कैंसर समिट के 5वें संस्करण में हेल्थ एक्सपर्ट ने अंतरिम बजट 2024 में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में सर्वाइकल कैंसर के टीके को शामिल करने के लिए सरकार की सराहना की
कैंसर समिट के 5वें संस्करण में हेल्थ एक्सपर्ट ने अंतरिम बजट 2024 में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में सर्वाइकल कैंसर के टीके को शामिल करने के लिए सरकार की सराहना की
समिट में एक्सपर्ट्स द्वारा एक विशिष्ट ‘राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण नीति’ लागू करने का आग्रह भी किया गया
नई दिल्ली: कैंसर समिट के 5वें संस्करण के दौरान चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने सर्वाइकल कैंसर के टीके को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने के सरकार के फैसले की सराहना की। राष्ट्रीय टीकाकरण एजेंडे में HPV वैक्सीन के एकीकरण को सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा और राष्ट्रीय स्तर पर सर्वाइकल कैंसर के बोझ को कम करने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम के रूप में घोषित किया गया। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम ((RNTCP),), राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम और एड्स नियंत्रण विभाग की तरह एक राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण नीति लागू की जानी चाहिए ताकि देश में कैंसर के बढ़ते मामलों को रोकने में महत्वपूर्ण मदद मिल सके .
कैंसर समिट & अवार्ड्स का 5वां संस्करण विश्व कैंसर दिवस से ठीक पहले IHW काउंसिल और RAPID ग्लोबल कैंसर एलायंस द्वारा आयोजित किया गया था। इसमें देश में ओवरऑल कैंसर मैनेजमेंट के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के लिए कई विशेषज्ञ शामिल हुए।
इस अवसर पर बोलते हुए सर गंगा राम हॉस्पिटल के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. श्याम अग्रवाल ने कहा, “कैंसर के समाधान के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है क्योंकि यह अन्य संक्रामक रोगों से काफी अलग और खतरनाक है। अब समय आ गया है कि हम बेहतर सर्वाइवल रेट (जीवित रहने की दर) के लिए शुरुआती जांच के लिए ज्यादा आक्रामक रूप से जागरूकता पैदा करें और प्राइमरी हेल्थकेयर प्रोफेसनल्स को कैपिसिटी बिल्डिंग और रिलेवेंट जानकारी (प्रासंगिक ज्ञान) से लैस करें।
कैंसर समिट में कैंसर डायग्नोसिस में क्रांति लाने, ट्रीटमेंट योजनाओं को पर्सनालाइज करने और मरीज की सेहत में अच्छा बदलाव लाने में टेक्नोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका जैसे विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। जीनोमिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इम्यूनोथेरेपी, सटीक चिकित्सा और इन्क्लूसिव बीमा मॉडल कुछ अन्य विषय थे, जिन पर विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की और जानकारी साझा की।
चर्चा में भाग लेते हुए इंटीग्रेटेड हेल्थ एंड वेलबीइंग काउंसिल के सीईओ श्री कमल नारायण ने कहा, “हम 4 फ़रवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाते हैं, आइए इस दिन हम न केवल कैंसर की जल्दी पहचान और प्रिवेंटिव लाइफस्टाइल उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाएं बल्कि टेक्नोलॉजी की बदलाव लाने की ताकत को पहचानें। कैंसर के खिलाफ लड़ाई में. यह पहचानना जरूरी है कि कैंसर का शीघ्र पता लगाने से जान बच सकती है, और तकनीकी प्रगति का लाभ उठाकर हम समय पर इलाज मुहैया करा करके मरीज के परिणामों में काफी सुधार कर सकते है।
समिट में एक्सपर्ट्स ने निष्कर्ष निकाला कि आयुष्मान भारत सुलभ और किफायती हेल्थकेयर के क्षेत्र में असाधारण काम कर रहा है और अंतरिम बजट 2024 हेल्थकेयर के उद्देश्य को आगे बढ़ा रहा है। उम्मीद है कि भविष्य में और ज्यादा हेल्थकेयर पालिसी (स्वास्थ्य देखभाल नीति) में सुधार आएंगे। इसके साथ ही साथ सामुदायिक और व्यक्तिगत स्तर पर हम सब द्वारा प्रयास किये जाते रहने चाहिए।
हर साल 4 फरवरी को वैश्विक समुदाय विश्व कैंसर दिवस मनाता है। कैंसर दिवस मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में कैंसर के बढ़ते प्रभाव से निपटना है। इस साल की थीम ‘Close the Care Gap’ कैंसर देखभाल में समानता और हर किसी तक कैंसर देखभाल की पहुंच की महत्वपूर्ण आवश्यकता को दर्शाती है।
दिन भर चले कार्यक्रम के कार्यवाही का समापन कैंसर ईकोसिस्टम के अन्दर कैंसर देखभाल संघों, पेशेवरों और व्यक्तियों के प्रयासों का सम्मान और स्मरण करते हुए ‘कैंसर केयर अवार्ड्स’ की प्रस्तुति के साथ हुआ। ये पुरस्कार अग्रणी इनोवेशन के माध्यम से व्यापक कैंसर देखभाल को आगे बढ़ाने में उनके समर्पित प्रयासों को सराहने और जश्न मनाने तथा कैंसर केयर और मैनेजमेंट के क्षेत्र में और ज्यादा काम करने के लिए प्रेरित करने का काम करते हैं।
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