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गुरूग्राम पुलिस की गिरफ्त में फंसे शहर के ही पिता-पुत्र  नटवरलाल

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गुरूग्राम पुलिस की गिरफ्त में फंसे शहर के ही पिता-पुत्र  नटवरलाल

ईडी और सीबीआई का डर दिखाकर ऐंठते आ रहे थे लोगों से रूपए

पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा से मांगी जा रही थी मोटी रकम

शिकायत को वापस लेने के लिए 4 करोड़ रूपए की जा रही थी मांग

आरोपी दस लाख पहले वसूल च के अब दो लाख अब ऐंठने पहुंचे थे

ईडी, इंकम टैक्स और सीबीआई के भेजा करते थे लोगों को  सम्मन

निर्माणधीन इमारतों की शिकायत के आधार पर मांगी जाती थी रकम

आरोपी यशपाल अरोड़ा , जितेंद्र मुंजाल व राहुल अरोड़ा गिरफ्तार

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। 
कथित रूप से सीबीआई के शिकंजे मे फंसने और करीब चार वर्ष जेल में काटने के बाद ही यह प्लान जेहन में घर कर गया कि, क्यों न अब अपने आप को ईडी सहित सीबीआई अधिकारी बताकर, शिकायते करने के उपरोत सेंटलमेंट के नाम पर मनमाना पैसा वसूलने का काम शुरू कर दिया जायं ? लेकिन फर्जीवाड़ा भी ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल पाता है। ंभारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले नटवरलाल पुलिस के हत्थे चढे ़ है, पुलिस ने इस मामले में 2 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। अदालत ने आरोपियों का 1 दिन का रिमांड की पुलिस को दे दिया है।

साइबर सिटी गुरुग्राम की हाईटेक पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद सलाखों के पीछे जाते हुए कई नटवरलाल के नाम सुने और चेहरे तो लोगों ने देखे होंगे । लेकिन गुरुग्राम पुलिस के हत्थे एक ऐसा नटवरलाल जोड़ा चढ़ा है, जो देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के नाम पर लोगों से ठगी करता था। गुरूग्राम के न्यू कॉलोनी में बैठकर ये नटवरलाल अपने बेटे व अन्य एक साथी के साथ मिलकर लोगों को निशाना बनाते थे। यशपाल अरोड़ा नाम का ये नटवरलाल गुरूग्राम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर से ईडी के सम्मन के आधार पर मामले को रफादफा करने के नाम पर 4 करोड़ रूपए की मांग कर रहा था। आरोपी यशपाल अरोड़ा अपने आप को ईडी के अधिकारियों के नजदीकी बताता था और इसी आधार पर आरोपी ने नगर निगम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा को अपने झांसे में लिया और इस पूरे मामले को रफा-दफा करने की एवज में चार करोड़ की मोटी रकम मांगी। दरअसल नटवरलाल यशपाल अरोड़ा गुरूग्राम में निर्माणधीन इमारतों को चयन करके उसके मालिकों के खिलाफ शिकायत करके और उस शिकायत को वापस लेने के नाम पर बड़ी रकम ऐंठता था।

इस मामले में प्रीतपाल सिंह, एसीपी क्राइम गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक गुरुग्राम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा को आरोपियों पर शक हुआ तो इसकी शिकायत पुलिस को दी गई । पुलिस ने इस पूरे मामले में एक टीम गठित की और रंगे हाथ यशपाल अरोड़ा और उसके बेटे राहुल अरोड़ा के साथ जितेंद्र मुंजाल को 2 लाख रूपए लेते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक इससे पहले भी इसी मामले में नटवरलाल यशपाल अरोड़ा पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर से 10 लाख रूपए ऐंठ चुका है। पुलिस द्वारा तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अब इस बात की तफ्तीश की जा रही है कि जो नोटिस ईडी और सीबीआई के नाम पर दिए जाते थे ? वो फर्जी थे या फिर किसी विभाग के अधिकारी के साथ मिलकर इस गोरखधंधे को चलाया जा रहा था। फिलहाल गुरुग्राम पुलिस ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से भी इस बाबत संपर्क किया गया है। वहीं पुलिस पूरे मामले में इस जांच में भी जुटी है कि अभी तक यह नटवरलाल कितने लोगों को चूना लगा चुके है । वही गुरुग्राम पुलिस ने लोगों से भी यही अपील की है यदि किसी भी व्यक्ति के साथ इस तरह की घटना हुई है तो पुलिस को शिकायत दे।

इस पूरे मामले में एक बड़ा सवाल ये भी उठता है कि आखिरकार नगर निगम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा, इस नटवरलाल पिता-पुत्र के झांसे में कैसे आए ? क्या  पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कोई ऐसी कोई गलती की हुई थी, जिससे वह ईडी के इस सम्मन से डरे हुए थे और लाखों रूपए देने के बाद करोड़ो रुपए देने के लिए तैयार हो गए। बहरहाल फिलहाल इस पूरे मामले की गुत्थी पुलिस जांच के मार्फ़त सुलझाने में जुटी हुई है। फिलहाल तीनों आरोपियों को जिला अदालत में पेश किया गया और जिला अदालत ने एक दिन का रिमांड देकर पुलिस के हवाले कर दिया है । अब एक दिन के रिमांड के बाद इनको फिर जिला अदालत में पेश किया जाएगा । इस दौरान इनसे बहुत से सवाल ऐसे हैं जो पूछे जाएंगे। जिनसे पुलिस को और भी बहुत खुलासे होने की उम्मीद है।

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