विदेशी मीडिया द्वारा ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ से सम्बंधित की गई भ्रमित रिपोर्टिंग – प्रखर श्रीवास्तव
विदेशी मीडिया द्वारा ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ से सम्बंधित की गई भ्रमित रिपोर्टिंग – प्रखर श्रीवास्तव
विदेशी मीडिया के नकारात्मक विमर्श के कुचक्र को समझ कर राष्ट्रबोध अपनाये
“राष्ट्रबोध एवं पत्रकारिता” विषय पर संगोष्ठी एवं पत्रकार सम्मान समारोह
बदलते दौर में विमर्श, समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम 17 मई । विदेशी मीडिया में भारत के विरुद्ध नकारात्मक विमर्श को खड़ा करने के कुचक्र को समझ कर अपने देश के हित में जो विमर्श है। उसके अनुसार दिशा निर्धारण करने को राष्ट्रबोध कहते है। विदेशी मीडिया द्वारा हाल ही में भारत-पाकिस्तान युद्ध में ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ से सम्बंधित की गई भ्रमित समाचार रिपोर्टिंग का हवाला देते हुए दूरदर्शन के वरिष्ठ पत्रकार प्रखर श्रीवास्तव ने पत्रकारों से आग्रह किया कि इस तरह के अतिसंवेदनशील विषयों एवं घटनाओं कि रिपोर्टिंग करते समय राष्ट्रहित, सुरक्षा तथा इसके दूरगामी परिणामों का विशेष ध्यान रखें। प्रखर आज ब्रह्मांड के आदि संचारक देवर्षि नारद जी की जयंती के उपलक्ष्य विश्व संवाद केंद्र, गुरुग्राम और द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय, गुरुग्राम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “राष्ट्रबोध एवं पत्रकारिता” विषय पर संगोष्ठी एवं पत्रकार सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के सभागार में रेलवे रोड स्थित परिसर में सुबह प्रारंभ हुआ।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से दुनिया में लोहा मनवाया
इससे पूर्व गुरुग्राम विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग में प्रोफेसर और मानविकी संकाय के डीन राकेश कुमार योगी ने कार्यक्रम की प्रतावना रखते हुए कहा कि पत्रकारिता करते समय इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि यह देश तथा देशवासियों के हित में कार्य करे, ना कि उनके विरोध मे। कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ पत्रकारों, शिक्षाविदों, विद्यार्थियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और देवर्षि नारद जी के संचार परंपरा व ज्ञान प्रसार की विरासत को श्रद्धापूर्वक स्मरण किया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में दूरदर्शन के वरिष्ठ पत्रकार प्रखर श्रीवास्तव ने संबोधित किया। उन्होंने आधुनिक पत्रकारिता की चुनौतियों और राष्ट्रीय जागरण में इसकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में विमर्श समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए हमें यह ध्यान रखना होगा कि कौन सा विमर्श देश हित में है और कौन सा विमर्श षड्यंत्र है। उनके अनुसार ऑपरेशन सिंदूर के साथ भी यही करने का प्रयास किया गया कि भारत ने जीता हुई बाजी हार दी जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है। भारत ने इस ऑपरेशन में दुनियां को अपनी क्षमता व कुशलता का लोहा मनवाया।
सत्यनिष्ठा-संवेदनशीलता पत्रकारों के अनिवार्य गुण
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाबी बिरादरी महासंघ के प्रधान ओम प्रकाश कथूरिया ने पत्रकारिता के दायित्वों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के दौर में सत्यनिष्ठा और संवेदनशीलता पत्रकारों के लिए अनिवार्य गुण हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. पुष्पा अंतिल ने की। उन्होंने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से राष्ट्रहित में जागरूक पत्रकारिता की प्रेरणा लेने का आह्वान किया। विशेष अतिथि के रूप में प्रख्यात उद्योगपति चंद्र शेखर तनेजा ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और मीडिया की सामाजिक भूमिका को रेखांकित किया। इससे पूर्व विश्व संवाद केंद्र न्यास के प्रांत सह सचिव डॉ राकेश योगी ने देवरिषि नारद जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित गोष्ठी की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि समाज और पत्रकार एक दूसरे के पूरक बनकर सशक्त समाज का निर्माण कर सकते हैं। इस अवसर पर क्षेत्र के अनेक पत्रकारों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रबोध व उत्तरदायी पत्रकारिता के महत्व पर खुली चर्चा भी हुई। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं सहभोज के साथ हुआ। उपस्थित जनसमुदाय ने आयोजन को प्रेरणादायक और विचारोत्तेजक बताया।
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