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अपनी मांगों के समर्थन में परिषद सफाई कर्मचारियों की टूल डाउन हड़ताल

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अपनी मांगों के समर्थन में परिषद सफाई कर्मचारियों की टूल डाउन हड़ताल

पटौदी जाटोली मंडी परिषद के सफाई कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन

गुरुवार को भी परिषद के सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर  रहेंगे

सफाई नहीं होने से परिषद क्षेत्र में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर

फतह सिंह उजाला 

पटौदी । अपनी मांगों के समर्थन में पटौदी जाटोली मंडी परिषद के सफाई कर्मचारियों ने दो दिन की हड़ताल आरंभ कर दी । बुधवार को सफाई कर्मचारियों ने अपने हाथों में झाड़ू लेकर शहर में विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। गुरुवार को भी पटौदी जाटोली मंडी परिषद के सभी सफाई कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल पर ही रहेंगे। सफाई कर्मचारियों के द्वारा की गई हड़ताल की वजह से परिषद क्षेत्र में जगह-जगह सफाई नहीं होने से गंदगी के ढेर बढ़ते परेशानी का कारण बनते दिखाई देने लगे।

बुधवार को पटौदी जाटोली मंडी परिषद के सफाई कर्मचारियों ने पुराना हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में परिषद कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। इस मौके पर प्रदर्शनकारी कर्मचारी नेताओं के द्वारा बताया गया की हरियाणा सरकार 7 अगस्त 2024 के किए गए वादे के मुताबिक समझौते को लागू करें । इसके साथ ही कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाना चाहिए। कर्मचारी नेताओं ने बताया सभी कर्मचारी एस डब्ल्यू एम ऐप पर सफाई कर्मचारियों की हाजिरी और ऑनलाइन तबादला नीति का बिल्कुल भी समर्थन नहीं कर रहे हैं । इसी कड़ी में बताया गया कि उनकी मुख्य मांगों में सफाई सीवर और तृतीय तथा चतुर्थ श्रेणी के सभी कर्मचारी की ठेका प्रथा को भी बंद किया जाना चाहिए।

विरोध प्रदर्शन में शामिल पटौदी जाटोली मंडी परिषद की महिला सफाई कर्मचारियों ने मांग दोहराते हुए कहा कि आबादी के अनुपात में सफाई और सीवर कर्मचारियों की पक्की भरती की जानी चाहिए। इसी प्रकार से मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक कच्चे सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम मासिक भुगतान 27000 रुपए किया जाना चाहिए। इसी प्रकार से एक्सग्रेशिया पॉलिसी में लगाई गई कंडीशन को हटाकर कच्चे कर्मचारियों को भी एक्सग्रेशिया का लाभ मिलना चाहिए। जितने भी कर्मचारियों के पद रिक्त हैं , उन सभी पदों पर योग्यता के मुताबिक भरती की जानी चाहिए। कर्मचारी नेताओं ने बताया उनकी मांग में यह भी शामिल है कि कच्चे कर्मचारियों के रिटायर होने पर 10 लख रुपए का लाभ एक मुफ्त मिलना चाहिए। कर्मचारी की मृत्यु होने पर कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी और 20 लाख का आर्थिक मदद भी सरकार को देनी चाहिए।

पटौदी जाटोली मंडी परिषद के प्रदर्शनकारी कर्मचारी नेताओं की मांग है कि गुरुग्राम निगम में चटनी किए गए 3480 कर्मचारी सहित अन्य पालिका परिषद व निगम में छटनी  किए गए कर्मचारियों को  बिना शर्त कम पर वापस लिया जाए। गुरुग्राम नगर निगम के बर्खास्त किए गए 26 कर्मचारियों को भी कम पर लिया जाना चाहिए। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द ही हरियाणा सरकार के द्वारा उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में उनका यह आंदोलन और हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है। मांगों के समर्थन में हड़ताल सहित विरोध प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों में मुख्य रूप से प्रधान ओमप्रकाश, उप प्रधान मोनू, सचिव देवेंद्र कुमार, सुनीता, भतेरी , मीणा, कृष्ण, रानी, सत्य प्रकाश, जितेंद्र, युवराज, जय सिंह, बिजेंद्र, कैलाश, शत्रुघ्न सहित अन्य भी मौजूद रहे।

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