लूणकरणसर में पकड़े गए नकली नाेट आरोपियों ने 2000 के नोट की कलर फोटो काॅपी से तैयार किए हैं। कुछ महीनों से वे ऐसे ही नोट तैयार कर चला रहे थे। इन नकली नोटों को वे असली बताते और बड़ा कमीशन देकर दूरस्थ गांवों के लोगों को देते थे ताकि वे मार्केट में चला सके।
पुलिस अब ये पता लगा रही है कि आरोपी ये नोट कहां तैयार करते थे। इसके लिए वे पेपर कहां से लाते आैर लेने वाले के कितना लालच देते थे। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि अब तक आरोपियों ने कहां-कहां कितने नोट चला दिए। लूणकरणसर के वार्ड 34 से पकड़े गए साहिल को रिमांड पर लिया गया है। बीकानेर एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपने चार साथियों के नाम बताए हैं। इनमें 3 आरोपी तो लूणकरणर तहसील के है। एक आरोपी चूरू के सुजानगढ़ तहसील का है। चार में से दो साथी सोमवार रात को उसे ये नाेट देकर गए थे। साथियों ने कहा, मंगलवार को कालू के रास्ते ये नोट आगे भेजे जाएंगे। साहिल के साथियाें को पकड़ने के लिए पुलिस ने सोमवार रात और मंगलवार दिन में कई जगह दबिश दी लेकिन आरोपी नहीं मिले।
🥀नकली नोट चलाने वाला मास्टर माइंड फरार आरोपी साहिल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दो युवक उसे रुपए देने के लिए आए थे। रुपए देने के बाद उन्होंने कहा, कल एक व्यक्ति आएगा, जो तुम्हारे पास से ये रुपए ले जाएगा। इतना कहकर वे चले गए। पुलिस ने साहिल के अलावा पांच अन्य लोगों के खिलाफ नकली नोट चलाने का मामला दर्ज किया है।पुलिस ने नामजद आरोपियों की धरपकड़ के लिए उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी।कुछ संदिग्ध युवकों से पूछताछ भी की है।
मोबाइल फोन से सरगना तक पहुंचने की तैयारी जांच में यह करेंसी नकली मिली है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि यह गिरोह अलग-अलग स्थानों पर नकली करेंसी सप्लाई कर रहा है।आरोपी के पास से जो मोबाइल फोन बरामद किया गया हैं उनकी पुलिस जांच कर रही है जिसमें कुछ संदिग्ध नंबर मिले हैं। पुलिस उन नंबरों के जरिये गिरोह के दूसरे साथियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
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