गांव खवासपुर हादसा
बिल्डिंग मालिक रविंद्र कटारिया और मैनेजर कृष्ण कौशिक पर मुकदमा
संडे को डीलक्स कंपनी कांपलेक्स में ही धराशाई हुई तीन मंजिला बिल्डिंग
हादसे में दो की हुई मौत, एक को बचाया गया एक अभी भी मलबे में दबा
भारी बरसात के कारण राहत कार्य में जुटे दल को आ रही है बाधा
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम/पटौदी । संडे को देर शाम गुरूग्रााम-पटौदी के बीच गांव खवासपुर में ही डीलक्स कंपनी कांपलेक्स परिसर में बनी 3 मंजिला बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह धराशाई हो गई थी। इस मामले में थाना फर्रुख नगर में डीलक्स कंपनी और वेयरहउस सहित बिल्डिंग मालिक रविंद्र कटारिया जो कि गुरुग्राम नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन बताए गए तथा मैनेजर कृष्ण कौशिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है । यह मुकदमा भारतीय दंड संहिता की धारा 288 , 304 और 34 के तहत कंपनी में एग्जीक्यूटिव पोस्ट पर कार्यरत विजय कुमार पुत्र राजेश कुमार गांव आसलवास जिलाा भिवानी के बयान पर दर्ज किया गया है ं
पुलिस में दर्ज मुकदमे के मुताबिक विजय कुमार ने बताया है कि वह और अजय मिश्रा के अलावा अन्य कर्मचारी भी तीन मंजिला बिल्डिंग में मौजूद थे । संडे देर शाम को कुछ चटकने की आवाजें आई तो डर के मारे दोनों बिल्डिंग से बाहर फटाफट निकल आए । जैसे ही यह दोनों बिल्डिंग से बाहर आए 3 मंजिला बिल्डिंग भरभरा कर धड़ाम से मलबे में बदल गई । पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक कंपनी और बिल्डिंग मालिक रविंद्र कटारिया सहित मैनेजर कृष्ण कौशिक को इस बिल्डिंग के जर्जर होने के बारे में बीते 1 वर्ष से लगातार जानकारी देकर कर्मचारियों के लिए नए आवासीय परिसर की मांग की जा रही थी । लेकिन बिल्डिंग के एक साइड में जैक लगाकर बिल्डिंग मालिक लगातार यह झूठा आश्वासन देते रहे कि बिल्डिंग बिल्कुल सही है , किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं।ं आरोप लगाया गया है कि वेयर हाउस और बिल्डिंग मालिक रविंद्र कटारिया तथा मैनेजर कृृष्ण कौशिक की घोर लापरवाही की वजह से ही यह भयंकर हादसा हुआ है ।
इधर जानकारी के मुताबिक हादसे के समय इस बिल्डिंग में कुल 6 लोग मौजूद बताए गए।ं जिनमें से खतरे को भांपते ही विजय कुमार अपने मित्र अजय मिश्रा के साथ में दौड़कर बिल्डिंग से बाहर आ गए।ं लेकिन चार लोग बिल्डिंग के मलबे में ही दब गए । उपलब्ध जानकारी के मुताबिक बिल्डिंग के मलवे में से समाचार लिखे जाने के समय तक 3 लोगों को निकाला जा चुका था ं। जिनमें से 2 को मृत घोषित किया जा चुका है और एक जीवित की पहचान सोनू के रूप में मौके पर मौजूद उसके रिश्तेदार के द्वारा की गई है ।ं सोमवार को सुबह तेज बरसात बचाव और राहत कार्य ने बाधा बनी रही । बताया गया है कि अभी भी एक व्यक्ति बिल्डिंग के मलबे में ही दबा हुआ है ं।
वहीं देर रात घटनास्थल पर पहुंचे गुरुग्राम के डीसी डॉ यश गर्ग के द्वारा बताया गया कि प्रशासन और बचाव दल की पहली प्राथमिकता मलबे में दबे लोगों को पहचान कर उन्हें जीवित निकालना और बचाना हैं। इस पूरे हादसे की जांच की जाएगी और जो भी कोई दोषी होगा उसके खिलाफ नियम और कानून के मुताबिक कार्यवाही भी की जाएगी। वही मौके पर ही पहुंचे पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियाों के द्वारा भी इस हादसे में घायल और मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा गया कि इस प्रकार के हादसों में पहली प्राथमिकता बिल्डिंग अथवा परिसर में लोगों की संख्या जानने के साथ उनकी लोकेशन की पहचान कर जीवन बचाना होता है ं।ं सूत्रों के मुताबिक इस तीन मंजिला बिल्डिंग में डीलक्स कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों के रहने के लिए कमरे दिए गए थे ं।ं थाना फर्रुख नगर में डीलक्स कंपनी में 4 वर्ष से कार्यरत और बीते 1 वर्ष से खवासपुर वेयरहउस साइट पर नियुक्त विजय कुमार पुत्र राजेश कुमार निवासी गांव आसलवास जिला भिवानी की शिकायत पर गुरुग्राम निवासी डीलक्स कंपनी वेयर हाउस एवं बिल्डिंग मालिक रविंद्र कटारिया सहित मैनेजर कृृष्ण कौशिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस केे द्वारा अपनी जांच शुरू कर दी गईे हैे।
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