आवंटियों की शिकायत का निर्धारित समय सीमा में हो निपटारा- अरूण कुमार
आवंटियों की शिकायत का निर्धारित समय सीमा में हो निपटारा- अरूण कुमार
शिकायतक की शुरुआती दौर में ही समाधान करने को सुलह पीठ बनानी चाहिए
नवनियुक्त चेयरमैन अरूण कुमार चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके
नवनियुक्त चेयरमैन अरूण कुमार ने बैठक में स्पष्ट की प्राथमिकताएं
हरेरा गुरुग्राम के नवनियुक्त चेयरमैन की प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम, 14 दिसम्बर। हरेरा, गुरुग्राम के नवनियुक्त चेयरमैन अरुण कुमार ने गुरुवार को अपने कार्यालय में प्राधिकरण के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ पहली बैठक की। अरूण कुमार ने बैठक में प्राधिकरण के मूल उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य आवंटियों की शिकायतों का निवारण करना है। प्राधिकरण के अधिनियम में प शिकायतकर्ता के मामले में निर्धारित समय सीमा के भीतर निर्णय लेना है।
उन्होंने कहा कि प्राधिकरण को अपनी कार्यप्रणाली को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाने के लिए जागरूकता अभियान और अन्य सभी माध्यमों से लोगों तक पहुंचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण को शिकायतकर्ताओं का शुरुआती दौर में ही समाधान करने के लिए एक सुलह पीठ बनानी चाहिए, जिससे दोनों पक्षों को मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि अरुण कुमार, 1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी (इस वर्ष की शुरुआत में सेवानिवृत्त), 12 दिसंबर, 2023 को प्राधिकरण में इसके दूसरे अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए – पांच साल की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक। इसी साल अक्टूबर में उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चंडीगढ़ सेवा का अधिकार आयोग का मुख्य आयुक्त नियुक्त किया था। अपने कार्यकाल में वे चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके हैं। हरेरा गुरुग्राम 5 फरवरी, 2018 को डॉ. केके खंडेलवाल की अध्यक्षता में अस्तित्व में आया था। जोकि अपने पांच साल के कार्यकाल पूरा करने के बाद 4 फरवरी 2023 को सेवानिवृत्त हुए। वरिष्ठ आईएएस (सेवानिवृत्त) अधिकारी अरूण कुमार के तीन दशकों से अधिक के सेवा कार्यकाल के दौरान, देश और विशेष रूप से हरियाणा राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास और सार्वजनिक कल्याण के मामले में उनके योगदान को उत्कृष्ट दर्जा दिया गया था।
उल्लेखनीय है भारत सरकार के नागरिक उड्डयन के साथ उनके लंबे जुड़ाव ने कई उपलब्धियाँ रही हैं। उन्होंने देश के छोटे शहरों और कस्बों में सूक्ष्म हवाई अड्डों के निर्माण के साथ-साथ हरियाणा के हिसार में भी योजना बनाकर दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भीड़ कम करने के लिए एक हैंगर की आवश्यकता की कल्पना की। जिसे भारत के नागरिक उड्डयन इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि माना जाता है। अपने सेवा काल के दौरान वे फरीदाबाद, पलवल और चंडीगढ़ के उपायुक्त भी रहें। हरियाणा राज्य में जन कल्याण में उनका योगदान शानदार रहा है। कुमार ने हरियाणा के बिजली विभाग में विभिन्न पदों पर लंबी सेवा दी, जो एक बड़े बदलाव के साथ चिह्नित है। अपनी नई भूमिकाओं और जिम्मेदारियों में, कुमार त्वरित और त्वरित न्याय के लिए गुरुग्राम के आवंटियों के लिए राहत की उम्मीद हैं और साथ ही मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के दृष्टिकोण के अनुरूप वे अगले पांच वर्षों के लिए समाज के व्यापक हित में कार्य करेंगे।
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