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वायुसेना की बड़ी उपलब्धि, C-17 विमान ने अरब सागर में उतारे दो लड़ाकू नौका; 17 बंधकों को कराया मुक्त

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वायुसेना की बड़ी उपलब्धि, C-17 विमान ने अरब सागर में उतारे दो लड़ाकू नौका; 17 बंधकों को कराया मुक्त
पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक सी-17 सामरिक परिवहन विमान ने सोमाली समुद्री डाकुओं से अपहृत मालवाहक जहाज को जब्त करने में नौसेना की सहायता करते हुए अरब सागर में समुद्री कमांडो के साथ दो लड़ाकू नौकाओं की सटीक एयरड्रॉप को अंजाम दिया। IAF ने कॉम्बैट रबराइज्ड रेडिंग क्राफ्ट (CRRC) नौकाओं और MARCOS कमांडो की एयरड्रॉप को दोनों सेनाओं के बीच “संयुक्तता” का “उल्लेखनीय प्रदर्शन” बताया।

नौसेना ने शनिवार को एक सुव्यवस्थित ऑपरेशन में भारतीय तट से लगभग 2,600 किमी दूर पूर्व माल्टीज ध्वज वाले व्यापारिक जहाज को जब्त करने के बाद 35 समुद्री लुटेरों को पकड़ लिया और उनके द्वारा रखे गए 17 बंधकों को मुक्त करा लिया।
लगभग 40 घंटे के ऑपरेशन में नौसेना ने अपने स्टील्थ-निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोलकाता, गश्ती जहाज आईएनएस सुभद्रा, लंबे समय तक चलने वाले सी गार्डियन ड्रोन को तैनात करने के अलावा सी -17 विमान का उपयोग करके विशिष्ट समुद्री कमांडो – मार्कोस – को एयरड्रॉप किया।

IAF ने एक्स पर पोस्ट कर एयरबोर्न ड्रॉप की दी जानकारी 

IAF ने ‘X’ पर पोस्ट किया, “संयुक्तता और एकता के एक उल्लेखनीय प्रदर्शन में, IAF C-17 विमान ने चल रहे एंटी पाइरेसी ऑपरेशन संकल्प के समर्थन में अरब सागर में भारतीय नौसेना मार्कोस के साथ दो कॉम्बैट रबराइज्ड रेडिंग क्राफ्ट (CRRC) नौकाओं की एक सटीक एयरबोर्न ड्रॉप को अंजाम दिया।” 

IAF ने पहले भी किया था डकैती के प्रयास को विफल

आपको बता दें कि भारतीय नौसेना ने इस महीने की शुरुआत में सोमालिया के पूर्वी तट पर 11 ईरानी और आठ पाकिस्तानी नागरिकों के चालक दल वाले मछली पकड़ने वाले जहाज पर डकैती के प्रयास को विफल कर दिया था। जनवरी महीने में भी भारतीय युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डाकुओं द्वारा हमला किए जाने के बाद ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज के 19 पाकिस्तानी चालक दल को बचाया था। नौसेना ने पांच जनवरी को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज एमवी लीला नोरफोक के अपहरण के प्रयास को विफल कर दिया था।

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