धर्म नगरी गुरुग्राम में सनातन संस्कृति की मजबूती का वाहक बना कैनविन
धर्म नगरी गुरुग्राम में सनातन संस्कृति की मजबूती का वाहक बना कैनविन
-अब खुशियों के अवसर पर फिल्मी गीतों से ज्यादा सुंदर कांड पाठ हो रहे
-सेहत के साथ सनातन संस्कृति को भी मजबूत बना रहा कैनविन फाउंडेशन
-अब तक 653 सुंदर कांड पाठ का हो चुका है आयोजन
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। गुरु द्रोण एवं मां शीतला की नगरी धर्म नगरी गुरुग्राम में हर घर सुंदर कांड के माध्यम से कैनविन फाउंडेशन सेहत के साथ सनातन संस्कृति की मजबूती के लिए अलख जगा रहा है। साल 2023 में पहले नवरात्र से शुरू हुई सुंदर कांड की यह मुहिम अब तक 653 के आंकड़े तक पहुंच गई। अयोध्या में रामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन तक यह आंकड़ा 677 हो जाएगा। इस मुहिम में एकत्रित हुए 17 लाख 94 हजार रुपये धर्म के काम के लिए अयोध्या जी भेजे जाएंगे।
डा. डीपी गोयल ने कहा कि सुंदर कांड पाठ की यह सार्थकता है कि अब लोग अपने घरों में खुशी के आयोजनों में डीजे पर फिल्मी गीत बजाकर नाचने की बजाय सुंदर कांड पाठ को महत्व दे रहे हैं। चाहे जन्मदिन हो या विवाह-शादी, शादी की सालगिरह, घर, दुकान, संस्थान का मुहूर्त या फिर कोई और आयोजन। हर आयोजन में लोगों की सुंदर कांड का पाठ पहली पसंद बनता जा रहा है। यह हम सबके लिए खुशी की बात है कि हम पाश्चात्य संस्कृति का त्याग करके अपनी संस्कृति में लौट रहे हैं। अपनी संस्कृति से अपनी आने वाली पीढिय़ों को जोड़ रहे हैं। एक तरफ तो अयोध्या में भगवान राम लला के मंदिर बनने के बाद उसमें प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन और दूसरी तरफ गुरु द्रोण व मां शीतला की नगरी गुरुग्राम में धर्म के प्रति बढ़ रही आस्था अपनी संस्कृति को मजबूती की ओर ले जा रही है। घर-घर सुंदर कांड पाठ के आयोजनों को लेकर गुरुग्राम भी एक तरह से अयोध्या नगरी बन गई है। यहां भी राम नाम का डंका बज रहा है। ऐसा होना भी चाहिए। गुरुग्राम भी गुरुओं की नगरी है। धर्म नगरी है। धर्म के प्रचार-प्रसार में यहां की भूमि के लोगों की भी बड़ी भूमिका होनी ही चाहिए। करीब 500 साल बाद भारतवर्ष में हर्ष का दिन आया है। भगवान राम लला जो वर्षों तक टेंट में रहे, अब अपने मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। हर सनातनी के लिए यह गौरव का दिन है। उन्होंने कहा कि सुंदर कांड पाठ की को लेकर मातृ शक्ति में भी अच्छा उत्साह रहता है। इस मुहिम की सफलता काफी हद तक महिलाओं के माध्यम से ही हो रही है। उनके साथ बच्चे भी काफी संख्या में जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि अब तक सुंदर कांड पाठ में 17 लाख 94 हजार 451 रुपये चढ़ावे के रूप में आ चुका है, जिसे धर्म के कार्य में लगाने के उद्देश्य से अयोध्या जी में भेजा जाएगा।
सनातन संस्कृति की सेवा करना भी हमारा उद्देश्य: नवीन गोयल
नवीन गोयल ने कहा कि कैनविन फाउंडेशन ने शुरुआत तो भले ही लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए की हो, लेकिन अब कैनविन सनातन संस्कृति की सेवा में भी आगे बढ़ रहा है। राम नाम का प्रचार-प्रसार और राम की सेवा के कार्यों को कैनविन की टीम निरंतर गति दे रही है। जिस तरह से लोग अपनी बीमारी लेकर कैनविन सेवा पॉलिक्लीनिक तक पहुंचते हैं। कॉल करके सलाह लेते हैं। ऐसे ही अब लोग कॉल करके सुंदर कांड पाठ करवाने की बुकिंग भी करवा रहे हैं, जो कि पूरी तरह से निशुल्क है। जिस उद्देश्य के साथ कैनविन फाउंडेशन ने सुंदर कांड पाठ की मुहिम की शुरुआत की थी, इसमें कोई दोराय नहीं कि वह उद्देश्य पूर्ण हो रहा है। हर गली, मोहल्ले में कहीं ना कहीं सुंदर कांड का पाठ, भगवान राम के गीत सुनाई देने लगे हैं।
22 जनवरी के बाद भी सुंदर कांड पाठ पर होगा विचार
कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल एवं सह-संस्थापक नवीन गोयल ने गुरुग्राम में धर्म के प्रति आमजन का रुझान बढ़ाने के लिए, धर्म की अलख जगाने के लिए नवरात्रों से पहले समाज के मौजिज लोगों की बैठक बुलाई। जिसमें हर घर सुंदर कांड पाठ का निर्णय लिया गया। इसके लिए बकायदा कमेटी गठित की गई, जिसका नेतृत्व समाजसेवी अम्बिका प्रसाद को सौंपा गया। उस दिन से लेकर अब तक सुंदर कांड के पाठ निरंतर जारी है। अयोध्या जी में श्री राम लला के प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन यानी ऐतिहासिक तारीख 22 जनवरी 2024 तक 653 पाठ पूर्ण हो रहे हैं। सुंदर कांड पाठ की शुरुआत तो प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन तक के लिए ही की गई थी, लेकिन आमजन का इस धार्मिक कार्य के प्रति बढ़ता जा रहा रुझान इस बात के लिए प्रेरित कर रहा है कि इसे आगे भी जारी रखा जाए। जल्द ही इसके लिए कमेटी की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। डा. डीपी गोयल ने कहा कि सुंदर कांड पाठ के लिए बकायदा 82000-84000 नंबर जारी किया हुआ है। इस पर कॉल करके लोग सुंदर कांड पाठ करवाने के लिए लिखवाते हैं। कैनविन फाउंडेशन की ओर से जहां भी सुंदर कांड पाठ होता है, वहां पर भव्य दरबार, दरी, गद्दे, बैनर, निमंत्रण पत्र, संदेश, सुंदर कांड की पुस्तक और पंडितों की टीम भेजी जाती है। तीन घंटे तक सुंदर कांड का पाठ होता है। इस दौरान भजन-कीर्तन भी किया जाता है।
इन सबकी रहती है अहम भूमिका
हर घर सुंदर कांड पाठ की मुहिम में अनेक समाजसेवी कैनविन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इनमें समता सिंगला, वंदना सिंगला, बबीता खंडेलवाल, गजेंद्र गुप्ता, कुसुम नारंग, अम्बिका प्रसाद, महेंद्र भुक्कल, प्रद्युमन जांघू, सतीश चोपड़ा, राजेश दत्ता, रतन लाल गुप्ता, रवि शर्मा, विद्यानंद नूनीवाल, सतीश तायल, अजय अग्रवाल, उषा भारद्वाज, केएल गर्ग, मुस्कान सिंघल, ज्योति, विपिन मिश्रा, अनिल अग्रवाल, राकेश ढाका, शिव नारायण, नवीन शर्मा, संदीप शर्मा विशेष कौशिक, ललित, सुमित, नीरज जुलाना शामिल हैं।
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