बेटी को घोड़ी पर बठाकर निकाली बन्दोली अनुकरणीय पहल…
जसरासर(नोखा)
शादी के अवसर पर लड़को को घोड़ी पर बैठाकर गांव की मुख्य गलियों से बन्दोली निकालने की रीति रिवाज बढ़ती जा रही है लेकिन साधासर गांव के एक किसान ने अपनी बेटी को घोड़ी पर बैठाकर बन्दोली निकालकर महिलाओं को आगे बढ़ाने की अनुकरणीय पहल की…
पूर्व प. स. सदस्य कानिराम तरड़ ने बताया कि महिलाओं को भी चार दिवारी से बाहर लाने के लिए हर कार्यक्रम में महत्व देना होगा, आगे बढाने में सहयोग करने की जरूरत है। जैसे साधासर निवासी नानूराम तरड़ की पुत्री मंजू की शादी बम्बु निवासी गजानंद के साथ होने वाली है कल 6 मार्च को बारात आएगी लेकिन परिजनों ने मंजू को घोड़ी पर बैठाकर आज मुख्य गलियों से बन्दोली निकाली। गांव के जागरूक लोगो ने इस कार्य की सराहना की।
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