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कुंडली इंस्टीट्यूशनल जोन को भू-माफियाओं से मिलीभगत कर बनाया व्यवसायिक: अशोक बुवानीवाला

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कुंडली इंस्टीट्यूशनल जोन को भू-माफियाओं से मिलीभगत कर बनाया व्यवसायिक: अशोक बुवानीवाला
-17 साल से इंस्टीट्यूशनल जोन हो चुका है व्यवासयिक
-अपने चहेतों को लाभ पहुंचा रहे हैं सरकार और मंत्री

प्रधान संपादक योगेश

सोनीपत, । हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अशोक बुवानीवाला ने भाजपा की मनोहर सरकार में हो रही धांधलेबाजी पर कहा है कि-गुरूजी बैंगन खाएं और चेले को परहेज बताएं। ऐसा ही कुछ हो रहा है हमारे हरियाणा की मनोहर सरकार में। भ्रष्टाचार के खात्मे का दम भरने वाली इस सरकार में ऐसे-ऐसे कारनामे सामने आ रहे हैं, जो कि ईमानदार सरकार पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि सोनीपत जिला के कुंडी स्थित सेक्टर-47 को 17 साल पूर्व तत्कालीन सरकार ने इंस्टीट्यूशनल जोन घोषित किया था। वहां पर शिक्षण संस्थानों के अलावा कोई गतिविधि की मंजूरी नहीं थी। इस नियम को धत्ता बताते हुए ईमानदार मनोहर सरकार में अब इस इंस्टीट्यूशनल जोन को कॉमर्शियल यानी व्यवसायिक जोन में तब्दील किया जा चुका है। वहां प्लॉट तो इंस्टीट्यूट बनाने के नाम पर खरीदे जाते हैं, लेकिन मिलीभगत करके वहां व्यवसायिक गतिविधियां शुरू कर दी जाती हैं। एक व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए यह सारा खेल किया गया है। खास बात यह है कि इसकी शिकायतों पर भी सरकार कोई संज्ञान नहीं ले रही। इससे सरकार की मंशा भी साफ हो रही है।
उन्होंने कहा कि इस पूरे घोटाले में शामिल अधिकारी और भू-माफिया लोगों की तिजोरियां भर गई हैं। एक इंस्टीट्यूट लैंड का मालिक अधिकारियों, नेताओं से सेटिंग करके उसे औद्योगिक क्षेत्र में तब्दील कराकर डेढ़ करोड रुपये वाली जमीन को 25 करोड़ रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से बेचने की प्लानिंग करता है। जैसे ही इस जमीन का सौदा किया गया, सरकार में भी इस जमीन को इंस्टीट्यूशनल से औद्योगिक क्षेत्र में तब्दील करने की कवायद शुरू हो गई। अशोक बुवानीवाला का आरोप है कि अधिकारियों ने बिना किसी आपत्ति के, बिना किसी कानूनी ढांचे को पूरा किए आनन-फानन में 12 अप्रैल 2022 में इस सेक्टर को औद्योगिक क्षेत्र में बदलने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि हेरा-फेरी में कितनी भी सावधानी से की जाए, कुछ ना कुछ कमी रह ही जाती है। ऐसी ही कमी इस काम में भी रही। नोटिफिकेशन में हिंदी में जो पहरा लिया गया, उनमें विभाग द्वारा सेक्टर-47 को औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ इंस्टीट्यूशनल जोन में भी अधिकृत घोषित किया गया है। यानी बात उलटी हो गई। यही पर चोरी पकड़ी गई। अब अधिकारी अपनी इस गलती को छिपाने के लिए कुछ नया करने के लिए माथा-पच्ची कर रहे हैं।
खास बात यह है कि हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इस जोन के मात्र 300 मीटर की दूरी पर रहने वाले लोगों के निवेदन पर इस जोन को औद्योगिक क्षेत्र में तब्दील ना करने की सिफारिश की थी। संस्था एवं निवासियों की ओर से गृह मंत्री अनिल विज से भी निवेदन किया गया, जिन्होंने तुरंत संज्ञान लेकर इस पर कार्यवाही करने के आदेश दिए थे। एक महीने में सारा खेल हुआ। 12 अप्रैल को तो जोन बदला जाता है और ठीक एक महीने बाद 11 मई को जमीन का पंजीकरण करवा लिया जाता है। बिना देरी किए औद्योगिक प्लान में लाईसेंस भी जारी कर दिया गया। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि पिछले करीब 65 साल से इस जमीन पर काफी परिवार रहते हें। उनके पास यहां रहने के सरकारकी प्रमाण हैं। उन्हें सरकारी रास्ता, बिजली के कनेक्शन आदि दिए हुए हैं। बुवानीवाला ने कहा कि सरकार के अधिकारियों ने विश्व स्तरीय अग्रवाल वैश्य समाज के द्वारा निर्माणाधीन महालक्ष्मी वरदान श्री अग्रसेन धाम एवं स्थानीय निवासियों की भावनाओं को कुचलने का कार्य किया है।

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