ऑक्सीजन की कमी की चर्चाओं ने फूलाया अधिकारियों का दम !
एसीएस टीसी गुप्ता ने कोविड से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की
गुरुग्राम जिला में कोविड मरीजों के लिए बेड-ऑक्सीजन पर हुआ मंथन
हरियाणा में ऑक्सीजन की कमी नहीं केवल मैनेज करने की जरूरत
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। एसीएस टीसी गुप्ता ने कोविड से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। पहले गुरुग्राम को 20 से 22 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन मिल रही थी जो कि यहां की जरूरतों के अनुसार काफी थी। बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को गुरुग्राम में 31 टन लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। शनिवार की समीक्षा में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने की बात आई है, जिसे देखते हुए आपूर्ति बढ़ाई जाएगी। गुप्ता ने किया आश्वस्त कि ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऑनलाइन की गई समीक्षा बैठक में गुरुग्राम में कोविड मरीजों के लिए बेड की उपलब्धता बढ़ाने पर विचार किया गया। बताया गया कि शुक्रवार को जिलाधीश एवं डीसी डॉ यश गर्ग ने अस्पतालों में कुल क्षमता के सामान्य श्रेणी के 60 प्रतिशत तथा आईसीयू और वेंटिलेटर सुविधा युक्त 75 प्रतिशत बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के आदेश जारी किए हैं, जिससे लगभग 1000 बेड और मिलेंगे।
एसीएस गुप्ता ने प्रत्येक अस्पताल पर लगाए गए एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट तथा नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिलाधीश के आदेशों को कड़ाई से लागू करवाएं और सुनिश्चित करें कि हर अस्पताल निर्धारित संख्या में कोविड मरीजो के लिये बेड उपलब्ध करवाए तथा जरूरतमंद मरीजों को बेड मिल सकें। गुरुग्राम के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिये बेड प्रबंधन का काम देख रहे जीएमडीए के सीईओ श्री सुधीर राजपाल ने भी कहा कि उपलब्ध बेड संख्या के बेहतर प्रबंधन और डाटा एनालिसिस की आवश्यकता है। राजपाल ने यह भी कहा कि आवश्यकतानुसार इंफ्रास्ट्रक्चर भी बढ़ाते रहेंगे ।
ऑक्सीजन युक्त बेड संख्या बढ़ाने के प्रयास
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने बताया कि हाल ही में एसजीटी मेडिकल कॉलेज में लगभग 100 बेड की व्यवस्था की गई है, इनमें ऑक्सीजन युक्त 20 तथा वेंटिलेटर सुविधा वाले 5 और बेड जोड़े जाएंगे। सीएसआर के माध्यम से गुरुग्राम में विभिन्न कॉरपोरेट कंपनियों के सहयोग से ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड की संख्या बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए 7 कम्युनिटी सेंटर की पहचान भी की गई है। अस्पताल भी होटल, गेस्ट हाउसेस आदि से टाई अप करके बेड की संख्या बढ़ा रहे हैं। विनय प्रताप ने विश्वास दिलाया कि अगले 3 दिन में 200 बेड और उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें 20 वेंटिलेटर युक्त बेड भी होंगे।
150 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था हो सकती है
डीसी डॉ यश गर्ग ने भी सुझाव दिया कि ईएसआई अस्पताल मानेसर को टेकओवर करके उसके साथ लगते कम्युनिटी हॉल को मिलाकर वहां पर लगभग 150 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था हो सकती है। उन्होंने भी गुरुग्राम की कुछ बड़ी कंपनियों तथा एनजीओ से कोविड मरीजों के लिए अस्पताल बनाकर देने के लिए विचार विमर्श किया है। सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल में 50 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, 25 – 25 ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड सोहना तथा पटौदी के उपमंडल स्तरीय नागरिक अस्पतालों में फंक्शनल किए गए हैं। ईएसआई अस्पताल गुरुग्राम में फंक्शनल बेड की संख्या 58 से बढ़ाकर 72 कर दी गई है।
पहले आओ पहले पाओ के आधार अस्पतालों में बेड
एडीसी प्रशांत पवार ने बताया कि गुरुग्राम जिला प्रशासन ने पोर्टल पर बेड रिक्वेस्ट की नई सुविधा जोड़ी है जिस पर प्राप्त आवेदनों में से चिकित्सकों की टीम ने 525 आवेदनों को देखा है जिनमें से केवल 80 मरीजों को दाखिल होने का पात्र पाया गया है। इन्हें पहले आओ पहले पाओ के आधार पर जैसे जैसे अस्पतालों में बेड उपलब्ध हो रहे हैं, उसी अनुसार दाखिल करवाया जा रहा है। पोर्टल पर आवेदन करने वाले अपनी पसंद के 3 अस्पतालों की ऑप्शन भरते हैं, अगर उनमें से किसी अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं है तो जिला प्रशासन की तरफ से मरीज को कॉल चली जाएगी कि उन अस्पतालों में तो नहीं लेकिन दूसरे अस्पतालों में बेड मिल सकता है, वे इच्छुक हों तो दाखिल करवा सकते हैं। गुप्ता ने गुरुग्राम में तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अभी स्थिति नियंत्रण में है। गुप्ता ने सभी अधिकारियों से भी कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें, सावधानियां व सतर्कता बरतें क्योंकि इस संकट के समय मे सरकार के लिये उनका ठीक रहना जरूरी है।
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