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    पाठ्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण विषय लागू कर लायी जा सकती है जागरुकता: नवीन गोयल

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    पाठ्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण विषय लागू कर लायी जा सकती है जागरुकता: नवीन गोयल

-भविष्य में इसके अच्छे परिणाम आने की पूरी संभावना
-पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख ने दिया यह सुझाव

प्रधान संपादक योगेश

गुरुग्राम। ग्रीष्मकालीन अवकाश में बच्चों द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने के कार्य को शैक्षिक पाठ्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दिया है पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है। यह हर उस जीव से जुड़ा विषय है, जो कि इस धरती पर सांस लेता है। ऐसे में पर्यावरण को बचाने के लिए हम सभी को जागरुक होना चाहिए। विशेषकर हमारी उन भावी पीढिय़ों को, जो शिक्षा के मंदिरों में अपना भविष्य बनाने को शिक्षित हो रही हैं।

मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ङ्क्षसह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, शिक्षा मंत्री हरियाणा कंवर पाल गुर्जर, मुख्य सचिव हरियाणा संजीव कौशल, अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च शिक्षा निदेशालय हरियाणा आनंद मोहन सरन, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन विभाग हरियाणा अपूर्व कुमार सिंह, जीएमडीए के सीईओ सुधीर राजपाल, नगर निगम आयुक्त गुरुग्राम मुकेश कुमार आहुजा, उपायुक्त निशांत कुमार यादव को इस महत्वपूर्ण विषय पर नवीन गोयल ने पत्र भेजा है। उन्होंने कहा है कि पर्यावरण शिक्षा एक पुनीत कार्य है। पार्टी में इस विभाग का प्रमुख होने के नाते उनका यह आग्रह और सुझाव है कि यह हम बच्चों को उनके अवकाश काल में पर्यावरण संरक्षण हेतु पेड़-पौधे लगाने के लिए प्रेरित करें तो भविष्य में इसके बेहतर परिणाम देखे जा सकते हैं। इसके तहत बच्चे वृक्षारोपण करने के साथ हरी-भरी वाटिकाओं का संरक्षण कर सकते हैं।

 श्री गोयल ने कहा कि इस तरह की पाठ्य सहगामी क्रियाएं बच्चों को पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए सीख प्रदान करेगी। बच्चों द्वारा प्लास्टिक की बोतलों को गार्डन के गमलों के रूप में बदलने के प्रयास भी शुरू किए जा सकते हैं। इसके जरिए बच्चे सार्वजनिक स्थलों पर खूबसूरत वर्टिकल गार्ड बना सकते हैं। पर्यावरण में बदलाव के लिए यह प्रयास सार्थक सिद्ध होंगे।

नवीन गोयल ने कहा कि पर्यावरण सुधार के लिए इस सोच के साथ ही उनका आग्रह है कि बच्चों के अवकाश को उपयोगी बनाते हुए पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने में बच्चों को उपरोक्त क्रियात्मक कार्यों में शामिल करने की कृपा करें, ताकि हम अपने क्षेत्र के पर्यावरण को सुधार कर एक नई लकीर खींच सकें।  

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