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दिव्या मदेरणा का धारीवाल पर हमला:

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दिव्या मदेरणा का धारीवाल पर हमला:कहा- मीणा समाज के नेता को आतंकी कहा, जाट की बेटी का चरित्र हनन किया​

कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने बुधवार को विधानसभा में स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को जमकर घेरा। वीरांगना मंजू के नाते जाने के बयान और किरोड़ी को आतंकी कहने के बयान को लेकर धारीवाल पर मदेरणा ने निशाना साधा।

दिव्या ने कहा- मैंने जब मंत्री के आतंकी कहने वाले बयान का विरोध किया तो मेरे इलाके की 44 सड़कों को रातों-रात रद्द कर दिया। मुख्यमंत्री इसमें गंभीरता से हस्तक्षेप करें। मंत्रीजी आजकल जिद पर आ जाते हैं और उनकी जिद सबसे बड़ी होती है। अगर मेरी रद्द सड़कें मंजूर नहीं हुई तो मैं वीरांगनाओं की तरह मुंह में घास लेकर ओसियां की जनता के साथ धरने पर बैठ जाउंगी, आप में हिम्मत है तो रात को 3 बजे उठा देना।

दिव्या ने कहा कि आपके पास छह महीने का समय है, जब चुनाव में जाना है। आपके पास मिनिस्ट्री है, जिस कलम से दस्तखत करते हैं, उस पर इतना मत इतराइए, यह भी उधार की है और ऐसे दरिया तो बहुत जल्दी चढ़कर उतर जाते हैं।

एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल विधानसभा में पेश

वकीलों की सुरक्षा के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल विधानसभा में रख दिया गया है। विधि मंत्री शांति धारीवाल ने बुधवार देर शाम वकीलों की सुरक्षा से जुड़े बिल को विधानसभा सदन में रखा। इस बिल को 20 मार्च के आसपास पारित करवाने की तैयारी है। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर वकीलों ने पिछले कई दिनों से काम का बहिष्कार कर रखा है।

जाट-गुर्जर-मीणा कांग्रेस के वोट बैंक
दिव्या ने कहा- गुर्जर कितनी दिल की गहराइयों से आपको(कांग्रेस को) चाहता है, यह सर्वविदित है। मीणा समाज कितना चाहता है। मीणा समाज के कद्दावर नेता को आप आतंकी कहते हैं। जाट समाज की बेटी मंजू को नाते के नाम से आप चरित्र हनन करते हैं। गुर्जर, मीणा और जाट ये खेतीहर हैं और हमारे कांग्रेस के वोट बैंक हैं, 45 परसेंट से ज्यादा इसका हिस्सा है। गजब की आप सोशल इंजीनियरिंग कर रहे हैं। 6 महीने बाद आप चुनाव में जाने वाले हैं।

शांति धारीवाल ने दो दिन पहले विधानसभा में ही भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के लिए कहा था कि उनका एक्ट आतंकी जैसा है।
शांति धारीवाल ने दो दिन पहले विधानसभा में ही भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के लिए कहा था कि उनका एक्ट आतंकी जैसा है।
मंत्री तो आलाकमान को भी चुनौती दे सकते हैं, मैं तो छोटी सी कार्यकर्ता
दिव्या ने कहा- मैं पार्टी के प्रति वफादार थी और कोई मेरी वारदात नहीं थी। मंत्री आलाकमान को भी चुनौती दे सकते हैं, मैं तो छोटी सी कार्यकर्ता हूं। मुझे 2 दिन के घटनाक्रम पर अफसोस होता है। क्या पता इन्होंने सोच लिया हो कि हम तो डूबेंगे, आपको भी ले डूबेंगे सनम। हम तारे नहीं डूबने वाले। वह तो रंधावा साहब को धन्यवाद करना चाहती हूं कि सारे इस्तीफे वापस करवाए वरना मंजर कुछ और होता। मैं तो उस वक्त भी साथ में नहीं थी।

आपने किरोड़ी को आतंकी कैसे कह दिया?
वीरांगनाओं के मुद्दे पर सरकार का बयान सही था और मैं मुख्यमंत्री की इस बात का समर्थन करती हूं कि परिवार के बाहर नौकरी नहीं दी जानी चाहिए। अगर परिवार के बाहर नौकरी दी तो वीरांगना को ब्लैकमेल किया जाएगा। सरकार के उस बयान से मैं सहमत हूं, लेकिन आपने कैसे पेश किया। आप एक समाज के नेता को आतंकी के समान कैसे कह देंगे? उसकी प्रतिक्रिया क्या हुई, आपने उनके नेता को आतंकी कहा। दूसरे दिन उन्होंने हमारे प्रभारी को आतंकी कह दिया। हम कौन सा उदाहरण सेट करेंगे।

वहीं, पिछले साल 25 सितंबर को सीएम अशोक गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफे देने के मामले की गूंज बुधवार को विधानसभा में सुनाई दी। स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान इसका जिक्र आने पर विवाद हाे गया।

बीजेपी विधायक ज्ञानचंद पारख ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की तंजनुमा तारीफ करते हुए उन्हें ताकतवर, तेज तर्रार मंत्री बताया। साथ में, हाईकमान को आंख दिखाने का जिक्र किया। सभापति जेपी चंदेलिया ने कांग्रेस हाईकमान पर किए कमेंट को सदन की कार्यवाही से डिलीट करवा दिया। इस मामले में सदन में जमकर नोकझोंक हुई।

बहस के दौरान शांति धारीवाल और राजेंद्र राठौड़ के बीच भी विवाद हो गया।
धारीवाल बोले- अंदर क्या हुआ था आपको नहीं पता

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- एक शक्तिशाली व्यक्ति को शक्तिशाली कह दिया तो क्या गुनाह कर दिया? यह पास में बैठे मंत्री इनसे जल रहे हैं। इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा- मेरे द्वारा किए गए काम को आप यहां डिस्कस नहीं कर सकते। अंदर क्या हुआ था? यह आपको मालूम नहीं है। गलत बात है। आप गलत बोल रहे हैं। इस पर उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा- मुझे सब पता है। आप मुझे चुनौती मत दो। मैं हाईकोर्ट में मिलूंगा। इस तरह से सदन की कार्यवाही से डिलीट करेंगे तो फिर हम यहां क्या बोलेंगे?


शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने हाईकमान पर कमेंट का दिया जवाब।
मंत्री कल्ला बोले- हम हाईकमान के भक्त

शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने ज्ञानचंद पारख को टोकते हुए कहा- ये बार-बार हमारे हाईकमान के बारे में बोल रहे हैं। इन्होंने हाईकमान के बारे में कैसे बोला? हम हाईकमान के भक्त हैं। उनके कहने को हम मानते हैं।

बीजेपी विधायक ज्ञानचंद पारख ने कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे का जिक्र किया।
बीजेपी विधायक ने कहा- धारीवाल दबंग, तेजतर्रार मंत्री

विवाद की शुरुआत अनुदान मांगों पर बहस के दौरान पाली से बीजेपी विधायक ज्ञानचंद पारख के 25 सितंबर की घटना का जिक्र करते हुए शांति धारीवाल की तारीफ से हुआ। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से कहा- आप सबसे तेजतर्रार, होशियार और दबंग मंत्री हैं। 137 साल पुरानी कांग्रेस के इतिहास में किसी नेता ने दबंगता दिखाई, वो आप हैं। इसने हाईकमान के फैसले को बदलने का साहस किया। आपने हाईकमान को फिर पीछे खींचने के लिए मजबूर किया। आपने आंख झुका कर नहीं। हाईकमान को आंखें तानकर अपनी ताकत का भी परिचय दिया। आप हाईकमान से इतनी सख्ती से पेश आ सकते हैं तो आपके पीछे छोटे-मोटे कर्मचारी बेखौफ हो गए हैं। उन्हें ठीक कीजिए। जब भी सरकार की कुर्सी पर संकट आया आपने संकटमोचक का काम किया। जब-जब सरकार के ऊपर भी संकट आया। मैं गवाह हूं। मैंने तीन मामले देखे हैं। आपने जिस तरह सरकार को प्रोटेक्ट किया है, उसकी तारीफ करता हूं।

धारीवाल बोले- कांग्रेस की राजनीति में रुचि है तो इधर आ जाइए
यूडीएच और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने पारख से कहा- कांग्रेस की राजनीति में आपकी रुचि है तो इधर आ जाइए। पारख ने कहा- मैं तो आपको आपकी ताकत का अहसास करवा रहा हूं। विधानसभा के अंदर भी और बाहर कांग्रेस जब भी कटघरे में खड़ी हुई। आपने कितनी सफाई से बाहर निकाल दिया, लेकिन अफसर कर्मचारी आपकी क्यों नहीं मान रहे।

पारख के कमेंट्स डिलीट करने पर विवाद
सभापति ने हाईकमान से जुड़े कमेंट्स को सदन की कार्यवाही से डिलीट करवाने के आदेश दिए तो उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस पर आपत्ति की। राठौड़ ने कहा- एक ताकतवर मंत्री को उसकी ताकत का अहसास करवाने में असंसदीय क्या है। मंत्री मर्दों का प्रदेश कह दे तो चलता है। हम क्या बोलेंगे फिर। इसमें असंसदीय बात क्या है। सभापति जेपी चंदेलिया ने कहा- विषय से हटकर था इसलिए डिलीट कर दिया।

रंधावा के बयान के जिक्र पर हंगामा, दुर्योधन और कृष्ण से तुलना
ज्ञानचंद पारख ने कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के पीएम मोदी को मारने वाले बयान का जिक्र करते हुए महाभारत में कृष्ण और दुर्योधन का उदाहरण देते हुए तल्ख कमेंट किए। इस पर सत्तापक्ष ने कड़ी आपत्ति की तो उनके कमेंट डिलीट करने के आदेश दे दिए। दूसरी बार कमेंट डिलीट करने पर बीजेपी विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई।

अनुदान मांगों पर बहस के दौरान रफीक खान के कमेंट पर हंगामा

विधानसभा में स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कांग्रेस ​विधायक रफीक खान के कमेंट पर हंगामा हुआ। रफीक खान ने बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी के जयपुर मेयर रहते हुए बीवीजी कंपनी को सफाई का ठेका देने का जिक्र किया। रफीक खान ने कहा- बीजेपी ने जयपुर नगर निगम में ठेका प्रणाली को बढ़ावा दिया। सांगानेर से आने वाले विधायक तब मेयर थे। इस पर बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने आपत्ति करते हुए कहा कि आप रामगंज चौपड़ पर नहीं हैं। इस तरह नौसिखिया तरीके से बात नहीं करनी चाहिए। मेरे कार्यकाल से पहले हुए फैसले का आधार बनाकर आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। लाहोटी ने कहा- आरोप लगा रहे हैं तो एफिडेविट दीजिए, खड़े होकर कुछ भी बोलने से काम नहीं चलेगा। उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इनकी तैयारी नहीं है तो अनर्गल आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए।

स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर निशाना साधा।
स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर निशाना साधा।
सीएम सलाहकार बोले- अडाणी को 75 हजार बीघा दे दी, समाजों को एक-एक बीघा तो दे दीजिए
स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर निशाना साधा। लोढ़ा ने कहा- कई समाजों ने छात्रावास-धर्मशाला के लिए जमीन मांगी हुई है। 4 साल से आप लेकर बैठे हुए हो। आप आवंटित क्यों नहीं कर रहे हो? मेहरबानी करो। उन्हें आवंटित करो। अडाणी को 75000 बीघा दे रहे हो, यह तो बेचारे एक-एक बीघा जमीन ही मांग रहे हैं। इनको देने में क्या दिक्कत है।

संयम लोढ़ा बोले- वसुंधरा राजे धारीवाल को जेल में डालना चाहती थीं
सयंम लोढ़ा ने कहा- सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियां हैं। अच्छे काम पर आप पानी फेर रहे हैं। इसमें सुधार कीजिए। संयम लोढ़ा ने शांति धारीवाल से कहा- यही वसुंधरा राजे थीं, आप को जेल में डालना चाहती थीं। कल पट्टे के मामले में जबरदस्ती आपको फ़ंसाना चाह रही थीं। प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर पर बड़ा प्रदर्शन करने वाले हम ही लोग थे, जो नारे लगा रहे थे। बीजेपी की वसुंधरा सरकार ने पूरे राजस्थान में जमीनों की लूट की। 2013 से 18 के बीच आपने खूब आरोप लगाए।

बीजेपी के दफ्तर को जमीन दी, उसे वापस करवाएं
संयम लोढ़ा ने कहा- सिरोही में पीडब्ल्यूडी एसई का दफ्तर बनना था। वसुंधरा राजे ने एक टेलीफोन से कलेक्टर के यहां उस जमीन को सरेंडर करवाया और कलेक्टर से उसी जमीन को बीजेपी ऑफिस बनाने के लिए अलॉट करवाया। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति करते हुए कहा कि इनके पास प्रमाण है तो जांच करवाइए।

सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद वसुंधरा राजे को बंगला दे दिया

लोढ़ा ने कहा- आप तो महान हैं। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर लिया कि कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री को बंगला नहीं दिया जाएगा, आप तो इस तरह मेहरबान हैं कि वसुंधरा राजे का मकान आपके वहां से निकालकर विधानसभा के पूर्व में डाल दिया और वह पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से उस बंगले में रह रही हैं। इस पर राठौड़ ने कहा कि नोटिस दे दीजिए। बार-बार पूर्व मुख्यमंत्री का नाम ले रहे हैं। आपकी पीड़ा और दर्द मैं समझ रहा हूं। हम आपको वैसे ही रौंदेंगे, जैसे पिछली बार रौंदे गए थे ।

धारीवाल ने दिया दिव्या को जवाब, कहा- आपने जो फरमाया, मैं बुरा नहीं मानता, मेरे प्रति मन में कोई कुंठा मत रखिएगा

दिव्या मदरेणा के तल्ख तेवर दिखाने के बाद अनुदान मांगों पर जवाब के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब दिया। धारीवाल ने कहा- विधायक दिव्या ने कुछ बात कही थी। जोधपुर विकास प्राधिकरण की कोई फाइल मेरे पास नहीं आती है, क्योंकि मैं उसका अध्यक्ष नहीं हूं। जोधपुर विकास प्राधिकरण के क्षेत्र मे ओसियां का थोड़ा सा एरिया आता है। जो आपने फरमाया, मैं कोई बुरा नहीं मानता। मेरे प्रति मन में कोई कुंठा हो तो निकाल दीजिए। कोई बात मन में मत रखिएगा। ओसियां में जोधुपर विकास प्राधिकरण की 44 सड़कें प्रस्तावित थी, 12 सड़कों की प्रशासनिक स्वीकृति और 3 में वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। विधायक की प्रस्तावित सड़कें नगर निगम सीमा से 25 से लेकर 40 किलोमीटर दूर हैं।

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