सरपंच की गिरफ्तारी कराने पटौदी पहुंचे भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर
सरपंच की गिरफ्तारी कराने पटौदी पहुंचे भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर
दलित समाज को जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का मामला
सड़क जाम कर भीम सेना ने किया प्रदर्शन, भीम सैनिकों के साथ सीधे एसीपी कार्यालय में जा घुसे भीम सेना प्रमुख
प्रधान संपादक योगेश
पटौदी/ गुरुग्राम। गांव राजपुरा में दलित समाज के दयानंद और ओम प्रकाश के साथ हाथापाई करने, जान से मारने की धमकी देने और जातिसूचक गालियां देकर अपमानित करने के मामले में एक महीना बीत जाने के बावजूद भी सरपंच विक्रम और उसके लड़के हरीश को गिरफ्तार नहीं किया गया है। आरोप है कि सरपंच और उसका लड़का खुले घूम रहे हैं और पीड़ितों पर मुकदमा वापिस लेने का दवाब बना रहे हैं। सरपंच पीड़ितों और उनके बच्चों को जान से मारने की धमकी दे रहा है। इतना ही नहीं आरोपी सरपंच विक्रम गिरफ्तारी से बचने के लिए गांव में भोले-भाले लोगों के जबरन आधार कार्ड छीन कर ले जाता है और अपने पक्ष में फर्जी हलफनामा बनवा लाता है। शराब और रुपयों को लालच देकर जबरन हस्ताक्षर करवा रहा है। जो व्यक्ति हस्ताक्षर करने से मना करता है तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती है।
मामले में कोई पुलिस कार्रवाई ना होने से दलित समाज में सरपंच और प्रशासन के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। आरोपी सरपंच विक्रम और उसके लड़के की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भीम सेना सड़कों पर उतर आई। सैंकड़ों की संख्या में भीम सैनिक पटौदी बस स्टैंड पर इक्कठा हुए। प्रदर्शन का नेतृत्व करने भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर खुद पटौदी पहुंचे। मुख्य सड़क के बीचों-बीच जाम लगाकर भीम सेना ने प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी की मांग की। भीम सेना चीफ के साथ भीम सैनिक सीधे एसीपी पटौदी कार्यालय में जा घुसे और वहीं सवाल-जवाब शुरू कर दिए। इस दौरान खुफिया विभाग के लोग भी मौके पर मौजूद थे लेकिन अचानक भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर के पटौदी में दस्तक देने और सीधे एसीपी कार्यालय में बे रोक-टोक एंट्री ने खुफिया विभाग की पोल खोल दी। भीम सेना संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर के साथ मुख्य तौर पर भीम सेना हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बारवास, उत्तर प्रदेश महिला भीम सेना प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह, भीम सेना भिवानी जिला उपाध्यक्ष नवीन रंगा, भीम सेना गुरुग्राम जिला वरिष्ठ सलाहकार ईश्वर सिंह, विकास जौनपुर, धीरज सोनी चंबल, मनोज दहिया राजपुरा, ओम प्रकाश राजपुरा आदि भीम सैनिक उपस्थित थे।
इस दौरान करीब बीस मिनट तक एसीपी पटौदी वीर सिंह और भीम सेना सुप्रीमो नवाब सतपाल तंवर के बीच बातचीत हुई। इसके बाद एसीपी वीर सिंह प्रदर्शनकारी भीम सैनिकों के साथ रूबरू हुए। नवाब सतपाल तंवर ने यहीं “सतपाल की अदालत” लगाने का ऐलान कर दिया। साथ ही गांव राजपुरा के लोगों से भी जनता के बीच एसीपी वीर सिंह ने समस्या सुनी। एक महिला ने बताया कि आरोपी सरपंच मुकदमा वापिस ना लेने पर उनके बच्चों को उठाने की धमकी दे रहा है। वहीं गांव के ही कुछ बुजुर्गों और युवाओं ने आरोप लगाया कि आरोपी सरपंच अभी भी जातिसूचक गालियां और जान से मारने की धमकी दे रहा है। पीड़ितों ने कुछ फोन कॉल रिकॉर्डिंग एसीपी पटौदी के रीडर को उपलब्ध कराई। जिसमें कुछ लोग सरपंच पर आरोप लगा रहे हैं कि सरपंच ने उनकी बिना इजाजत के उनके गवाही के फर्जी हलफनामे बनवाए हैं। भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर की मौजूदगी में कुछ गवाहों ने सरपंच के खिलाफ अपने बयान भी दर्ज कराए। एसीपी पटौदी वीर सिंह ने आश्वासन दिया है कि आरोपी सरपंच के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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