वेस्ट टू एनर्जी प्लांट गुरूग्राम के लोगों की जिंदगी से खिलवाड़: डा सारिका
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट गुरूग्राम के लोगों की जिंदगी से खिलवाड़: डा सारिका
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट भारत में जहां भी लगा है वहां पर फेल हुआ
ओखला प्लांट को हवा प्रदूषित करने के पर 5 लाख का जुर्माना लगा
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के कारण गुरूग्राम और भी ज्यादा प्रदूषित होगा
मां के पेट में पलता शिशु भी प्रदूषित हवा का शिकार बन जाएगा
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । मुंसिपल कॉरपोरेशन गुरुग्राम ने डीसी की अध्यक्षता में बंधवाड़ी में बनने वाले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को 15 से एमवी से बढ़कर 25एमवी कैपेसिटी के लिए जनसुनवाई रखी थी। बरसात के बावजूद बंधवाड़ी गांव से और गुरूग्राम शहर से अनेक लोग वहां पहुंचे। डॉ सारिका वर्मा ने अधिकारियों से कहा की वेस्ट टू एनर्जी प्लांट भारत में जहां भी लगा है वहां फेल हुआ है। ओखला प्लांट को हाल ही में हवा प्रदूषित करने के लिए 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया ।
बंधवाड़ी में जो करोड़ों टन मिक्स कूड़ा पहाड़ बनकर खड़ा है , उसे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में जलाने से गुरूग्राम की हवा और भी ज्यादा प्रदूषित हो जाएगी। वैसे भी गुरूग्राम को भारत का सबसे प्रदूषित शहर का खिताब कई साल पहले मिल चुका है । प्रदूषित हवा से अस्थमा , ब्रोंकाइटिस , एलर्जी , कैंसर , मानसिक रोग जैसी बीमारियां बढ़ती हैं। यहां तक की मां के पेट में पलता शिशु भी प्रदूषित हवा का शिकार बन जाता है। अधिकारियों से गुजारिश है कि हर सेक्टर में वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट बनाए जाएं, जहां कंपोस्टिंग, प्लास्टिक और कागज की रीसाइक्लिंग, ई वेस्ट कलेक्शन पॉइंट बनाए जाएं और केवल नॉन रीसाइकिलेबल वेस्ट ही बंधवाड़ी पहुंचे। जिस तरह पिछले 3 सालों से इको ग्रीन सूखा और गीला कूड़ा पूरे शहर का बंधवाड़ी में डाल रही है , उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। आज तक एमसीजी ने ई वेस्ट कलेक्शन प्वाइंट क्यों नहीं बनाए है ? पैसे बनाने के बहुत और तरीके हैं , सरकार को अवगतकराते है कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट बिल्कुल ही विफल टेक्नोलॉजी है और अगर यह बन गया तो गुरूग्राम के लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन जाएगी।
सेक्टर 30 की मलीहा आलवी ने कहा विकसित देशों में हरियाली और हवा को इतना महत्व मिलता है और हमारे देश में इतना टैक्स भरने के बाद इंसान को साफ हवा भी नहीं मिल पाती। अपने बच्चों को साफ पानी तो खरीद कर दे सकते हैं ,पर साफ हवा खरीदने की क्षमता किसी के पास भी नहीं है। चंद्रमौली बासु ने कहा हमारे देखते-देखते पूरी अरावली पर्वतमाला जो गुरूग्राम और फरीदाबाद इलाके में है , उसका कभी अवैध निर्माण, कभी माइनिंग और कभी कूड़े के जरिए लगातार खनन हो रहा है। महानगर गांव के सुनील हरसाना ने कहा कि 15 साल पहले जब बंधवाड़ी में कूड़ा डालना शुरू हुआ था तब हमें कहा गया था कि आपको नौकरियां मिलेगी और आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं होगा। बंधवाड़ी गांव में कितने लोगों को कैंसर हो चुका है, लीचेट का जहरीला पानी पीकर पशु पक्षी मर जाते हैं। अधिकारी वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाकर चले जाएंगे, लेकिन उसका सारा असर यहां रहने वालों की सेहत पर होगा। हमें यहां वेस्ट टू एनर्जी प्लांट नहीं चाहिए।
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