पेपर लीक मामले में गिरफ्तार टीचर को शिक्षा विभाग ने किया 17 लाख का भुगतान, अब SOG करेगी जांच
पेपर लीक मामले में गिरफ्तार टीचर को शिक्षा विभाग ने किया 17 लाख का भुगतान, अब SOG करेगी जांच
पेपर लीक मामलों को लेकर एसओजी के पास एक के बाद एक कर कई शिकायतें आ रही हैं। अब मंगलवार शाम को 23 फरवरी 2014 में द्वितीय श्रेणी अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा के पेपर लीक मामले में बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में मामला दर्ज मामले में गिरफ्तार हो चुके वरिष्ठ शिक्षक श्रवण कुमार मान को निलम्बन से बहाल कर 17 लाख रुपए का भुगतान कर दिए जाने की शिकायत की गई है। गत सरकार में शिक्षा विभाग में यह कारनामा किया गया।
बता दे कि एसओजी मुख्यालय में बड़ी संख्या में बेरोजगार पहुंचकर शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। वहीं, हेल्पलाइन नंबर पर भी बड़ी संख्या में शिकायतें मिल रही हैं। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने शिकायतों और मुख्यालय में आने वाले बेरोजगारों की सुनवाई करने के लिए एक निरीक्षक की ड्यूटी लगाई है, ताकि निरीक्षक संबंधित शिकायतों को संबंधित टीम के पास भेज सके। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुके शिक्षक श्रवण कुमार मान को 17 लाख रुपए भुगतान करने की शिकायत मिली है। जिसकी जांच की जा रही है।
ये है पूरा मामला
आरपीएससी की ओर से अयोजित द्वितीय श्रेणी अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा-2014 में वरिष्ठ शिक्षक श्रवण कुमार मान ने नकल करवाई थी। पुलिस ने चाणक्य क्लासेज के संचालक तुलछाराम व वरिष्ठ शिक्षक श्रवण कुमार मान सहित 9 लोगों को बीकानेर की पवनपुरी स्थित एक मकान में द्वितीय श्रेणी अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा के पेपर में नकल करवाते गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में 23 फरवरी 2014 को बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस थाने में मामला भी दर्ज कराया गया था। उक्त शिक्षक 15 दिन न्यायिक अभिरक्षा में भी रहा था। गिरफ्तारी के बाद शिक्षक श्रवण कुमार मान को शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया था। शिक्षक सात साल तक निलंबित रहा था। लेकिन, शिक्षा विभाग ने 24 मार्च 2021 को वरिष्ठ शिक्षक को आरोपों से दोषमुक्त करते हुए 17 लाख रुपए भुगतान कर दिया था। बता दे कि गहलोत राज में तत्कालीन शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी के कार्यकाल में 16 सीसीए की कार्रवाई को रद्द कर शिक्षक को दोषमुक्त किया गया था
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