केंद्र जनसंख्या नियंत्रण कानून तत्काल लागू करें – शंकराचार्य नरेंद्रानंद
केंद्र जनसंख्या नियंत्रण कानून तत्काल लागू करें – शंकराचार्य नरेंद्रानंद आज भी सनातन धर्म और संस्कृति को कमजोर करने का चल रहा षड्यंत्र भारतीय सनातन संस्कृति पर अनेकों बार अतिक्रमण और आक्रमण किए गए सरकार ने साढे 4 लाख मठ मंदिरों का अधिग्रहण कर कब्जा कर लिया फतह सिंह उजाला गुरुग्राम । वनखण्डी महादेव मन्दिर, करनैलगंज में आयोजित कार्यक्रम में पधारे श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक सनातन धर्म प्रभावशाली स्थिति में है, तभी तक भारत, भारत है । सनातन धर्म की मान्यता कभी भी विस्तारवादी नहीं रही है । इतिहास में एक भी ऐसा उदाहरण नहीं मिलेगा कि दुनिया में सनातन धर्मावलम्बियों ने किसी देश या वहाँ की संस्कृति पर आक्रमण किया हो, या कोई भी सनातन धर्म के कारण प्रताड़ित हुआ हो । बल्कि सनातन धर्म, संस्कृति, परम्परा पर ही अनेकों प्रकार के आक्रमण हुए हैं, और सनातन धर्मावलम्बियों को ही बर्बर यातनायें और प्रताड़नायें सहनी पड़ी हैं । आज भी सनातन धर्म और संस्कृति को कमजोर बनाने का अभियान चल रहा है । यह जानकारी शंकराचार्य के निजी सचिव स्वामी बृजभूषण आनंद के द्वारा मीडिया से सांझा की गई। इस मौके पर शंकराचार्य नरेंद्र महाराज ने कहां की सनातन धर्म और संस्कृति के केन्द्र ने हमारे साढ़े चार लाख मठ-मन्दिरों का अधिग्रहण कर सरकार ने उन पर कब्जा कर लिया है। सरकार मन्दिरों में चढ़ाये का धन को सनातनद्रोही अन्य तथाकथित धर्मों के प्रसार पर खर्च कर सनातनियों के धन का दुरुपयोग कर रही है। इसलिए सरकार सनातनी हिन्दुओं द्वारा दिये गए किसी भी प्रकार के (वह चाहे टैक्स हो या दान हो) धन का सदुपयोग केवल सनातन धर्म, संस्कृति के प्रचार-प्रसार एवम् सनातनी हिन्दुओं के कल्याण में ही करे, और तत्काल सनातन धर्म की आस्था के केन्द्र मठ-मन्दिरों को सरकारी नियन्त्रण से मुक्त कर सनातन धर्मावलम्बियों और सनातन धर्म के धर्माचार्यों को सौंप दे । पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने यह भी कहा कि मठ-मन्दिरों को सरकारी नियन्त्रण से मुक्त करने के साथ ही साथ सरकार देश में समान शिक्षा नीति, समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियंत्रण कानून तत्काल प्रभाव से लागू करे । इस अवसर पर स्वामी सुनील पुरी, स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती, विनोद कुमार त्रिपाठी, रमेश पाण्डेय, शिवानन्द जायसवाल तथा पण्डाल मे़ हजारों की संख्या में सनातनधर्मी श्रद्धालु उपस्थित थे । करनैलगंज के कार्यक्रम के पश्चात् पूज्य शंकराचार्य महाराज अपने प्रतिनिधिमण्डल के साथ देवघर में आयोजित श्री शिवशक्ति महायज्ञ मेे अपना आशीर्वचन एवम् मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु प्रस्थान किया ।
–स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वतीश्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज सनातन धर्मावलम्बियों को जागृत करने के अभियान के क्रम मेंअपने प्रतिनिधि मण्डल के साथ वाराणसी से प्रस्थान कर भदोही जनपद के हीरापट्टी गाँव पहुँचे, जहाँ श्री प्रकाश चन्द्र दूबे ने पूज्य महाराज श्री से दीक्षा ग्रहण किया । दीक्षा के पश्चात् उपस्थित क्षेत्रवासियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि अपने धर्म के प्रति जागरूक रहते हुए आपसी सद्भाव सद्भाव और एकता को मजबूत करें । विश्व शान्ति और मानव कल्याण के हेतु भारत को वैदिक धरातल पर खड़ा करना पड़ेगा । भारत, भारत ही बना रहे, इसके लिए सरकार तत्काल देश में समान नागरिक कानून लागू करते हुए सभी मठ-मन्दिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करे । सनातनी हिन्दू समाज द्वारा प्रदत्त दान को केवल सनातन धर्म के संरक्षण एवम् सम्वर्द्धन पर ही खर्च किया जाना चाहिए । पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने कहा कि देश में समान नागरिक संहिता के साथ-साथ समान शिक्षा नीति भी लागू किया जाना आवश्यक है। इस अवसर पर स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती, विनोद कुमार त्रिपाठी, हीरापट्टी ग्राम के ग्राम प्रधान अखिलेश चन्द्र दूबे, प्रवीण कुमार दुबे, अंग्रेज दूबे, शिव प्रकाश दूबे, धीरज दूबे, अविरल दूबे, नित्यानन्द दूबे, प्रकाश चन्द्र दूबे, रमेश दूबे, शालिकराम दूबे सहित सैकड़ों सनातन धर्मावलम्बी उपस्थित थे । कार्यक्रम के पश्चात् पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने भदोही जनपद से गोण्डा जनपद के करनैलगंज में आयोजित धर्म सभा में अपना आशीर्वचन प्रदान करने हेतु प्रस्थान किया ।
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