शिक्षा में नई योजनाओंके साथ पुरानी योजनाओं को भी आगेबढ़ाना होगा। भाजपा सरकार ने चुनावीसंकल्प पत्र में इस बात का जिक्र कियाथा कि बोर्ड के मेधावी विद्यार्थियों कोलैपटॉप दिए जाएंगे। मुख्यमंत्रीभजनलाल शर्मा के निर्देश पर शिक्षाविभाग की ओर से तैयार की जा रही100 दिवसीय कार्य योजना में भीलैपटॉप योजना का जिक्र है। इसलिएलैपटॉप जल्द मिलने की उम्मीद है।
पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शर्मा नेबताया कि अक्सर सरकार की योजनाएं बजट केअभाव में आगे नहीं बढ़ पाती। सरकार ने राजस्थानके गरीब मेधावी स्टूडेंट्स को फ्री में लैपटॉप प्रदानकर प्रोत्साहित करने के लिए यह योजना शुरू की।ताकि बच्चे उच्च शिक्षा की ओर से आगे बढ़ सकें।ऐसी योजनाओं के लिए सरकार पहले से बजट तयकरना चाहिए। ताकि योजनाओं का संचालनप्रभावित नहीं हो। साथ ही योजना का समय परक्रियान्वयन भी जरूरी है। इससे पात्र स्टूडेंट्स कोसमय पर योजना का लाभ मिल सकेगा। आज केसमय में लैपटॉप का महत्व बढ़ता जा रहा है।जरूरतमंद बच्चों को तकनीक से जोड़ने के लिए यहअच्छी योजना है। पिछले पांच सालों में आधुनिकडिजिटल शिक्षा प्रणाली का बड़े स्तर पर प्रसार हुआहै। इससे शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव देखने को मिलरहा है। 100 दिन की कार्ययोजना में इसे जोड़े जानेसे विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा।
10वीं कक्षा वाले पास कर चुके हैं ग्रेजुएशन
2019 में 12वीं बोर्ड की परीक्षा अच्छे अंकों सेउत्तीर्ण करने वाले कई िवद्यार्थी पीजी भी पूरा करचुके हैं। वहीं 2019 में 10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉपकरने वाले िवद्यार्थियों ने भी यूजी की डिग्री हासिलकर ली है। इन्हें टैबलेट मिलेंगे या नहीं इस परस्थिति स्पष्ट नहीं है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वालेमेधावी बच्चों को तकनीक से जोड़ने औरऑनलाइन पढ़ाई में मदद के मकसद से लैपटॉपयोजना लागू की गई थी। इसके साथ ही मेधावीबच्चों को आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिलता है।क्योंकि सरकारी स्कूलों में बच्चों के पास संसाधनकम होते हैं। ऐसी योजनाओं से बच्चों मेंकंपीटिशन से अंक सुधार में मदद मिलती है।
यह है योजना
राजस्थान बोर्ड के समस्त वर्गोंके मेधावी स्टूडेंट्स जिन्होंने 8वीं, 10वीं व 12वीकक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में 75 प्रतिशत या इससेअधिक अंक अर्जित किए हैं। उन्हें वरीयता केआधार पर लैपटॉप का वितरण किया जाता है। वर्ष2018 में 27,900 स्टूडेंट्स को लैपटॉप दिए गएथे। जिनमें जिले के भी करीब 500 विद्यार्थीशामिल थे। वर्ष 2019 से वर्ष 2023 की बोर्डपरीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स को लैपटॉपनहीं दिए गए हैं
Comments are closed.