अंडे का पीला भाग खाने के नुकसान
अंडे के पीले भाग की बात करें तो इसमें माना जाता है कि फैट की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए बहुत सारे लोग इसको खाना अवॉयड करते हैं।
अंडे के पीले भाग में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है?इसे सुनेंअंडे में दो तरह के प्रोटीन पाई जाती है। पहला Avalbumine जो अंडे के सफेद वाले भाग में पाया जाता है, दूसरा vitelline जो egg yolk मैं पाया जाता है। प्रति 100 ग्राम में अंडे की पीली जर्दी में करीब 16 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. वहीं इसके सफेद भाग में 11 ग्राम प्रोटीन होता
आपने देखा होगा कि कई लोग अंडे खाते हैं मगर उसमें जो पीले रंग का हिस्सा निकलता है, वो नहीं खाते हैं. इस हिस्से को एग यॉक भी कहा जाता है. अगर उबला अंडा खाते हैं तो उसमें से यह पीले वाला हिस्सा निकाल देते हैं और फिर अंडा खाते हैं. लेकिन, कभी आपने सोचा है कि आखिर इस पीले हिस्से में ऐसा क्या होता है कि लोग इसे नहीं खाते हैं. साथ ही पीले वाले हिस्से को ना खाने के क्या कारण होते हैं… तो जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब…
अंडे के पीले भाग की बात करें तो इसमें माना जाता है कि फैट की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए बहुत सारे लोग इसको खाना अवॉयड करते हैं। पर क्या आपको ये भी पता है कि फैट के साथ-साथ और भी कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है अंडे का पीला वाला हिस्सा इसमे विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कि हमारे हड्डियों को मजबूत रखने का काम करता है। वहीं ये शरीर में ऊर्जा प्रदान करने के काम भी करता है। इसका सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जो अनेकों बीमारी से बॉडी को बचा के रखता है। इसके और फायदों की बात करें तो इसमें बायोटिन नामक तत्त्व पाया जाता है जो कि स्किन से एलेर्जी को दूर करता है। साथ ही साथ स्किन को ग्लोइंग और चमकदार बनाता है। अंडे के पीले हिस्से में विटामिन ए,विटामिन डी,विटामिन बी 12 प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। और शरीर में जिंक की कमी को भी दूर कर देता है। बहुत से लोगों का कहना होता है कि अंडे के पीले हिस्से में कोलेस्ट्रॉल की अत्यधिक मात्रा होती है। तो आपको ये बताते चले की इस कोलेस्ट्रॉल का शरीर के कोलेस्ट्रॉल से कोई लेना-देना नहीं है। और इसमें मौजूद कोलेस्ट्रॉल हमारे हाई डेंसिटी लिपिड्स को बढ़ता है। इसलिए ये गुड कोलेस्ट्रॉल होते हैं। जिनके सेवन से शरीर को कोई नुकसान नहीं होता है। वहीं अंडे में पाए जाने प्रोटीन से आपके सेहत को फिट रखने का काम करते हैं। साथ ही साथ इसको खाने से आपका पेट काफी समय तक भरा हुआ रहता है।
इसका सेवन सभी कर सकते हैं। जो व्यक्ति कमजोर हैं या आंखों की रोगों से पीड़ित हैं। वो जरूर अंडे के पीले वाले हिस्से को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज और हार्ट संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को अंडे का पीला भाग नहीं खाना चाहिए. अंडे के पीले भाग में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी ज्यादा होती है. जो दिल को नुकसान पहुंचा सकताअंडे के पीले भाग को जर्दी के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, अंग्रेजी भाषा में इसे Egg Yolk भी कहते हैं। आगे चलकर यही भ्रूण की शक्ल लेता है जिसके कारण एक चूजा तैयार होता है। ऐसा माना जाता है कि भ्रूण में बहुत ज्यादा गर्मी होती है जो कई लोगों के लिए खाने के कुछ ही दिनों बाद नकारात्मक असर दिखाना शुरू कर देती है। आइए अब जानते हैं कि अंडे के पीले भाग को खाने से सेहत को क्या नुकसान हो सकता है…अंडे के पीले भाग को खाने से इंफेक्शन का खतरा भी कई गुना तक बढ़ जाता है। यह खतरा आपको तक ज्यादा रहता है जब कच्चे रूप में आप अंडे का सेवन करते हैं। इंफेक्शन का खतरा तब भी ज्यादा रहता है जब अंडे को 40 डिग्री के तापमान से ऊपर रखा गया हो। अंडे को खरीदने से पहले या जांच लें कि वह ठीक तरीके से सुरक्षित किया गया है।अंडे के पीले भाग का सेवन करना खतरनाक साबित हो सकता है। अगर आप ऐसे अंडे के पीले भाग को खा रहे हैं जो किसी भी प्रकार से दूसरी तरह तो इस स्थिति में यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। दरअसल, दूषित हो जाने पर अंडे का पीला भाग बड़ी तेजी से क्रिया करता है जो शरीर के लिए हानिकारक माना जाता है। सीडीसी के अनुसार एचआईवी पीड़ित और ऑर्गन ट्रांसप्लांट वाले लोग अंडे के पीले भाग को खाने से जरूर बचें। ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर मानी जाती है।
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