झारखंड में ‘नौका’ एंबुलेंस शुरू, गंगा किनारे बसे लोगों के लिए बनेगी वरदान
झारखंड में ‘नौका’ एंबुलेंस शुरू, गंगा किनारे बसे लोगों के लिए बनेगी वरदान
झारखंड में एयर एंबुलेंस के बाद पहली बार नौका एंबुलेंस की शुरुआत की गई है। इस नौका एंबुलेंस सेवा के शुरू होने से अब झारखंड के अलावा गंगा नदी के किनारे बसे बिहार के लोगों को भी बड़ी मदद मिलेगी। नौका एंबुलेंस की मदद से सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को तत्काल बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा सकेंगी।
क्या है इस पहल का उद्देश्य ?
इस संबंध में शनिवार को एक आधिकारिक बयान भी जारी किया गया था। बयान में बताया गया कि झारखंड की पहली नाव एम्बुलेंस सेवा ’15 मई 2023′ को साहिबगंज जिले में परिचालन शुरू करने के लिए तैयार है। इस पहल का उद्देश्य दियारा क्षेत्र में रहने वाले दो लाख से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करना है, जो गंगा नदी के पास स्थित है।
क्यों शुरू की गई नौका एंबुलेंस ?
दरअसल, दियारा क्षेत्र में नदी के आसपास कई पंचायतें हैं जो मानसून के मौसम के दौरान, दुर्गम क्षेत्र में तब्दील हो जाती हैं और पानी में डूबने के कारण यहां रहने वाले ग्रामीणों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। नतीजतन, इन क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान सहित कई स्वास्थ्य कार्यक्रम बाधित होते हैं। ऐसे में इस मुद्दे को हल करने के लिए और प्रभावित आबादी को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए नौका एंबुलेंस शुरू करने का निर्णय लिया गया।
इससे पहले शुरू की गई थी एयर एंबुलेंस सेवा
इससे पहले, राज्य सरकार ने विभिन्न राज्यों में स्थित उच्च चिकित्सा सुविधाओं के लिए गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए रांची और छह अन्य केंद्रों से एयर एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की थी। साहिबगंज प्रशासन ने फिलहाल दो नौका एंबुलेंस खरीदी हैं। ये नौका एंबुलेंस शुक्रवार को साहिबगंज पहुंची हैं। एक नौका एंबुलेंस छह व्यक्तियों को समायोजित करने में सक्षम हैं। इसके साथ-साथ ये नौका एंबुलेंस ऑक्सीजन सिलेंडर, ईसीजी उपकरण, रोगी केबिन और प्रयोगशाला तकनीशियन जैसी सुविधाओं से लैस हैं। इसके अलावा, नौका एंबुलेंस को नेविगेशन के लिए जीपीएस सिस्टम, अग्निशामक यंत्र और मास्टहेड लाइट से भी लैस किया गया है जो इसे रात में भी काम करने में सक्षम बनाता है।
किन इलाकों में मिलेगी नौका एंबुलेंस सेवा ?
नौका एंबुलेंस औपचारिक रूप से 15 मई को शुरू की हो गई हैं, जिसमें एक एम्बुलेंस राजमहल क्षेत्र और दूसरी साहिबगंज क्षेत्र को सौंपी गई हैं। संथाल परगना क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की सीमित उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए, देवघर में एम्स के अलावा, नौका एंबुलेंस भी आपात स्थिति के दौरान मरीजों को बिहार के पूर्णिया और पश्चिम बंगाल के मालदा ले जाने के उद्देश्य से काम करेगी। बुकिंग के महज दो घंटे के भीतर ही एंबुलेंस तैयार हो जाएगी और यह आपातकालीन उपकरणों और डॉक्टरों से लैस होगी।
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