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130 देशों में अभी तक कोविड-19 से बचाव की दवा नहीं: धर्मदेव

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130 देशों में अभी तक कोविड-19 से बचाव की दवा नहीं: धर्मदेव

कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए 70 देशों में ही वैक्सीनेशन

कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए मोदी ने उठाए कठोर कदम

कोविड-19 से बचाव के लिए दुनिया की नजरें भारत पर टिकी

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम ।
 कोरोना कॉविड 19 वैश्विक महामारी को फैले हुए करीब एक वर्ष बीत चुका है और इस एक वर्ष के दौरान भारत सहित दुनिया के सभी देशों के निवासियों की दिनचर्या में अभूतपूर्व बदलाव भी आया है। आज यह बात कहते हुए बेहद प्रशंसा और गर्व महसूस हो रहा है की दुनिया में सबसे पहले भारत के चिकित्सा वैज्ञानिकों के द्वारा पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व और प्रोत्साहन की बदौलत दो-दो वैक्सिंन तैयार की गई । आज भी दुनिया के 130 ऐसे देश हैं , जहां पर एक भी डोज अथवा कोई दवाई कोविड-19 से बचाव के लिए उपलब्ध नहीं हो है । केवल मात्र 70 देश ही ऐसे हैं ,जहां पर कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन या अन्य मेडिसन उपलब्ध हो सकी हैं । यह बात समाज सुधारक, चिंतक , वेदों के मर्मज्ञ महामंडलेश्वर धर्मदेव महाराज ने कोविड-19 से बचाव के लिए पहली वैक्सीनेशन डोज लेने के उपरांत पटौदी के नागरिक अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही । इस मौके पर पटौदी नागरिक अस्पताल की एसएमओ डॉक्टर नीरू यादव ,कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉक्टर सुशांत शर्मा व अन्य स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे ।

महामंडलेश्वर धर्म देव महाराज को कोविड-19 से बचाव के लिए पहली वैक्सीनेशन डोज के रूप में इंजेक्शन पटोदी नागरिक अस्पताल के कोविड-19 नोडल ऑफिसर डॉक्टर सुशांत के द्वारा लगाया गया। इसके उपरांत गाइडलाइन के मुताबिक स्वामी धर्मदेव 30 मिनट तक डॉक्टरों की निगरानी में रहे और इसी दौरान उन्होंने कोविड-19 को लेकर भारत सरकार और यहां के डॉक्टरों के द्वारा किए गए प्रयासों के साथ-साथ दुनिया भर में कोविड-19 के कारण जान गवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते भारत के चिकित्सा वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की गई वैक्सिंग के लिए बधाई भी दी ।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अथवा इंजेक्शन लगवाना ,यह कोविड-19 से बचाव के लिए एक सुरक्षा कवच है । उन्होंने कहा कि करीब एक वर्ष पहले जिस समय पीएम मोदी के द्वारा पूरे देश में शत-प्रतिशत लॉकडाउन घोषित किया गया। तब देश में ही उनके फैसले की कड़ी आलोचना की गई । इसके विपरीत पूरी दुनिया ने मोदी के इस कठोर फैसले की सराहना करते हुए इस बात को खुले दिल से स्वीकार किया की जनहित और राष्ट्रहित में पीएम मोदी जैसे कठोर फैसले केवल और केवल पीएम मोदी के द्वारा ही लिए जा सकते हैं । दुनिया के सैकड़ों देश ऐसे हैं जहां की आबादी 30 से 35 करोड़ के बीच में है और भारत की जनसंख्या 135 करोड़ है । इटली, अमेरिका, इंगलैंड, जर्मनी, जापान, सिंगापुर सहित तमाम देश जोकि तकनीक, चिकित्सा विज्ञान, संसाधन के मामले में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं । लेकिन ऐसे तमाम देश कोविड-19 की महामारी के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुए और मृतकों की संख्या भी करोड़ों में रही है ।

धर्मदेव ने कहा पीएम मोदी के द्वारा भारत देश में जो फैसले लिए गए , उनके पीछे आध्यात्मिक, सामाजिक और वैज्ञानिक इन तीनों का सामंजस्य रहा है । पूरी दुनिया में केवल मात्र भारत ही एक ऐसा देश है , जहां इतनी विविधता की कोविड-19 जैसी महामारी पर नियंत्रण पाना बच्चों का खेल नहीं हो सकता । फिर भी दृढ़ प्रतिज्ञ और कठोर फैसले लेने के लिए पीएम मोदी आज पूरी दुनिया में अग्रणी नेता के रूप में पहचान स्थापित कर चुके हैं । उन्होंने प्रत्येक नागरिक का आह्वान किया कि पीएम मोदी के निर्देशानुसार कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए निशुल्क लगाए जा रहे इंजेक्शन अथवा वैक्सीनेशन की डोज को अवश्य ले । क्योंकि इस दुनिया में स्वस्थ शरीर से बड़ा अन्य कोई भी धर्म नहीं हो सकता । इसी मौके पर महामंडलेश्वर धर्मदेव ने पटौदी नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए समस्त चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ का प्रोत्साहित किया । इस मौके पर उनके साथ विजय शास्त्री, शिष्य अभिषेक बंगा , पटौदी पालिका के वाइस चेयरमैन जर्मन सैनी, पार्षद मनोज कुमार सहित अन्य भी मौजूद रहे।

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