प्रत्येक बंदी को उनके मुकदमों की स्थिति से अवगत कराया जाए – न्यायाधीश रमेश चन्द्र
जेल में रह रहे बच्चों को फल एवं मिठाइयाँ दे कर मानवीय संवेदना दिखाई
जेल की रसोई, अस्पताल तथा रेडियो स्टेशन का भी निरीक्षण किया गया
निरीक्षण जेल प्रशासन पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश गुरुग्राम द्वारा ज़िला जेल भोंडसी का निरीक्षण
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम, 28 अप्रैल। ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश एवं चेयरमैन, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण, गुरुग्राम चंद्र शेखर तथा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं सचिव, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण, गुरुग्राम रमेश चन्द्र ने ज़िला जेल भोंडसी का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों ने जेल परिसर का व्यापक दौरा किया। उन्होंने बैरकों में जाकर बंदियों से संवाद किया और उनकी कानूनी सहायता संबंधी आवश्यकताओं की जानकारी ली। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि प्रत्येक बंदी को उनके मुकदमों की स्थिति से अवगत कराया जाए तथा सभी जरूरतमंदो को निशुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने जेल की रसोई, अस्पताल तथा रेडियो स्टेशन का भी निरीक्षण कर सुविधाओं का जायज़ा लिया। जेल में संचालित लीगल ऐड सेंटर का भी अवलोकन किया गया तथा वहाँ कार्यरत कैदी पैरा लीगल वॉलंटियर (पीएलवी) से बातचीत कर उनकी कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई। लीगल ऐड सेंटर को निर्देशित किया गया कि कोई भी बंदी बिना कानूनी सहायता के न रहे।
महिला बैरक में भी निरीक्षण किया गया, जहाँ महिला बंदियों से संवाद स्थापित किया गया तथा उनके लिए संचालित लीगल ऐड सेंटर की भी समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान जेल में रह रहे बच्चों को फल एवं मिठाइयाँ वितरित कर मानवीय संवेदनाओं का परिचय दिया गया। यह निरीक्षण जेल प्रशासन एवं बंदियों के बीच पारदर्शिता बढ़ाने, उनकी समस्याओं के समाधान तथा उन्हें समय पर कानूनी सहायता प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।