जल्दबाजी में लिए गए फैसले पूरे जीवन को करते प्रभावित: रेणु भाटिया
जल्दबाजी में लिए गए फैसले पूरे जीवन को करते प्रभावित: रेणु भाटिया
महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमति रेणु भाटिया ने किया गुरुग्राम का दौरा
दो केसों में से दोनों पक्षों को पर्सनल हियरिंग के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया
पूर्व निर्धारित 15 शिकायतों की सुनवाई व मौके पर दर्ज पांच नई शिकायतें
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम, । राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती रेणु भाटिया ने बुधवार को गुरुग्राम का दौरा कर महिलाओं के उत्पीड़न से सम्बंधित विषयों की सुनवाई की। उनके समक्ष घरेलू हिंसा, दहेज व मानसिक उत्पीड़न से संबंधित 15 शिकायतें रखी गई, जिनमें से कुछ शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दोनों पक्षों की सहमति से समझौता भी कराया गया।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए श्रीमती रेणु भाटिया ने बताया कि बुधवार को गुरुग्राम में उनके समक्ष 15 शिकायतें रखी गयी थी । जिसमें से पांच शिकायतों को पैंडिंग रखते हुए दोनों पक्षों को आपसी रजामंदी के लिए कुछ और समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि कई बार जल्दबाजी में लिए गए फैसले आपके पूरे जीवन को प्रभावित करते हैं। ऐसे में आज की बैठक में विवाहेतर व डबल मैरिज से जुड़े केसों में इस उम्मीद के साथ कि शायद इनमें आपसी सहमति बन सके, इसके लिए दोनों पक्षों को दस दिन का समय दिया गया है। वहीं तीन केसों में दोनों पक्षों ने स्वयं ही आपसी रजामंदी से समझौता कर लिया। उन्होंने कहा कि दो केसों में हमनें दोनों पक्षों को पर्सनल हियरिंग के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। वहीं कुछ केस ऐसे होते हैं जो कोर्ट में चले जाते हैं, जो हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं।
महिलाओं की शिकायत सुन कार्यवाही करें
श्रीमती रेणु भाटिया ने बताया कि आज उन्हें मौके पर ही पांच अन्य शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं, जिनको आज दर्ज करने के साथ ही अगली सुनवाई में समाधान के लिए रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों पर महिला आयोग द्वारा नियमित रूप से मोनिटरिंग की जाती है। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि कोई महिला अगर शिकायत लेकर थाने में जाती हैं तो पूरी गंभीरता के साथ महिलाओं की शिकायतों को सुनते हुए आवश्यक कार्यवाही करें और शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाए। श्रीमति भाटिया ने कहा कि महिला आयोग का गठन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर जनसुनवाई में जरूर आएं। जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की पूरी सहायता की जाएगी। श्रीमती रेणु भाटिया ने कहा कि उनका सदैव यह प्रयास रहता है कि वे पति और पत्नी को आमने सामने बैठाकर केस की सुनवाई करें ताकि विवाद की जो असल वजह है वो क्लियर हो। उन्होंने कहा कि पति पत्नी के आपसी विवाद को रिश्तेदारों के बजाय वे दोनों ही बेहतर बता सकते हैं।
वन स्टॉप सेंटर में सुविधाओं का लिया जायजा
श्रीमती रेणु भाटिया ने आज अपने गुरुग्राम दौरे के दौरान अपराध की शिकार महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए सिविल लाइन्स स्थित वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वहां सुविधाओं में इजाफे के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं को उपलब्ध करवाई जा रही सभी सुविधाओं का जायजा लेने उपरान्त महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करें। यहां आने वाली महिलाओं को अगर कोई समस्या आती है तो वे उसका तुरंत समाधान सुनिश्चित करें। इस दौरान भानुप्रिया एडवोकेट, पूजा लोधी लीगल असिस्टेंट, मीनू यादव प्रोटेक्शन ऑफिसर, पुष्पा व अंकुर सहयोगी सहित गुरुग्राम पुलिस के एसीपी व अनुसंधान अधिकारी उपस्थित रहे।
Comments are closed.