मध्यम लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को भारी भरकम करों से छूट मिले – अशोक बुवानीवाला
मध्यम लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को भारी भरकम करों से छूट मिले – अशोक बुवानीवाला
कम ब्याज पर या ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाया जाना चाहिए
छोटे उद्योग और व्यापार गांव देहात में लोगों को रोजगार दे रहे
लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में नीति को शामिल करने की मांग
उद्योगों के लिए कारगर नीति बने, राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा है कि उनका संगठन जल्दी सभी राजनीतिक दलों से संपर्क कर आने वाले लोकसभा चुनाव में मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों के लिए कारगर नीति बनाने की बात उनके चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग करेगा।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण मध्यम, लघु एवं कुटीर उद्योग अंतिम सांस ले रहे हैं। इस क्षेत्र में काम कर रहे लोग दो वक्त की रोटी भी नहीं जुटा पा रहे हैं । ऐसे में राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन देश के सभी मुख्य राजनीतिक दलों की चुनाव घोषणा पत्र समितियों से मुलाकात कर आने वाले चुनाव में उनके घोषणा पत्र में इस क्षेत्र को प्राथमिकता के आधार पर शामिल करने और इस क्षेत्र को राहत देकर इन्हें पुनर्जीवित करने की मांग करेगा। व्यापारी नेता ने कहा कि मध्यम लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को भारी भरकम करों से छूट मिलनी चाहिए और उन्हें कम ब्याज पर या ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के अर्थव्यवस्था जहां कृषि आधारित है वहीं यह छोटे उद्योग और व्यापार गांव देहात में कुछ लोगों को रोजगार देने का काम करते हैं। यह छोटे उद्योग सरकार के भारी-भरकम टैक्स दे पाने में असक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इस क्षेत्र को ध्यान में रखकर अपना चुनाव घोषणा पत्र तैयार करना चाहिए, ताकि यह क्षेत्र जीवित रह सके जो गांव के लोगों को वहीं पर रोजगार देने और कम मूल्य पर सामान उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन ने इस बारे में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की चुनाव घोषणा पत्र समितियां से मिलने का समय मांगा है ताकि उनके साथ बैठकर इस क्षेत्र की समस्याओं पर मंथन किया जा सके और चुनाव घोषणा पत्र में इस क्षेत्र को समस्याओं से निकालने का प्रयास किया जा सके।
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