Delhi-Mumbai Expressway अब करीब साढ़े तीन घंटे में दिल्ली से जयपुर, इतने घंटे में पहुंच जाएंगे मुंबई
पीएम मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन सहित 4-एनएच परियोजनाओं का उद्घाटन किया। वहीं अब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के फर्स्ट सेक्शन के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जायेगा।
एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ये विकसित होते भारत की एक नई तस्वीर है। जब ऐसी आधुनिक सड़कें, रेलवे स्टेशन, मेट्रो और रेलवे स्टेशन बनते हैं तो प्रगति को गति मिलती है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले निवेश, उससे भी अधिक निवेश को आकर्षित करता है। बीते 9 वर्षों से केंद्र सरकार भी निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत बड़ा निवेश कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, ये राजस्थान की, देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं। ये प्रोजेक्ट्स, आने वाले समय में राजस्थान सहित इस पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं।
2019 में रखी गई थी आधारशिला
बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की आधारशिला मार्च 2019 को रखी गई थी। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12 हजार 150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस सेक्शन के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जायेगा। इस सेक्शन के खुल जाने से पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी शक्ति मिलेगी। वहीं पूरा एक्सप्रेस-वे 1,386 किलोमीटर लंबा है, जिसे 98,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है।
भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी और सड़क की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी। यात्रा के समय में भी 50 प्रतिशत की कमी आयेगी। पहले जहां 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे।
किन राज्यों और शहरों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा तथा कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे मुख्य शहरों को जोड़ेगा। एक्सप्रेस-वे 93 पीएम गतिशक्ति आर्थिक संकुलों, 13 बंदरगाहों, आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ बहुविध लॉजिस्टिक पार्कों को भी सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट, नवी मुंबई एयरपोर्ट और जेएनपीटी पोर्ट जैसी निर्मित होने वाली ग्रीनफील्ड अधोसंरचनाओं को भी फायदा पहुंचेगा। इस एक्सप्रेस-वे से आस-पास के सभी क्षेत्रों की विकास-दिशा पर निर्णायक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
अगले साल से 12 घंटे में मुंबई
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बनने के बाद अगले साल से दिल्ली से मुंबई का सफर कार से मात्र 12 घंटे के अंदर पूरा होगा। अभी मुंबई पहुंचने में 24 घंटे का समय लगता है। 12 फरवरी को सुबह 10 बजे एक्सप्रेस-वे के शुभारंभ के मौके पर गुरुग्राम के कस्बा सोहना में पड़ने वाले गांव अलीपुर में इस एक्सप्रेस-वे की शुरुआत होती। गडकरी और मनोहर लाल यहां कार्यक्रम में शामिल होने के बाद नूंह जिले के गांव हिलालपुर में बनाए गए टोल प्लाजा पर पहुंचेंगे।
परियोजना 2024 में होगी पूरी
पहले चरण में अलीपुर से दौसा तक 220 किलोमीटर सड़क बनकर तैयार हो गई है। अभी दिल्ली से दौसा तक पहुंचने में छह घंटे तक का समय लगता है। आज के बाद महज ढाई घंटे के अंदर दौसा और दो घंटे के अंदर दिल्ली से जयपुर पहुंचा जा सकेगा। अगले साल 2024 तक इस परियोजना के पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद दिल्ली से मुंबई 1380 किलोमीटर का सफर कार से 12 घंटे के अंदर पूरा किया जा सकेगा।
Delhi-Mumbai Expressway: अब करीब साढ़े तीन घंटे में दिल्ली से जयपुर, इतने घंटे में पहुंच जाएंगे मुंबई
पीएम मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन सहित 4-एनएच परियोजनाओं का उद्घाटन किया। वहीं अब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के फर्स्ट सेक्शन के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जायेगा।
एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ये विकसित होते भारत की एक नई तस्वीर है। जब ऐसी आधुनिक सड़कें, रेलवे स्टेशन, मेट्रो और रेलवे स्टेशन बनते हैं तो प्रगति को गति मिलती है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले निवेश, उससे भी अधिक निवेश को आकर्षित करता है। बीते 9 वर्षों से केंद्र सरकार भी निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत बड़ा निवेश कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, ये राजस्थान की, देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं। ये प्रोजेक्ट्स, आने वाले समय में राजस्थान सहित इस पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं।
2019 में रखी गई थी आधारशिला
बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की आधारशिला मार्च 2019 को रखी गई थी। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12 हजार 150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस सेक्शन के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जायेगा। इस सेक्शन के खुल जाने से पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी शक्ति मिलेगी। वहीं पूरा एक्सप्रेस-वे 1,386 किलोमीटर लंबा है, जिसे 98,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है।
भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी और सड़क की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी। यात्रा के समय में भी 50 प्रतिशत की कमी आयेगी। पहले जहां 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे।
किन राज्यों और शहरों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा तथा कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे मुख्य शहरों को जोड़ेगा। एक्सप्रेस-वे 93 पीएम गतिशक्ति आर्थिक संकुलों, 13 बंदरगाहों, आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ बहुविध लॉजिस्टिक पार्कों को भी सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट, नवी मुंबई एयरपोर्ट और जेएनपीटी पोर्ट जैसी निर्मित होने वाली ग्रीनफील्ड अधोसंरचनाओं को भी फायदा पहुंचेगा। इस एक्सप्रेस-वे से आस-पास के सभी क्षेत्रों की विकास-दिशा पर निर्णायक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
अगले साल से 12 घंटे में मुंबई
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बनने के बाद अगले साल से दिल्ली से मुंबई का सफर कार से मात्र 12 घंटे के अंदर पूरा होगा। अभी मुंबई पहुंचने में 24 घंटे का समय लगता है। 12 फरवरी को सुबह 10 बजे एक्सप्रेस-वे के शुभारंभ के मौके पर गुरुग्राम के कस्बा सोहना में पड़ने वाले गांव अलीपुर में इस एक्सप्रेस-वे की शुरुआत होती। गडकरी और मनोहर लाल यहां कार्यक्रम में शामिल होने के बाद नूंह जिले के गांव हिलालपुर में बनाए गए टोल प्लाजा पर पहुंचेंगे।
परियोजना 2024 में होगी पूरी
पहले चरण में अलीपुर से दौसा तक 220 किलोमीटर सड़क बनकर तैयार हो गई है। अभी दिल्ली से दौसा तक पहुंचने में छह घंटे तक का समय लगता है। आज के बाद महज ढाई घंटे के अंदर दौसा और दो घंटे के अंदर दिल्ली से जयपुर पहुंचा जा सकेगा। अगले साल 2024 तक इस परियोजना के पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद दिल्ली से मुंबई 1380 किलोमीटर का सफर कार से 12 घंटे के अंदर पूरा किया जा सकेगा।
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