दिल्ली देहरादून एक्सप्रैस वे पर बनने जा रहा है एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ कॉरीडोर
दिल्ली देहरादून एक्सप्रैस वे पर बनने जा रहा है एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ कॉरीडोर , नीचे से गुजरेंगे हाथी और ऊपर से वाहन
🟡 दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे के निर्माण में न केवल वाहन चालकों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. साथ ही जंगली जानवरों को आवाजाही में कोई परेशानी न हो, इस पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है. एक्सप्रेसवे पर एशिया का सबसे लंबा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बन रहा है. इस कॉरिडोर के बनने से जंगली जानवरों और इंसानों का आमना-सामना नहीं होगा. कॉरिडोर के ऊपर से जहां वाहन दौड़ेंगे वहीं नीचे से हाथी सहित अन्य जंगली जानवर आसानी से आ जा सकेंगे. हाथियों को कॉरिडोर के नीचे से निकलने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए स्पेशल तीन अंडरपास बनाए जा रहे हैं. कुल 6 अंडरपास बनाए जाएंगे. नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों के अनुसार यह कॉरिडोर उत्तराखंड में बन रहा है. राजाजी नेशनल पार्क के सटे इस कॉरिडोर की लंबाई 12 किमी होगी. एशिया के सबसे लंबा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर सिंगल पिलर पर छह लेन का होगा. सिंगल पिलर तकनीक इसलिए अपनाई जा रही है, क्योंकि जंगल में कम से कम कंक्रीट का इस्तेमाल हो. यह कॉरिडोर मोहंड से शुरू होगा और दातकाली मंदिर तक बनेगा. NHAI वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के सुझाव के आधार पर यह कॉरिडोर बना रहा है.
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