Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

लाखों लोगों के लिए बुरी खबर NHAI ने प्राधिकरण को दिया झटका, अब नहीं बनेगा नया नोएडा एक्सप्रेसवे!

14

लाखों लोगों के लिए बुरी खबर NHAI ने प्राधिकरण को दिया झटका, अब नहीं बनेगा नया नोएडा एक्सप्रेसवे!

नोएडा : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर नए एक्सप्रेसवे निर्माण को लेकर बड़ी समस्या पैदा हो गई है। प्रस्तावित एक्सप्रेसवे नोएडा के सेक्टर-94 से सेक्टर-150 के पास यमुना एक्सप्रेसवे तक जाने वाला था, ताकि जेवर एयरपोर्ट की आवाजाही आसान हो सके। इस योजना पर अनुमानित लागत 3-4 हजार करोड़ रुपये आने का अनुमान है।

पीछे हटा एनएचएआई

अब मुख्य समस्या यह है कि नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने कहा है कि वह इस एक्सप्रेसवे का निर्माण तभी करेगी जब इसे राष्ट्रीय राजमार्ग की श्रेणी में शामिल किया जाएगा। वहीं, नोएडा प्राधिकरण इसकी अधिक लागत को देखते हुए इससे पीछे हट रहा है।

प्राधिकरण की बढ़ी मुश्किलें

एनएचएआई के मना करने के बाद अब नोएडा प्राधिकरण को ही इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा। एक विकल्प बीओटी मॉडल पर निर्माण करना है, जिसमें निर्माण कंपनी को कुछ अधिकार जैसे टोल वसूली और विज्ञापन देने होंगे। हालांकि, प्राधिकरण के पास इतना धन नहीं है कि वह निजी क्षेत्र से बिना शर्तों के निर्माण करा सके।

इसलिए पैदा हुई नई समस्या

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने साफ इनकार कर दिया है कि यदि यह एनएच श्रेणी में आता है तभी वह इसके निर्माण को स्वीकृति देगा। इसके बाद प्राधिकरण ने पुष्ता-पेच मार्ग पर नया लिंक बनाने की योजना पर विचार शुरू कर दिया है। इसके तहत पहला बीओटी और दूसरा पुष्ता रोड को ठीक करके नया लिंक बनाने पर विचार हो रहा है। वहीं, प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक पुस्ता रोड को ठीक करने में लगभग 15 करोड़ रुपये और आगे पेच तक लिंक बनाने में करीब 8 से 10 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस योजना में सबसे बड़ी दिक्कत डूब क्षेत्र में बने अवैध फार्म हाउस हैं।

नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना दौड़ते हैं 2 लाख वाहन

मौजूदा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना 2 लाख से अधिक वाहन चलते हैं और जेवर एयरपोर्ट खुलने के बाद यह संख्या और बढ़ेगी। इसलिए एक अतिरिक्त एक्सप्रेसवे की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, लेकिन अब इस नई परियोजना पर अनिश्चितता की स्थिति बन गई है।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading