सीएम गुडग़ांव आकर दूसरे जिलों के अस्पताल गिनाते हैं, गुडग़ांव की बात नहीं करते: पंकज डावर
सीएम गुडग़ांव आकर दूसरे जिलों के अस्पताल गिनाते हैं, गुडग़ांव की बात नहीं करते: पंकज डावर
-शुक्रवार को गुडग़ांव में हुए समारोह में दूसरे जिलों के अस्पतालों में रहा सीएम का फोकस
-कई साल से गुडग़ांव सिविल अस्पताल के लिए तरस रहा है, सरकार को चिंता नहीं
-गुडग़ांव विधानसभा क्षेत्र में नहीं है सरकार अस्पताल, भटकते हैं मरीज
-बादशाहपुर विधानसभा में सेक्टर-10 अस्पताल पर है पूरा भार
गुडग़ांव। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष (शहरी) पंकज डावर ने गुडग़ांव में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक राजस्व देने वाले गुडग़ांव की गुडग़ांव विधानसभा में सरकारी अस्पताल तक नहीं है। मुख्यमंत्री यहां आकर बाकी के हरियाणा की स्वास्थ्य सेवाओं की तारीफ करेंगे, मगर इस पर बात नहीं करेंगे कि गुडग़ांव का सरकारी अस्पताल कब बनाया जाएगा।
पंकज डावर ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुडग़ांव में आईएसबीटीआई के 50वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन स्वर्ण जयंती ट्रांसकॉन 2025 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कहा कि यहां स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार स्थिति और स्तर बेहतर हो रहा है। गत 11 साल में स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े सुधार हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले 30 बेड के अस्पताल हुआ करते थे, वहां अब 100 बेड की सुविधा उपलब्ध है। 100 बेड वाले अस्पतालों को 200 बेड का बना दिया गया है। 200 बेड वाले अस्पतालों को 400 बेड का बना दिया है। पंकज डावर ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा के सरकारी अस्पतालों की स्थिति पर अपनी बात रखी, लेकिन जिस शहर में बैठकर उन्होंने यह बात कही उस शहर के अस्पताल पर कुछ नहीं बोले। यहां का जिला सिविल अस्पताल पिछले करीब छह साल से तोड़ रखा है। बिल्डिंग का मलबा तक उठाया जा चुका है। वहां बड़ा अस्पताल बनाने के हर छह महीने में बड़े दावे कर दिए जाते हैं, मगर आज तक एक ईंट तक सरकार वहां पर नहीं लगा पाई। कभी सीपीडब्ल्यूडी की टीम दौरा करती है। कभी केंद्रीय मंत्री और गुडग़ांव के सांसद दौरा करते हैं। कभी सांसद की बेटी स्वास्थ्य मंत्री दौरा करती हैं और जल्द काम शुरू करने का दावा किया जाता है। कभी अस्पताल को 400 बेड का बनाने की बात होती है तो कभी 500, कभी 600 तो कभी 700 बेड का बनाने की बात कही जाती है। 700 बेड का अस्पताल बनाने के लिए साथ लगते सरकारी स्कूल की 100 साल से भी पुरानी ऐतिहासिक बिल्डिंग का अधिग्रहण कर लिया जाता है। इससे आगे कुछ नहीं। सिविल अस्पताल को बनाने के लिए इसके आगे कोई कदम नहीं उठाया जाता।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज डावर ने मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि गुडग़ांव को दुधारू गाय की तरह दोहने का काम तो सरकार कर रही है, लेकिन यहां सुविधाएं देने के नाम पर सरकार गंभीर नहीं हो रही। गुडग़ांव की गरीब जनता इलाज के लिए भटक रही है। एक मात्र सेक्टर-10 सिविल अस्पताल में ही उपचार कराना मजबूरी बन गई है। वहां इतनी अधिक भीड़ रहती है कि एक दिन में मरीजों का नंबर ही नहीं आता। उन्होंने कहा कि चिकित्सा जगत के कार्यक्रम में गुडग़ांव के सरकारी अस्पताल पर बात नहीं करना यह दिखाता है कि सरकार इस संबंध में गंभीर है ही नहीं। उन्होंने कहा कि सीएम साहब, हर आदमी प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने में समर्थ नहीं है। इसलिए गुडग़ांव का अस्पताल बनवा दो।