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पत्रकार के सामने हर कदम पर चुनौती और जोखिम: सुशील चौहान

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पत्रकार के सामने हर कदम पर चुनौती और जोखिम: सुशील चौहान

सिमी फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया गया पत्रकारो को कोरोना योद्धा सम्मान

कोरोना महामारी के दौरान पत्रकारों की रही है सबसे महत्वपूर्ण भूमिका

कोरोना महामारी से बचने को पत्रकारों ने आमजन को किया जागरूक

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 तेजी से बदलते दौर सहित आधुनिकरण के बीच पत्रकार के सामने हर कदम पर चुनौती और जोखिम मौजूद रहते हैं । कितना भी जोखिम हो और कैसी भी चुनौती हो, फिर भी पत्रकार अपने काम को निष्ठा और दृढ़ता के साथ में करते आ रहे हैं । सबसे महत्वपूर्ण और सक्रिय भूमिका सहित योगदान पत्रकारों के द्वारा कोरोना के समय में निभाने सहित दिया गया। सूचना प्रौद्योगिकी के बदलते दौर में अब प्रत्येक व्यक्ति किसी भी घटना के विषय में जल्द से जल्द जानकारी प्राप्त करने के लिए उत्सुक रहता है। यह तभी संभव हो पाता है जब पत्रकार चौकन्ना और सक्रिय होता है । यह बात सिमी फाउंडेशन के तत्वाधान में आयोजित कोरोना योद्धा पत्रकारों के सम्मान समारोह के मौके पर मैत्री इंटरनेशनल स्कूल बोहड़ाकला के चेयरमैन एवं निवर्तमान जिला पार्षद सुशील सिंह चौहान के द्वारा कही गई ।

इस समारोह का आयोजन सिमी फाउंडेशन के तत्वाधान में कोरोना महामारी के दौरान पत्रकारों के द्वारा फील्ड, कोरोना प्रभाव वाले जोखिम के क्षेत्र, कोरोना संक्रमित लोगों के बीच जाकर उनके अनुभव,कोरोना संक्रमितो का उपचार कर रहे डॉक्टरों का प्रोत्साहन तथा कोरोना महामारी से बचाव के लिए आम जनमानस को जागरूक करने के कार्य को देखते हुए किया गया। इस मौके पर सिमी फाउंडेशन के फाउंडर मनीष शर्मा , को फाउंडर नितेश कुमार , एडवोकेट मनजीत शर्मा , रामवीर सिंह , राकेश कुमार , सुमित कुमार, डॉ मंजीत सिंह चौहान, रूपेश वशिष्ठ, प्रशांत वत्स, सौरभ वत्स , सुभाष चंद्र सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे । इस मौके पर मेजबान शिक्षण संस्थान के चेयरमैन सुशील सिंह चौहान, निदेशक विक्रम सिंह शर्मा, प्रिंसिपल सतेंद्र सिंह विशेष रुप से मौजूद रहे ।

सत्येंद्र सिंह ने कहा कि कोई भी कार्यक्रम हो , घटना हो , हादसा हो, सार्वजनिक या फिर व्यक्तिगत उपलब्धि हो, खुशी हो-गम हो या फिर महामारी ही हो, इन सब के विषय में आम जनमानस तक जानकारी अथवा सूचना का एकमात्र विश्वसनीय कड़ी पत्रकार ही है । आज बदलते दौर में पत्रकारों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ती जा रही है । सही मायने में पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा गया है । अक्सर यह भी देखा गया है कि जब किसी भी पीड़ित व्यक्ति को न्याय नहीं मिले या उसके साथ अन्याय हो तो वह व्यक्ति अपनी पीड़ा परेशानी समस्या को शासन- प्रशासन यहां तक कि न्यायपालिका के समक्ष रखने के लिए भी पत्रकारों के पास ही पहुंचता है । इतना ही नहीं भ्रष्टाचार, सामाजिक बुराई, अनैतिक और गलत तथा समाज विरोधी कार्यो की पोल खोलने में भी पत्रकार अहम योगदान देते है।

इस मौके पर मेजबान शिक्षण संस्थान के चेयरमैन सुशील सिंह चौहान के द्वारा वरिष्ठ पत्रकार फतह सिंह उजाला , पत्रकार रफीक खान, पत्रकार मीर सिंह, पत्रकार राधे पंडित, पत्रकार शिवकुमार को सिमी फाउंडेशन की तरफ से कोरोना योद्धा के स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह के समापन के मौके पर सिमी फाउंडेशन के प्रवक्ता ने कहा कि पत्रकार अक्सर प्रतिकूल हालात और विकट परिस्थिति की भी परवाह नहीं करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर सच्चाई से आम जनमानस को अवगत कराने का कार्य करते हैं । किसी भी योग्य और छिपी हुई प्रतिभा की उपलब्धियों को सार्वजनिक रूप से सभी के सामने लाकर ऐसी प्रतिभाओं को मंच उपलब्ध कराने का कार्य भी पत्रकारों के द्वारा ही किया जाता है । आज के दौर में सोशल मीडिया की विश्वसनीयता आम जनमानस में तेजी से मजबूत हो रही है । किसी भी समाचार की विश्वसनीयता ही पत्रकार को उसकी वास्तविक पहचान बनाने सहित आम जनमानस के भरोसे का विजेता बनाती है।

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