कैंसर मरीज के लिए ढाई लाख में कैंसर का नकली इंजेक्शन सप्लाई करते दबोचा इंजेक्शन आरोपी सप्लायर की पहचान संदीप भूई पुत्र गौरीशंकर के रूप में हुई साउथ दिल्ली निवासी मास्टरमाइंड मोतिउर रहमान सरगना अभी भी फरार डब्ल्यूएचओ के द्वारा डेफीब्रूटाइड इंजेक्शन की बिक्री पर अलर्ट जारी मरीज को 10 लाख के इंजेक्शन पहले ही बेचकर लाखों कमाए
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । मुख्यमंत्री उडन दस्ता, ड्रग्स विभाग की सयुक्त टीम द्वारा सैक्टर 52 गुरूग्राम में कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने पर रेड की गई । मुख्यमंत्री उड़न दस्ता गुरुग्राम को गुप्त सुत्रो से सूचना मिली कि आर्टेमिस हॉस्पिटल के सामने सेक्टर 52 गुरुग्राम में एक कैंसर पीड़ित मरीज के लिए ढाई लाख रुपए में कैंसर का नकली इंजेक्शन सप्लाई किया जाएगा, जिस पर टीम मौके पर पंहुची।
जिस पर मुख्यमंत्री उड़न दस्ता गुरुग्राम व ड्रग्स विभाग की सयुक्त टीम द्वारा एक निजी हॉस्पिटल के सामने सेक्टर 52 गुरुग्राम में एक कैंसर पीड़ित मरीज के लिए ढाई लाख रुपए में इंजेक्शन सप्लाई करने वाले पर रेड की गई। जहां पर इंजेक्शन सप्लाई करने वाले संदीप भुई पुत्र गौरी शंकर भूई वासी कोलकाता पश्चिमी बंगाल हाल किराएदार न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी दिल्ली को कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले डेफीब्रूटाइड इंजेक्शन के साथ पकड़ा। जिसके पास किसी भी प्रकार का कोई बिल नहीं था। जिसने पूछताछ में बताया की यह इंजेक्शन मोतीउर रहमान अंसारी वासी जामिया नगर साउथ दिल्ली के द्वारा मुझे भेज कर सप्लाई करवाया है। मैं मोतीउर रहमान अंसारी के पास नौकरी करता हूं।
आरोपी ने बताया कि उपरोक्त मरीज के लिए 4 बॉक्स इंजेक्शन जिसमे एक बोक्स में 10 इंजेक्शन होते हैं। मैं पहले भी दे चुका हूं। जिनकी कीमत 10 लाख रुपए ली गई थी। जिसको ड्रग्स एंड कंट्रोल ऑफिसर सेक्टर 45 गुरूग्राम के द्वारा सच्चाई जानने के लिए इस इंजेक्शन बारे पता किया गया तो यह इंजेक्शन इटली से सप्लाई होता है। जब इटली कंपनी को ड्रग्स विभाग के द्वारा उनकी मेल के द्वारा सूचित किया गया तो इटली कंपनी ने ड्रग्स विभाग द्वारा भेजी गई ईमेल के माध्यम से अपना रिप्लाई दिया कि यह इंजेक्शन नकली है। जिसके आधार पर ड्रग्स विभाग के द्वारा आरोपी संदीप भुई व इस पूरे दवाई माफिया रैकेट का सरगना मोतिउर रहमान अंसारी के खिलाफ ड्रग्स विभाग के नियमों के तहत कार्यवाही की जा रही है। आरोपी संदीप भुई पुत्र गौरी शंकर भूई को मौके से गिरफ्तार किया गया व इस पूरे रैकेट के सरगना मोतीउर रहमान अंसारी की तलाश जारी है।
डब्ल्यूएचओ के द्वारा रेड अलर्ट जारी
डब्ल्यूएचओ के द्वारा भी इस प्रकार के नकली इंजेक्शन के बारे में अलर्ट जारी किया हुआ है । इस प्रकार से अवैध रूप से नकली इंजेक्शन व दवाईयां बेचने व सप्लाई करके रैकेट चलाकर अवैध रूप से लाखों रूपये कमाने वालों पर आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी। अब तक की जांच में मालूम हुआ है कि आरोपी इस प्रकार से नकली इंजेक्शन बेचकर लाखों रूपये कमा चुके है। इस पूरे रैकेट में और कौन कौन शामिल है, इसकी जांच की जायेगी।
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