पानी उतरते देख किनारे पर घर मत बना लेना,: भूपेंद्र हुड्डा
पानी उतरते देख किनारे पर घर मत बना लेना,: भूपेंद्र हुड्डा
भविष्य में कांग्रेस की सरकार करेगी मेवात की तमाम समस्याओं का निवारण
मौजूदा सरकार में स्कूल, अस्पताल, खजाना खाली, जनता कराएगी कुर्सी खाली
बीजेपी सरकार में महंगाई, बेरोजगारी, किसानों पर अत्याचार, झूठ का रिकॉर्ड
दीपेंद्र हुड्डा बोले बीजेपी सरकार का जाना तय, लखनऊ में लगेगा पहला झटका
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नूंह में आयोजित ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम को संबोधित किया। यहां हुड्डा ने शायराना अंदाज में कहा कि ‘मेरा पानी उतरते देख किनारे पर घर मत बना लेना, मैं समुंदर हूं लौटकर जरूर आऊंगा।’ उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस और वह स्वयं लौटकर सत्ता में आएंगे तो मेवात में रेलवे लाइन लाने, यूनिवर्सिटी बनाने और मेवात कैनाल का विकास करने जैसी तमाम मांगों को पूरा किया जाएगा।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम के जरिए लगातार जनता से रूबरू हो रहे हैं। आज महंगाई और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं और रोजगार घटते जा रहे हैं और जनता इसे महसूस कर रही है। हालात ऐसे हो गए हैं कि धीरे-धीरे सरकारी दफ्तर खाली हो रहे हैं, क्योंकि वहां पर कर्मचारी नहीं है। स्कूल खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां पर टीचर्स नहीं हैं। अस्पताल खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां डॉक्टर्स नहीं हैं। इतना ही नहीं, सरकार की कुनीतियों के चलते आज सरकार का खजाना भी खाली है, दुकानदार व व्यापारी का गल्ला भी खाली है और गरीब-मजदूर का पेट भी खाली है। इसीलिए अब जनता कह रही है कि भाजपा सरकार को कुर्सी भी खाली कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेवात से उनके परिवार का पुराना और भावनात्मक रिश्ता है। क्योंकि 1947 में उनके पिता स्व. रणबीर सिंह हुड्डा एक बार महात्मा गांधी जी को मेवात लेकर आए थे। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बड़ी तादाद में मेवात के लोगों ने देश के लिए शहादतें दी थीं। उन शहीदों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इसलिए मुख्यमंत्री रहते उन्होंने मेवात के लिए जो कार्य किए, उसे करना उनकी जिम्मेदारी थी। उनके कार्यकाल के दौरान मेवात में बहुत सारे कार्य हुए और कई बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी मिली। लेकिन, प्रदेश की बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार ने ना मेवात में कोई नया विकास कार्य करवाया और ना ही पिछली सरकार की मंजूरशुदा योजनाओं को आगे बढ़ाया। इस कार्यक्रम का आयोजन जिले के विधायकों आफताब अहमद, मोहम्मद इलियास और मामन खान की तरफ से करवाया गया था। यहां बड़ी तादाद में पहुंचे लोगों ने विपक्ष के सामने अपनी समस्याएं रखीं। स्थानीय विधायकों ने हुड्डा सरकार के दौरान हुए विकास कार्यों और इलाके की मांगों का लेखा-जोखा पेश किया।
2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया
इसी मौके पर मंच से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सबसे पहले मेवात की जनता का धन्यवाद किया कि, यहां की जनता ने 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया करते हुए तीनों सीटें कांग्रेस को दी। उन्होंने कहा कि मेवात हमेशा भाईचारे की मिसाल रहा है, जिसे लगातार चोट पहुंचाने की कोशिश हो रहे हैं। प्रदेश के विकास में मेवात की भी वहीं भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी, जो दूसरे इलाकों की होगी। दीपेंद्र ने कहा कि हरियाणा आज बेरोजगारी, अपराध, किसानों पर अत्याचार भ्रष्टाचार में पहले पायदान पर पहुंच गया है। हम संकल्प लेते हैं कि जब तक हरियाणा दोबारा विकास की पटरी पर नहीं आता, यहां भाईचारा और खुशहाली पूरी तरह स्थापित नहीं होते, हम चौन की सांस नहीं लेंगे। पूर्व सीएम हुड्डा के कार्यकाल के दौरान ही मेवात को जिला बनाया गया। लेकिन लेकिन 7 साल के दौरान मौजूदा भाजपा सरकार ने जिले में विकास का कोई नया कार्य करवाना तो दूर, हुड्डा सरकार के तयशुदा कार्यों को भी रोकने का काम किया। मोदी-खट्टर सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इस सरकार ने ऐसे कई रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, जो 70 साल में नहीं बने। 70 साल में पेट्रोल, डीजल रसोई गैस, खाद इतना महंगा कभी नहीं हुआ, जितना इस सरकार में हुआ। 70 साल में बैंकों का कर्ज, किसानों पर अत्याचार और बेरोजगारी इतने कभी नहीं बढ़े जितने इस सरकार में। ना ही 70 साल में देश को इतना तोड़ा गया और ना ही इतना झूठ बोला गया, जितना इस सरकार में। इसलिए इस सरकार को अब जाना पड़ेगा। उन्होंने बताया उत्तर प्रदेश चुनाव में उनकी ड्यूटी लगी है और बीजेपी सरकार को पहला झटका लखनऊ से मिलेगा।
4 दर्जन कांग्रेस विधायक और पूर्व विधायक मौजूद
कार्यक्रम में 4 दर्जन से ज्यादा पार्टी विधायक और पूर्व विधायक मौजूद रहे। कार्यक्रम में हाजी सहाबु ने गंदे पानी की निकासी और मेवात कैनल फीडर का मुद्दा उठाया। नईम इकबाल ने यूनिवर्सिटी, मेवात कैडर और रेलवे लाइन की मांग रखी। ताहिर एडवोकेट ने वक्फ बोर्ड की जमीनों पर अवैध कब्जे हटाने की मांग रखी ताकि वहां पर नमाज पढ़ी जा सके। मोहम्मद ईसा ने नूंह से अलवर बॉर्डर राजस्थान तक फोरलेन सड़क की मांग रखी। साथ ही लोगों ने इलाके में मेट्रो लाइन लाने, मेडिकल कॉलेज की अनदेखी जैसे मुद्दा भी उठाया। इसके अलावा आंगनबाड़ी वर्कर्स, रोडवेज यूनियन, सफाई कर्मचारी, हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक, छंटनीग्रस्त कर्मचारियों, कच्चे कर्मचारियों, सरपंचों, सामाजिक संगठनों, बेरोजगारों, महिलाओं और बुजुर्गों समेत अलग-अलग वर्गों ने भी माइक और ज्ञापन के जरिए विपक्ष तक अपनी अपनी समस्याएं पहुंचाईं। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सभी को आश्वासन दिया कि सड़क से लेकर सदन तक जनता की इन समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाकर समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।
Attachments area
Comments are closed.