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भाजपा और भाजपा नेताओं को कुर्सी फोबिया हो चुका: भूपेंद्र चौधरी

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भाजपा और भाजपा नेताओं को कुर्सी फोबिया हो चुका: भूपेंद्र चौधरी

जिस वार्ड से भाजपा उम्मीदवार उसी वार्ड में 3 साल से आरोबी ध्वस्त

भाजपा का यही है पारदर्शी और इमानदारी से कार्य करने का नमूना

विकास के मुद्दे को भूल राजनीतिक प्रतिद्वंदी बहन बेटियों पर निशाना

जिला परिषद चुनाव में हार के डर से बौखला गया भाजपा संगठन

आदमपुर उपचुनाव में कुलदीप के बेटे भव्य बिश्नोई पर क्यों नहीं बोले

क्या राजनीतिक परिवार की बेटी, बहू को राजनीति करने का हक नहीं

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । 
अपनी बेबाक बात कहने के लिए चर्चित और अपने ही अंदाज में राजनीति करने वाले पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी ने मौजूदा जिला परिषद चुनाव में जिस प्रकार से भाजपा नेताओं के द्वारा अपनी बात कही जा रही है, उसे देखते हुए कहा , क्या भाजपा के नेताओं को कुर्सी फोबिया हो गया है ? भाजपा और भाजपा के नेता लगता है कुर्सी के बिना रह नहीं सकते । उन्होंने एक दिन पहले ही जिला परिषद प्रमुख पद के लिए आरक्षित वार्ड नंबर 9 में पहुंचे भाजपा सरकार के ही पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह के संदर्भ में कहा उनके 5 वर्ष के कार्यकाल में पटौदी- रेवाड़ी के बीच पहाड़ी गांव में एक रेलवे ओवरब्रिज बनाया गया। आनन-फानन में इसका राजनीतिक दृष्टिकोण से उद्घाटन किया और कुछ महीने बाद ही यह धड़ाम से जमीन पर आ गिरा । इस टूटे हुए रेलवे और ब्रिज पर हादसों के कारण कई लोगों की जान भी जा चुकी है । भाजपा के उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर सिंह ने एक बार भी अपने हाथों उद्घाटन किए गए रेलवे ओवर ब्रिज का नाम लेना भी जरूरी नहीं समझा ? जबकि आसपास के करीब एक दर्जन गांव के लोग, छात्र वर्ग , महिलाएं , बुजुर्ग , दैनिक कामकाजी लोग बीते 3 वर्ष से परेशान हो रहे हैं ।

पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी ने भाजपा नेताओं का नाम लिए बिना कहा क्या देश के प्रधानमंत्री के द्वारा कही गई बात बेटी पढ़ाओ , बेटी बचाओ और बेटियों को आगे लेकर आओ, इसका कोई अर्थ -महत्व ही नहीं रह गया है । आज बेटियां हवाई जहाज – फाइटर प्लेन उड़ा रही है , देश की सीमा पर तैनात हैं , वैज्ञानिक हैं, डॉक्टर हैं , इंजीनियर हैं , बहन-बेटी-बहू सभी के घर परिवार में हैं । यह कौन से कानून में लिखा है कि किसी भी राजनीतिक परिवार से संबंध रखने वाली बेटी-बहन -बहू का राजनीति में आना प्रतिबंधित है, लेकिन बेटा ही राजनीति करेगा ? उन्होंने कहा सही मायने में आज राजनीतिक नैतिकता और ईमानदारी पूरी तरह से दफन हो चुकी है । हाल ही में मोरबी में पुल टूटने से इतना बड़ा हादसा हुआ , जिसमें अनगिनत बेकसूर लोगों की जान चली गई । उसके पीछे क्या कारण और कौन लोग हैं , यह सब सामने आने लगा है । इसी प्रकार से साइबर सिटी गुरुग्राम में बीते 8 साल में लगभग इतने ही फ्लाईओवर टूट चुके हैं या क्षतिग्रस्त भी हो चुके हैं। क्या वास्तव में यही भारतीय जनता पार्टी -सरकार का पारदर्शी काम करने का तरीका और विकास का दावा है ।

पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी ने एक कहावत का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा और भाजपा नेताओं की शर्म तो खेत में चली गई है । उन्होंने बताया किसी के छटेे पुत्र जिसे की प्यार से छऊवा परिजन पुकारते थे, उसकी की शादी का निमंत्रण गांव में दिया गया की जीमने का न्योता है । लेकिन मेजबान के यहां एक घर से सभी सदस्य पहुंच गए , तो मेजबान भी परेशान हो गया । इस पर मेजबान ने कह दिया क्या शर्म नहीं आई ? इस पर पहुंचे व्यक्ति ने कहा आ तो शर्म भी जाती , लेकिन वह खेत में गई हुई है । भूपेंद्र चौधरी ने कहा कुछ यही हाल भाजपा और भाजपा नेताओं का हो चुका है । शिलान्यास करना और उद्घाटन करना भाजपा की प्राथमिकता में शामिल हो चुका है । आम जनता और गरीब लोगों को किस प्रकार से अधिक से अधिक राहत उपलब्ध करवाई जाए, इस के गीत अधिक गाए जा रहे हैं और हकीकत में काम कुछ और हो रहा है । उन्होंने सवाल किया जो भाषा जिला परिषद चुनाव मैं जिला परिषद प्रमुख पद के दावेदार महिला उम्मीदवारों के विषय में कही गई ? क्या इसी बात को किसी भी भाजपा नेता ने आदमपुर उपचुनाव में कहने का साहस दिखाया। वहां भी तो भाजपा के नवागत कुलदीप बिश्नोई के बेटे नए युवा भाजपा नेता भव्य बिश्नोई को भाजपा ने टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा । लेकिन आदमपुर में भाजपा का परिवारवाद पर कटाक्ष करने का मुखौटा भी उतरकर सामने आ चुका है।

उन्होंने कहा  संविधान में प्रत्येक सक्षम और योग्य व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार दिया है । वह चाहे गरीब आदमी झोपड़ी में रहने वाला हो या फिर कोई धनाढ्य आदमी हो या फिर राजनीतिक परिवार से हो । इसमें हाय तौबा मचाने की जरूरत ही नहीं । राजनीति और चुनाव विकास के मुद्दे और किए गए विकास कार्यों के मुद्दों पर ही लड़ा जाना स्वस्थ राजनीति का परिचायक है।

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