एएसआई ने फांसी के फंदे पर लटक किया सुसाइड
एएसआई का एक महीने पहले ही सिटी थाने से पीओ स्टाफ में हुआ ट्रांसफर
महेंद्रगढ़ का मूल निवासी, गुरुग्राम सेक्टर 38 पेइंग गेस्ट में किया सुसाइड
शराब की खाली बोतलें मिली है,फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए
मृतक एएसआई का भाई आर्मी में और पिता आर्मी से सेवानिवृत्त
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । सुनील नामक एएसआई निवासी महेंद्रगढ़ जो वर्तमान में सेक्टर 38 स्थित एक पेइंग गेस्ट (पीजी) हाउस में रह रहा था, ने फांसी के फंदे पर लटक कर सुसाइड कर लिया। उपलब्ध जानकारी के मुताबिक एएसआई का एक महीने पहले ही सिटी थाने से पीओ स्टाफ में ट्रांसफर हुआ था। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मौका मुआयना करते हुए एएसआई के शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस टीम को कमरे से शराब की खाली बोतलें भी मिली है,फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुँच कर सबूत एकत्रित किए हैं। मृतक एएसआई के पिता फौज से सेवानिवृत है उनके भाई भी आर्मी में ही है। सुनील के दो बच्चे हैं। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है।
एएसआई ने आत्महत्या क्यों की है ? पुलिस कारण की तलाश कर रही है। महेंद्रगढ़ के गहली गांव निवासी एएसआई मृतक सुनील कुमार के परिवार में पत्नी के अलावा उसके दो बच्चे है, जिसमें बेटी की उम्र 19 साल और बेटे की उम्र 17 साल है।सुनील की पत्नी और बच्चे गांव में ही रहते है। बच्चे नारनौल के प्राइवेट स्कूल में पढ़ते है। पुलिस के मुताबिक, एएसआई सुनील की तैनाती गुरुग्राम के सिटी थाने में थी। लंबे समय से वह यहीं अपनी सेवाएं दे रहा था। करीब एक महीने पहले ही उसका तबादला सिटी थाने से पीओ स्टाफ में हुआ था। उसको प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर्स (फरार अपराधियों) से संबंधित मामलों पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
पुलिस के मुताबिक, सुनील करीब पिछले 15 दिनों से सेक्टर 38 के पीजी में कमरा लेकर रहा रहा था। शुक्रवार सुबह पुलिस को जानकारी मिली की सुनील का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ है। पीजी स्टाफ ने इसकी सूचना दी थी। यह सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने ही उसके शव को फंदे से उतारा और फिर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। फिलहाल सुनील के द्वारा सुसाइड या जाने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस के द्वारा इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
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