राजीव गांधी के सपनों को राहुल की राह से कांग्रेस पार्टी पूरा करेगी
राजीव गांधी के सपनों को राहुल की राह से कांग्रेस पार्टी पूरा करेगी
भारत को एकजुट, आधुनिक, न्यायसंगत बनाना ही राजीव को श्रद्धांजलि
कांग्रेस के समर्थक बोले आज देश विभाजनकारी राजनीति से जूझ रहा
कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं ने स्व. राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । भारत रत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेशभर में श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया गया। कमानसराय जिला कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई, जहां कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने स्व. राजीव गांधी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमति पर्ल चौधरी ने की। पर्ल चौधरी ने कहा, “राजीव गांधी का अधूरा सपना आज राहुल गांधी जी का संकल्प बन गया है। देश की नई पीढ़ी अब इस सोच को आत्मसात कर चुकी है कि भारत को एकजुट, आधुनिक और न्यायसंगत बनाना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।” पर्ल चौधरी ने कहा, “आज जब देश विभाजनकारी राजनीति से जूझ रहा है, तब राहुल गांधी जैसे नेता उम्मीद का दीपक हैं। यह सिर्फ राजनीतिक संघर्ष नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की रक्षा का संग्राम है।”
इस अवसर पर कुलराज कटारिया, एडवोकेट सूबे सिंह यादव, एडवोकेट प्रदीप चौहान, भीम सिंह बनकल, मनोज, भारत यात्री सन्नी यादव, रमेश खंडेवला, प्रवीण यादव, प्रवीण सरपंच सहित अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने राजीव गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
कुलराज कटारिया ने राजीव गांधी को “दूरदृष्टि, विकास और सामाजिक न्याय का प्रतीक” बताया। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने देश को सूचना क्रांति, युवा सशक्तिकरण और पंचायती राज जैसी ऐतिहासिक पहलें देकर एक नई दिशा दी। एडवोकेट सूबे सिंह यादव ने कहा कि, “आज राहुल गांधी उन्हीं मूल्यों की लड़ाई लड़ रहे हैं, जो राजीव गांधी की सोच की नींव थे – नफ़रत के खिलाफ मोहब्बत, भेदभाव के खिलाफ बराबरी और वंचितों के पक्ष में न्याय।” एडवोकेट प्रदीप चौहान ने कहा कि आज भारत की 36 बिरादरी राहुल गांधी के साथ खड़ी है क्योंकि उनका संघर्ष सत्ता के लिए नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की रक्षा के लिए है।
“राजीव की बुनियाद, राहुल का आंदोलन”
सभा में वक्ताओं ने याद दिलाया कि राजीव गांधी ने युवाओं को मताधिकार दिया, पंचायतों में महिलाओं को आरक्षण दिलाया और देश में आईटी और शिक्षा की क्रांति की नींव रखी। आज राहुल गांधी उसी सोच को “संविधान बचाओ, जातीय जनगणना और सामाजिक-आर्थिक न्याय” जैसे आंदोलनों के ज़रिये आगे बढ़ा रहे हैं।