सरकार की नीति के विपरीत अहीर रेजीमेंट को समर्थन: राव इंद्रजीत
सरकार की नीति के विपरीत अहीर रेजीमेंट को समर्थन: राव इंद्रजीत
खेड़की दौला में अहीर रेजिमेंट के लिए जारी अनिश्चितकालीन धरना
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने अहीर रेजिमेंट के धरने को दिया समर्थन
फैंसला किया था कि आजादी के बाद जात-पात पर काई रेजिमेंट नहीं
अग्रेजो का साथ देने वालों की बनाई, विरोध करने वाली की अनदेखी
फतह सिंह उजाला
खेड़की दौला । दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे के किनारे खेड़की दौला में बीते 27 दिनों से संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के तत्वाधान में अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी है। बुधवार को अचानक अहीरवाल के क्षत्रप केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह धरना स्थल पर पहुंचे और अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर धरना को अपना खुला समर्थन दिया।
इस मौके पर राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि सरकार की नीति के विपरीत मेरा खुला समर्थन अहिर रेजीमेंट के लिए है । उन्होंने कहा 20 वर्ष से सांसद बन रहा हूं और केंद्र में मंत्री भी हूं । रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी, श्रीमती निर्मला सीतारमण जो कि तमिलनाडु से हैं, राजनाथ सिंह जो कि उत्तर प्रदेश से हैं, इनके अलावा और भी रक्षा मंत्री रहे । जिनके साथ पत्राचार भी किया गया और व्यक्तिगत रूप से मिलकर अहीर रेजिमेंट की अहीरवाल के लोगों की भावना को देखते हुए पैरवी भी की गई । लेकिन अहीरवाल और इस क्षेत्र के लोग जो आजादी के आंदोलन से लेकर कारगिल युद्ध तक अपनी शहादत देने में सबसे आगे रहा है, वहां के लोगों की भावना का सम्मान नहीं हो पा रहा।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि खेड़की दौला में संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के तत्वाधान में अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग को लेकर जो धरना आंदोलन किया जा रहा है। इसकी चर्चा महेंद्रगढ़, गुरूग्राम तक ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी है । उन्होंने कहा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश गया तो वहां भी मेरे से इसी संदर्भ में सवाल भी किए गए । उन्होंने कहा करीब 5-6 वर्ष पहले संसद के सामने इसी मांग को लेकर धरना भी दिया गया था । लेकिन कोई भी नेता सामने नहीं आया, राव इंद्रजीत सिंह ने बेबाक शब्दों में कहा की बीजेपी सरकार में मंत्री रहते हुए मैं स्वयं धरनारत लोगों के बीच में आया और सरकार की नीति के विपरीत अहिर रेजीमेंट का समर्थन भी किया । मेरा समर्थन अहीर रेजिमेंट के लिए कल भी था आज भी है और भविष्य में भी रहेगा । उन्होंने कहा फैसला लिया गया था कि आजादी के बाद जात पात पर कोई रेजीमेंट नहीं बनाएंगे । लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि अलग-अलग नामों से रेजीमेंट बनाई गई ।
उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि जिन के द्वारा अंग्रेजों का साथ दिया गया, उनके नाम पर तो रेजिमेंट बन गई । लेकिन जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत का आजादी के लिए डटकर विरोध किया उनकी अनदेखी का सिलसिला आज भी बना हुआ है । अपने ही अंदाज में राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि मैंने क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को सर्वाेपरि रखते हुए उनके हक हक उसकी आवाज को प्रत्येक सरकार और प्रत्येक मंच पर उठाया है। उन्होंने कहा लड़ाई लंबी है , लेकिन आज के दिन जो चिंगारी उठी है, हो सकता है यह संघर्ष अगली पीढ़ी के लिए काम भी आ जाए । उन्होंने अपने मजबूत इरादे जाहिर करते इशारे में कहा कि अभी मैंने कुश्ती नहीं करी है , जरूरत पड़ी तो इस मामले में भी पीछे नहीं रहूंगा। राव ने कहा कि उनके पिता ने भी संसद में अहीर रेजिमेंट की मांग उठाई थी और आज भी भी इस मांग पर अपना समर्थन दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के बाद भी जाति के नाम से कुछ रेजिमेंट का गठन हुआ है इस बारे में भी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और उन्होंने सरकार को यह भी सुझाव दिया है कि अगर जाति के नाम से रेजिमेंट मनाने में अड़चन है तो अहिर वालों के नाम से रेजिमेंट का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि वे सरकार के सामने यहां के लोगों की आवाज को उठाते रहेंगे। इस अवसर पर पूर्व विधायक विमला चौधरी, जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन अभय सिंह ,जिला पार्षद सतीश नवादा, जिला पार्षद वीरेंद्र लंबरदार , बलबीर मास्टर मानेसर, सरपंच सिकंदर, मनोज मोकलवास , कृष्ण पुखरपुर सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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