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बिना परमिशन टॉयलेट जाने पर 8वीं के स्टूडेंट को पीटा

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बिना परमिशन टॉयलेट जाने पर 8वीं के स्टूडेंट को पीटा:चेहरे पर डंडे से मारा, बेहोश हो गया बच्चा, 4 टांके लगे

बाड़मेर 16 मार्च
बाड़मेर के पास सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले रावतराम को हेडमास्टर ने छड़ी मारी थी।
बाड़मेर में 8वीं क्लास के स्टूडेंट को बिना परमिशन टॉयलेट जाना भारी पड़ गया। इस बात पर हेडमास्टर को इतना गुस्सा आया कि उसने बच्चे की डंडे से पिटाई कर डाली। एक डंडा आंख के पास भी लगा और खून निकलने लगा। बच्चे को 4 टांके आए हैं।
मामला बाड़मेर जिले के सिणधरी थाना क्षेत्र के निंबलकोट के लाखोणी गोदारों की ढाणी का है। घटना 11 मार्च, शनिवार दोपहर 12 बजे की बताई जा रही है। वहीं बच्चे के पिता ने सिणधरी थाने में टीचर के खिलाफ बुधवार को मामला भी दर्ज करवाया है।

जबकि इस पूरे मामले में प्रधानाध्यापक का कहना है कि घटना के दौरान मैं स्कूल में था ही नहीं। दो बच्चे दौड़ रहे थे, तभी ये चोट लगी।

रावतराम 8वीं क्लास का स्टूडेंट है। घटना के बाद परिजन सिणधरी हॉस्पिटल ले गए थे, जहां उसे एक दिन एडमिट रखा था।
रावतराम 8वीं क्लास का स्टूडेंट है। घटना के बाद परिजन सिणधरी हॉस्पिटल ले गए थे, जहां उसे एक दिन एडमिट रखा था।
पिता बोले- बच्चे का हाथ पकड़ कर सिर पर मारने वाले थे डंडा
हुकमाराम ने सिणधरी थाने में शिकायत दी कि उसका बेटा रावतराम (13) राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय लाखोणी गोदारों की ढाणी में पढ़ता है और 8वीं क्लास का स्टूडेंट है।

हर रोज की तरह 11 मार्च को भी उनका बेटा रावतराम 9 बजे स्कूल के लिए गया था। दोपहर करीब 12 बजे उसे टॉयलेट लगी। इस दौरान क्लास में कोई नहीं था तो बिना परमिशन क्लास रूम के बाहर आ गया। जब वह क्लासरूम में लौट रहा था तो प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार प्रजापत ने देख लिया।

हुकमाराम ने कहा कि इस दौरान उनके हाथ में डंडा था। बिना परमिशन टॉयलेट जाने पर वह गुस्सा हो गए और बच्चे का हाथ पकड़ कर सिर पर डंडे से मारने लगा। इस दौरान रावतराम ने बचने के लिए सिर को हिला दिया और डंडा सीधा उसकी आंख के ऊपर जा लगा।

डंडा लगते ही उसके खून निकलने लगा और बेहोश होकर नीचे गिर गया। खून से मुंह भी लथपथ हो गया था। बच्चे की हालत देख प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार उसे निंबलकोट CHC (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) ले आए। जब हमें जानकारी मिली तो हॉस्पिटल पहुंचे।

पिता बोले- पूछा कैसे लगी तो कहा नॉर्मल डंडे से लगा, घर पर ले जाओ बच्चे के पिता हुकमाराम ने बताया कि जब हम सीएचसी पहुंचे तो वहां प्रधानाध्यापक बच्चे का हाथ पकड़ कर खड़ा था। चोट लगने का कारण पूछा तो कहा कि नॉर्मल डंडे की लग गई। इलाज करवा दिया और घर पर ले जाओ।

पिता हुकमाराम का कहना है कि बच्चे को सिणधरी हॉस्पिटल लेकर गया और वहां भी इलाज करवाया। एक दिन एडमिट रखने के बाद छुट्‌टी दे दी गई है, लेकिन बीते चार दिनों से पट्‌टी करवाने लेकर जा रहा हूं।

पिता का आरोप है कि प्रधानाध्यापक ने सूरज कुमार ने पहले भी बेटे के साथ मारपीट की थी। लेकिन, उस समय गांव के प्रमुख लोगों के कहने पर कोई कार्रवाई नहीं की।

रावतराम इसी स्कूल में पढ़ता है। इस पूरे मामले पर स्कूल के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार का कहना है कि उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं।
रावतराम इसी स्कूल में पढ़ता है। इस पूरे मामले पर स्कूल के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार का कहना है कि उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं।
प्रधानाध्यापक बोले- मुझे बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है
सिणधरी थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि 11 मार्च को हुकमाराम ने रिपोर्ट दी थी। इस पर बुधवार को मामला दर्ज कर बच्चे का मेडिकल करवा दिया गया है। बच्चे को एक ही जगह पर चोट का निशान है।

इधर, इस मामले में जब प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार प्रजापत से बातचीत की तो उन्होंने कहा- मेरे ऊपर लगाए गए आरोप मनगढ़ंत हैं। बच्चे को चोट तब लगी, जब दो बच्चे भाग रहे थे। जिस समय की घटना बता रहे हैं, उस समय में मैं स्कूल में भी नहीं था। ऑफिस काम से बाहर गया हुआ था। स्कूल में सीसीटीवी भी लगे हुए हैं। मुझे बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है। इस संबंध मैं बाड़मेर एसपी से बुधवार को मिला भी था।

धौलपुर में 10वीं के स्टूडेंट ने लगाया फंदा:परीक्षा के लिए 1 दिन पहले ही गांव से लौटा था, मकान मालिक की हार्टअटैक से मौत

10वीं क्लास के स्टूडेंट ने बोर्ड परीक्षा शुरू होने से एक दिन पहले फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वहीं, मकान मालिक ने छात्र का शव लटका देखा तो उनकी भी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने उनको अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मकान मालिक को दिल का दौरा पड़ा था। मामला धौलपुर के निहालगंज थाना इलाके का है।

स्टूडेंट ने सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें घरवालों से माफी मांगी है। हालांकि उसने सुसाइड क्यों किया, इसके बारे में कुछ भी नहीं लिखा।

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